फसलों का उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने के लिए वैज्ञानिकों द्वारा अलग-अलग फसलों की उन्नत किस्मों का विकास किया जा रहा है। इस कड़ी में बिहार सरकार राज्य में आलू की उन्नत किस्मों के उत्पादन को बढ़ावा दे रही है। इस संबंध में कृषि विभाग के सचिव संजय अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में आलू के कमर्शियल प्रभेद के उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है।
राज्य में प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना से आलू के प्रसंस्कृत प्रभेद की मांग को देखते हुए किसानों को आलू की कुफरी चिप्सोना प्रभेद के बीज समय पर उपलब्ध कराने के साथ ही उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। कृषि सचिव ने बताया कि गया में 30 हेक्टेयर में कुफरी चिप्सोना प्रभेद के आलू उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। विभाग द्वारा चयनित किसानों को बीज उपलब्ध कराया गया है।
7 जिलों में किया जाएगा कुफरी चिप्सोना का उत्पादन
कृषि विभाग द्वारा मानपुर, गया टाउन, गुरुआ और टनकुप्पा प्रखंड में 15 हेक्टेयर में कुफरी चिप्सोना की बुआई शुरू हो गई है।इसी प्रकार, नालन्दा ज़िला के बिहार शरीफ, चंडी, नागरसौन और रहुई प्रखंडों में किसानों द्वारा बुआई की जा रही है। कृषि सचिव ने बताया कि आलू के प्रसंस्करण हेतु उपयुक्त प्रभेद कुफरी चिप्सोना-1 के उत्पादन को बढ़ावा देने हेतु 7 जिले जिनमें औरंगाबाद, गया, पटना, नालंदा, सारण, समस्तीपुर एवं वैशाली शामिल है, का चयन किया गया है।
इस कार्यक्रम में किसानों की भागीदारी से 150 हेक्टेयर से आलू की कुफरी चिप्सोना-1 के उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बीज की आपूर्ति बिहार राज्य बीज निगम के माध्यम से किया जाना है। कृषि सचिव ने कहा कि कृषि विभाग द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र के अंतर्गत नालंदा ज़िला कि राजकीय बीज गुणन प्रक्षेत्र में कुल 7 हेक्टेयर क्षेत्रफल में आलू प्रभेद कुफरी पुखराज के प्रजनक बीज से आधार बीज उत्पादन किया जा रहा है।
साथ ही, वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए विभाग ने आलू प्रजनक बीज 1 हजार 470 क्विंटल की मांग केंद्र सरकार से की है, जिसकी सहमति मिल गई है। आगामी वर्ष 2025-26 में आलू बीज उत्पादन के लिए बीज की उपलब्धता हेतु कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार नई दिल्ली के पोर्टल पर प्रजनक बीज की माँग को अपलोड किया गया है।