कोदो-कुटकी एवं रागी मिलेट फसलों का बीज उत्पादन
सरकार द्वारा पौष्टिकता से भरपूर मोटे अनाज का उत्पादन एवं उत्पादकता बढ़ाने के लिए मिलेट मिशन चलाया जा रहा है, जिसके लिए सरकार किसानों को इनसे सम्बंधित फसलों की खेती के लिए कई तरह की सहायता उपलब्ध करा रही है। जिसका असर दिखने लगा है, छत्तीसगढ़ मिलेट मिशन के चलते राज्य में कोदो, कुटकी और रागी (मिलेट्स) की खेती को लेकर किसानों का रूझान बहुत तेजी से बढ़ा है साथ ही किसानों को इन फसलों के दाम भी अच्छे मिल रहे हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य बीज प्रमाणीकरण संस्था के सहयोग एवं मार्गदर्शन से किसान कोदो के प्रमाणित बीज का उत्पादन कर अच्छा खासा मुनाफा अर्जित करने लगे हैं। बीते एक साल में प्रमाणित बीज उत्पादक किसानों की संख्या में लगभग 5 गुना और इससे होने वाली आय में चार गुना की वृद्धि हुई है। राज्य के किसानों द्वारा उत्पादित प्रमाणित बीज, सहकारी समितियों के माध्यम से बुआई के लिए प्रदाय भी दिए जा रहे हैं।
बीज बेचने से किसानों को हुई 1 करोड़ 28 लाख रुपए की आमदनी
वर्ष 2021-22 में राज्य के 11 जिलों के 171 कृषकों द्वारा 3089 क्विंटल प्रमाणित बीज का उत्पादन किया गया, जिसे बीज निगम ने 4,150 रुपए प्रति क्विंटल की दर से किसानों से खरीद कर उन्हें एक करोड़ 28 लाख 18 हजार रुपए से अधिक की राशि भुगतान किया गया है।
बीज प्रमाणीकरण संस्था के अपर संचालक श्री ए.बी.आसना ने बताया कि वर्ष 2020-21 में राज्य में 7 जिलों के 36 किसानों द्वारा मात्र 716 क्विंटल प्रमाणित बीज का उत्पादन किया गया था। इससे उत्पादक किसानों को 32 लाख 88 हजार रूपए की आमदनी हुई थी, जबकि 2021-22 में कोदो बीज उत्पादक किसानों की संख्या और बीज विक्रय से होने वाला लाभ कई गुना बढ़ गया है। बीते तीन वर्षो में कोदो प्रमाणित बीज उत्पादक किसानों ने 1 करोड़ 65 लाख 18 हजार 633 रूपए का बीज, छत्तीसगढ़ बीज एवं विकास निगम को विक्रय किया है।
सरकार इस भाव पर कोदो- कुटकी और रागी खरीद रही है
छत्तीसगढ़ सरकार ने कोदो-कुटकी और रागी के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य अलग से जारी किए हैं जिस पर राज्य सरकार इन मिलेट्स फसलों को ख़रीदती है। कोदो-कुटकी की खरीदी समर्थन मूल्य पर 3000 प्रति क्विंटल की दर से तथा रागी की खरीदी 3377 रूपए प्रति क्विंटल की दर से की जा रही है। बीते सीजन में किसानों ने समर्थन मूल्य पर 34,298 क्विंटल मिलेट्स 10 करोड़ 45 लाख रूपए में बेचा था। छत्तीसगढ़ देश का इकलौता राज्य है, जहां कोदो, कुटकी और रागी की समर्थन मूल्य पर खरीदी और इसके वैल्यू एडिशन का काम भी किया जा रहा है।
दोगुना की जाएगी मिलेट फसलों की उत्पादकता
राज्य में कोदो, कुटकी और रागी की खेती को राज्य में लगातार विस्तारित किया जा रहा है, जिसके चलते राज्य में इसकी खेती का रकबा 69 हजार हेक्टेयर से बढ़कर एक लाख 88 हजार हेक्टेयर हो गया है। मिलेट की खेती को प्रोत्साहन, किसानों को प्रशिक्षण, उच्च क्वालिटी के बीज की उपलब्धता तथा उत्पादकता में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए राज्य में मिलेट मिशन संचालित है। छत्तीसगढ़ मिलेट मिशन के तहत मिलेट की उत्पादकता को प्रति एकड़ 4.5 क्विंटल से बढ़ाकर 9 क्विंटल यानि दोगुना किए जाने का भी लक्ष्य रखा गया है।
किसानों को दिया जा रहा 9 हजार रुपए का अनुदान
राज्य में मिलेट्स उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए इसको राजीव गांधी किसान न्याय योजना में शामिल किया गया है। मिलेट्स उत्पादक कृषकों को प्रोत्साहन स्वरूप प्रति एकड़ के मान से 9 हजार रूपए की आदान सहायता भी दी जा रही है। मिलेट्स की खेती को बढ़ावा देने के मामले में छत्तीसगढ़ राज्य को राष्ट्रीय स्तर का पोषक अनाज अवार्ड 2022 सम्मान भी मिल चुका है।