पशुओं का दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के साथ ही नस्ल सुधार के लिए सरकार द्वारा कई प्रयास किए जा रहे हैं, इस कड़ी में मध्य प्रदेश विधानसभा की कृषि विकास समिति ने सोमवार 21 अप्रैल के दिन अधिकारियों को विभागीय योजनाओं के माध्यम से पशुपालकों को उन्नत नस्ल के सांड उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जिससे गो-वंश का नस्ल सुधार हो और दुग्ध का उत्पादन बढ़ाकर किसानों की आय बढ़ाई जा सके।
अधिकारियों को यह निर्देश कृषि विकास समिति के सदस्यों द्वारा पशुपालन और डेयरी विभाग के अंतर्गत संचालित किए जा रहे शासकीय जर्सी पशु प्रजनन क्षेत्र भदभदा, भोपाल के भ्रमण के दौरान दिए गए। समिति में अध्यक्ष दिलीप सिंह परिहार एवं सदस्य उमाकांत शर्मा, नरेंद्र प्रजापति एवं श्रीकांत चतुर्वेदी शामिल थे।
निमाड़ी और मालवीय नस्ल के सरंक्षण के लिए बनाई जाए नीति
जर्सी पशु प्रजनन क्षेत्र भदभदा के भ्रमण के दौरान समिति के सदस्यों द्वारा पिछले 3 वर्षों में प्रक्षेत्र की संचालन प्रक्रिया, प्रक्षेप पर संधारित नस्लों, प्रक्षेत्र के आय व्यय, बाउंड्री वॉल के निर्माण, असिंचित भूमि को सिंचित करने, कॉन्फ्रेंस हॉल की व्यवस्था, गोवंश की जेनेटिक ब्रीडिंग वैल्यू टेस्टिंग, प्रक्षेत्र का सीमांकन तथा पशुपालकों को डेयरी प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षण संस्थान के निर्माण आदि विषयों पर चर्चा की गई। समिति द्वारा प्रक्षेत्र पर साहिवाल के अलावा निमाड़ी एवं मालवीय नस्ल के गोवंशों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए नीति बनाने हेतु भी कहा गया। समिति द्वारा प्रक्षेत्र के कार्यों की सराहना की गई।