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सोमवार, मार्च 17, 2025
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किसानों को 75 प्रतिशत के अनुदान पर उपलब्ध कराया जाएगा सेक्स सॉर्टेड सीमन

देश में पशुपालन को बढ़ावा देने के साथ ही पशुपालकों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा कृत्रिम गर्भाधान को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिसमें पशुपालकों को सेक्स सॉर्टेड सीमन अनुदान पर उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक बछड़ियों का जन्म हो। इस कड़ी में राजस्थान के पशुपालन एवं गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि सरकार पशुधन में दुधारू पशुओं की संख्या बढ़ाने के लिए सरकार सेक्स सोर्टेड सीमन तकनीक को बढ़ावा दे रही है। इस तकनीक से बछड़ी पैदा होने की संभावना 85 से 90 प्रतिशत तक हो जाती है।

पशुपालन मंत्री ने यह बात बस्सी में गौ सार्ट, सेक्स सार्टेड सीमन से कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम के शुभारंभ के दौरान कहीं। इस अवसर पर मंगला पशु बीमा के अंतर्गत गाय और भैंसों की लाटरी भी निकाली गई। उल्लेखनीय है कि मंगला पशु बीमा योजना के अंतर्गत टारगेट से अधिक संख्या में गाय और भैंसों का रजिस्ट्रेशन हुआ है।

75 प्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध कराया जाएगा सेक्स सॉर्टेड सीमन

कार्यक्रम में पशुपालन मंत्री ने कहा कि सेक्स सोर्टेड तकनीक किसानों तथा पशुपालकों की आय बढ़ाने के लिए मील का पत्थर साबित होगी। अभी यह तकनीक पशुपालकों के लिए महंगी है इसीलिए सरकार इस तकनीक को पशुपालकों की पहुंच में लाने के लिए 75 प्रतिशत अनुदानित दर पर सेक्स सोर्टेड सीमन पशुपालकों को उपलब्ध कराएगी। उन्होंने बताया कि यह तकनीक पशुपालन के क्षेत्र में एक वरदान साबित होगी क्योंकि इस तकनीक से मादा पशुओं की संख्या में बढ़ोतरी होगी और नर पशुओं की संख्या में कमी आएगी।

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पशुपालन मंत्री ने कहा कि आज मशीनी युग में खेतों में बैलों का इस्तेमाल न्यूनतम होने लगा है। बैल आज आवागमन के साधन के रूप में भी काम नहीं आते। ऐसे में ये अनुपयोगी हो गए हैं और सड़कों पर बेसहारा घूमते रहते हैं। इस सेक्स सोर्टेड तकनीक से नर पशु कम पैदा होंगे और उन पर होनेवाला खर्च घटेगा। ज्यादा संख्या में मादा पशुओं के पैदा होने पर दुग्ध उत्पादन में वृद्धि होगी जिससे पशुपालकों की आय बढ़ेगी। मादा पशु को बेचकर भी पशुपालक मुनाफा कमा सकता है। उच्च गुणवत्ता वाले सीमन का उपयोग करने से उच्च गुणवत्ता वाली गाय पैदा होगी जो दूध भी अधिक देगी। इस तकनीक के कारण नस्ल सुधार में भी तेजी आएगी।

पशुपालकों को मिलेगा 4 गुना फायदा

इस अवसर पर विभाग के शासन सचिव डॉ. समित शर्मा ने वैज्ञानिक तरीके से इस तकनीक के बारे में बताते हुए कहा कि यह कदम पशुपालन के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम है। इसके उपयोग से पशुपालक को चार गुना फायदा होगा। उसके पशुओं की नस्ल उन्नत होगी, उसका दूध उत्पादन बढ़ेगा, उसकी आर्थिक स्थिति उन्नत होगी, उसकी सामाजिक स्थिति सुदृढ़ होगी। साथ ही सड़कों पर बेसहारा घूम रहे नंदी और सांडों की संख्या में कमी होगी जिससे सड़क पर दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी। इस अवसर पर गाय और भैंस को कृत्रिम गर्भाधान भी कराया गया और अतिथियों ने पौधारोपण भी किया।

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