किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान समय पर किया जा सके इसके लिए सरकार द्वारा कई प्रयास किए जा रहे हैं। इस कड़ी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा त्वरित गन्ना मूल्य भुगतान तथा गन्ना किसानों के व्यापक हितों को ध्यान में रखते हुए चीनी उद्योग और गन्ना विकास की प्रमुख सचिव वीना कुमारी के निर्देश पर गन्ना मूल्य भुगतान में लापरवाही बरतने वाली 3 चीनी मिलों के खिलाफ वसूली प्रमाण-पत्र जारी कर दिए गए हैं। इसमें गोला, पलिया और खंभारखेड़ा चीनी मिल शामिल हैं।
गन्ना आयुक्त ने बताया कि गन्ना मूल्य भुगतान की प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है तथा उपरोक्त चीनी मिलों द्वारा भुगतान के प्रति लापरवाही बरतने के चलते इनके विरुद्ध वसूली प्रमाण पत्र जारी करते हुए दंडात्मक कार्यवाही की गई है। निर्गत निर्देशों का अनुपालन ना करने वाली अन्य चीनी मिलों को सख्त हिदायत देते हुए कहा गया है की गन्ना मूल्य का भुगतान यथाशीघ्र ना किए जाने पर दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी।
चीनी मिलों द्वारा किसानों को अब तक किया गया भुगतान
इस संबंध में जानकारी देते हुए गन्ना आयुक्त ने बताया कि निर्गत वसूली प्रमाण पत्र के क्रम में संबंधित जिला प्रशासन भू-राजस्व के बकाया की तरह ही वसूली कर सकेगा, जिससे किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान करने में मदद मिलेगी। साथ ही यह भी बताया गया कि अवशेष गन्ना मूल्य का भुगतान के लिए समय-समय पर की गई समीक्षा बैठकों एवं नोटिस निर्गत कर त्वरित गन्ना मूल्य भुगतान के लिए दिए गए निर्देशों के आलोक में भुगतान प्रक्रिया में तेजी आई है। पेराई सत्र 2024-25 में संचालित 122 चीनी मिलों में से 51 चीनी मिलों द्वारा शत प्रतिशत, 34 चीनी मिलों द्वारा 84 प्रतिशत से अधिक गन्ना मूल्य का भुगतान प्रदेश के किसानों को कर दिया गया है।