आलू, प्याज एवं टमाटर का उत्पदान
देश में इस वर्ष कहीं तो अधिक बारिश हुई है वहीँ कहीं कम बारिश के चलते सुखा भी रहा | बारिश का असर सबसे ज्यादा किसानों के द्वारा बोई गई फसलों पर होता है | कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग ने विभिन्न बागवानी फसलों के क्षेत्रफल एवं उत्पादन के बारे में 2018-19 के अंतिम आकलन तथा 2019-20 के प्रथम अग्रिम आकलन जारी किए हैं। ये आकलन विभिन्न राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों तथा अन्य स्रोत एजेंसियों से प्राप्त किए गए विवरण पर आधारित हैं।
मंत्रालय ने कहा है की की देर से और अत्यधिक बारिश के कारण खरीफ मौसम में 22 प्रतिशत प्याज फसल को नुकसान हुआ था | फसल ख़राब होने के कारण प्याज की कीमत पिछले महीनों में 160 रुपये किलो तक पहुँच गई थी | अभी के सीजन में कुछ सब्जी फसलों के रकबे में व्रद्धी दर्ज की गई है वहीँ कुछ में गिरावट भी है |
देश में कुल बागवानी फसलों का उत्पादन
कुल बागवानी | 2017-18 | 2018-19(अंतिम) | 2019-20(प्रथम अग्रिम आकलन) |
क्षेत्रफल (मिलियन हेक्टेयर) | 25.24 | 25.43 | 25.61 |
उत्पादन (मिलियन टन) | 310.67 | 310.74 | 313.35 |
वर्ष 2019-20 में आलू, प्याज एवं टमाटर के उत्पादन में होगी वृद्धि
2019-20 में कुल बागवानी उत्पादन (प्रथम अग्रिम अनुमान) 2018-19 की तुलना में 0.84% अधिक होने की उम्मीद है।
सब्जियों, सुगंध विज्ञान और औषधीय और वृक्षारोपण में वृद्धि की परिकल्पना की गई है लेकिन फलों, फूलों और मसालों में कमी की उम्मीद है। 2018-19 के मुकाबले 2019-20 में फलों का उत्पादन 2.27% कम होने की उम्मीद है। यह मुख्य रूप से अंगूर, केला, आम, खट्टे, पपीता और अनार के उत्पादन में नुकसान के कारण है। 2018-19 के मुकाबले 2019-20 में सब्जियों के उत्पादन में 2.64% की वृद्धि होने का अनुमान है। यह वृद्धि मुख्य रूप से प्याज, आलू और टमाटर के उत्पादन में वृद्धि के कारण है।
- वर्ष 2018-19 में 82 मिलियन टन प्याज के उत्पादन की तुलना में 2019-20 में 24.45 मिलियन टन प्याज का उत्पादन (7.17% की वृद्धि) होने की उम्मीद है।
- 2018-19 में 19 मिलियन टन आलू के उत्पादन की तुलना में आलू का उत्पादन 51.94 मिलियन टन (3.49% की वृद्धि) होने की उम्मीद है।
- वर्ष 2018-19 में 01 मिलियन टन टमाटर के उत्पादन की तुलना में टमाटर का उत्पादन 19.33 मिलियन टन (1.68% की वृद्धि) होने की उम्मीद है।
Kisan
2019 कितने टन आलू उत्पादन हुआ था
50.19 मिलियन टन