गेहूं न्यूनतम समर्थन मूल्य खरीद हेतु पंजीयन
देश में गेहूं रबी सीजन की मुख्य फसल है, ऐसे में किसानों को गेहूं का उचित मूल्य मिल सके इसके लिए सरकार द्वारा गेहूं की ख़रीद न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP पर की जाती है। इस वर्ष केंद्र सरकार ने गेहूं का समर्थन मूल्य 2125 रुपए प्रति क्विंटल घोषित किया गया है, जिस पर ही किसानों से इसकी खरीद की जाएगी। इस कड़ी में राजस्थान सरकार ने भी गेहूं की खरीदी के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया है।
राजस्थान के खाद्य मंत्री श्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बताया कि प्रदेश में क्रय केन्द्रों पर गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीद 20 मार्च से शुरू होगी। इसमें प्रथम चरण में कोटा संभाग के 57 केन्द्रों पर 20 मार्च से गेहूं की खरीदी शुरू की जाएगी जो 30 जून तक जारी रहेगी। शेष जिलों में गेहूं की खरीद 01 अप्रेल से शुरू होगी। सरकार ने खरीद प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए जिला कलेक्टरों और क्रय एजेंसियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं।
किसानों को MSP पर गेहूं बेचने के लिए करना होगा ऑनलाइन पंजीयन
राजस्थान में प्रदेश में गेहूं खरीद का कार्य ऑनलाइन किया जायेगा, राज्य में गेहूं की ख़रीद हेतु पंजीकरण का कार्य 15 मार्च से शुरू हो चुका है। इसके लिए राज्य सरकार ने ऑनलाइन पोर्टल विकसित किया है जिसका लिंक खाद्य विभाग की वेबसाइट food.raj.nic.in पर ’गेहूं खरीद हेतु किसान रजिस्ट्रेशन‘ के नाम से उपलब्ध है। किसान ऑनलाइन पोर्टल पर 25 जून तक प्रातः 7 से सांय 7 बजे तक स्वयं या अन्य माध्यम से पंजीयन करवा सकते हैं।
किसान पंजीयन के लिए आवश्यक दस्तावेज
राज्य में किसानों को समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए पंजीयन हेतु कुछ दस्तावेज की आवश्यकता होगी। जो इस प्रकार है:-
- जन आधार कार्ड
- भूमि संबंधी दस्तावेज
- बैंक की पासबुक की फोटो कॉपी
- मोबाइल नम्बर
- नवीनतम मूल गिरदावरी
जनआधार कार्ड में अंकित नामों से किसी भी नाम एवं जिस नाम से गिरदावरी होगी उसी के नाम से पंजीकरण मान्य होगा।
किसान अपनी इच्छा अनुसार चुन सकते हैं क्रय केंद्र
सरकार ने किसानों को अपनी इच्छा के अनुसार खरीद केंद्र चुनने का विकल्प भी उपलब्ध कराया है। पंजीकरण करवाने के बाद तुलाई का दिन व खरीद की मात्रा संबंधित केन्द्र पर लाने के लिए पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एसएमएस से सूचना भेजी जाएगी। यदि किसान किसी कारण से निर्धारित दिनांक को क्रय केन्द्र नहीं पहुंचता है तो वह आगामी 10 दिन के अंदर अपनी फसल कभी भी तुलवा सकता है। तुलाई के बाद रसीद की एक प्रति किसान को भी दी जाएगी। किसी भी तकनीकी परेशानी होने पर वेबसाइट पर उपलब्ध नंबर से संपर्क किया जा सकता है।
Ok