समर्थन मूल्य पर मूंग, उड़द, मूंगफली एवं सोयाबीन बेचने हेतु पंजीयन
खरीफ फसलें खेतों में तैयार होकर खड़ी हैं यहाँ तक की कई जगह फसलों की कटाई का काम भी शुरू हो गया है | किसान अपनी उपज को समर्थन मूल्य पर बेच सकते हैं जो की फसल की बुआई से पूर्व ही सरकार द्वारा तय किये जा चुके हैं | प्रत्येक फसल का समर्थन मूल्य अलग-अलग रहता है जिसे बेचने के लिए किसानों को पहले पंजीयन करवाना होता है | बहुत से राज्यों में पंजीयन शुरू हो चुके हैं और कुछ राज्यों में पंजीयन शुरू होने वाले हैं | आज किसान समाधान राजस्थान राज्य में किसान किस तरह एवं कब से अपनी फसल समर्थन मूल्य पर बेच सकेंगे इसकी जानकारी लेकर आया है |
मूंग, उड़द, मूंगफली एवं सोयाबीन की कुल कितनी खरीद की जाएगी ?
राज्य के किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग, उड़द, मूंगफली एवं सोयाबीन की 10.57 लाख मीट्रिक टन के खरीद के प्रस्ताव भारत सरकार को भेजे गए हैं। जिसमें मूंग की 3 लाख मीट्रिक टन, उड़द 96 हजार, सोयाबीन 3.54 लाख तथा मूंगफली 3.07 लाख मीट्रिक टन की खरीद का लक्ष्य रखा गया है।
किसान मूंग, उड़द, मूंगफली एवं सोयाबीन बेचने हेतु पंजीयन कब से कर सकेंगे ?
किसानों का ऑनलाइन पंजीयन आधार आधारित अभिप्रमाणन से किया जाएगा तथा बायोमैट्रिक सत्यापन असफल होने पर आधार ओटीपी की सुविधा भी किसानों का पंजीयन किया जायेगा | इसके लिए किसान 15 अक्टूबर से ऑनलाइन पंजीकरण शुरू कर सकते हैं | किसान इसके लिए अपने नजदीकी ई-मित्र केंद्र पर जाकर पंजीयन कर सकते हैं |
खरीद कब से शुरू होगी ?
राज्य में खरीद 90 दिन की अवधि के लिए होगी जिसमें मूंग, उडद एवं सोयाबीन की 1 नवम्बर से तथा 7 नवम्बर से मूंगफली खरीद प्रस्तावित है। इस बार खरीद में इलेक्ट्रोनिक वेयर हाउस रिसिप्ट्स के आधार पर नैफेड से दलहन-तिलहन की मूल कीमत, हैडलिंग एवं परिवहन, जीएसटी एवं बारदाने की राशि का पुनर्भरण लिया जाएगा। खरीद के लिए राज्य में 300 खरीद केन्द्र स्थापित किए जाएंगे |