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खराब मौसम के चलते खरीफ फसलों की बुआई में आई काफी कमी

Rajyo me fasal buaai ki sthiti

खरीफ फसलों की बुआई की ताजा स्थिति

मौसम आजाने के बाद भी देश भर में एक समान बारिश नहीं हुई है | कहीं अधिक बारिश तो कही बहुत कम बारिश हुई है | कुछ स्थानों पर शुरू में बारिश अच्छी थी लेकिन अभी कुछ दिनों से मौसम ने अपना असर नहीं दिखा पा रहा है | जिससे किसानों ने खरीफ फसल की सिंचाई शुरू कर दिया है | जहाँ पर खरीफ फसल की बुआई नहीं हुआ है वहां पर बुआई पर असर पद रहा है |

मध्यप्रदेश राज्य

खरीफ सीजन में अब तक 76 लाख 55 हजार हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बुआई का कार्य हो चूका है | लक्ष्य एक करोड़ 37 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुआई का है |

फसलों में अब तक सोयाबीन, मूंगफली और तिल आदि तिलहन फसलों की सर्वाधिक 38 लाख 62 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बुआई हुई है | लक्ष्य 41 लाख 86 हजार हेक्टेयर का है | तुअर, उड़द, मूंग, कुंलथी आदि दलहन फसलों की 10 लाख 40 हजार हेक्टेयर में बुआई की गई है | लक्ष्य 23 लाख 15 हजार का है | धान, ज्वार मक्का, बाजरा, कोदो आदि में निर्धारित लक्ष्य 43 लाख 99 हजार हेक्टेयर के विरुद्ध 21 लाख 80 हजार हेक्टेयर में बुआई पूरी हो चुकी है | कपास 6 लाख 19 हजार हेक्टेयर के लक्ष्य के विरुद्ध 5 लाख 73 हजार हेक्टेयर में लगाया गया है |

प्रदेश में 48 प्रतिशत खाधान और 60 प्रतिशत तिलहन फसलों की बोनी हो चुकी है | सामान्य टूर पर प्रदेश में एक करोड़ 18 लाख 50 हजार हेक्टेयर में खरीफ फ्स्लोंकी बोनी होती है |

बिहार राज्य

जुलाई माह में खरीफ फसल की बुवाई सुधार हुआ है | बिहार राज्य में खरीफ 2019 में अब तक धान बिचड़ा का आच्छादन 3,30,000 हे | लक्ष्य के विरुद्ध आज तक 2,57,189 हे. हुई है, जो 77.94 प्रतिशत है | धान की रोपनी का लक्ष्य 33,00,000 हे. निर्धारित किया गया है , जिनके विरुद्ध आज तक 2,51,550 लाख हे. में धान की रोपनी हुई है  मुख्य रूप से पूर्वी चम्पारण (51,699 हे.), प. चम्पारण (50,110 हे.), सीतामढ़ी (27,433 हे.), पूर्णिया (23,315 हे.) सहित तिरहुत एवं दरभंगा प्रमण्डल में रोपणी का कार्य प्रारम्भ हो गया है | खरीफ मौसम में मक्का की बुआई 4,24,500 हे. क्षेत्र में की जाएगी , अब तक इस लक्षण के विरुद्ध अब तक 1,64,620 हे. क्षेत्र में आच्छादन हुआ है, जो 38.78 प्रतिशत है |

दूसरी तरफ सूखे से निपटने के लिए भी तैयारी कर ली गई है | सरकार ने खरीफ मौसम में धान की सामुदायिक नर्सरी तैयारी की गई है | इस नर्सरी से बिचड़ा छतिग्रस्त होने पर पुन: धान की समय पर रोपानी हेतु इच्छुक एवं जरूरतमंद कृषकों के बीच नि:शुल्क (शत प्रतिशत अनुदान पर) बिचड़ा उपलब्ध कराया जायेगा | धान की नर्सरी में तैयार बिचडों को इच्छुक एवं जरूरतमंद कृषकों के बीच नि:शुल्क वितरण (शत प्रतिशत अनुदान पर) किया जायेगा | इस योजना से सिंचाई सुविधा रहित एवं भूमिहीन जोत करने वाले किसानों को समय पर धान की रोपणी करने में मदद मिलेंगी |  विभाग द्वारा प्रतिदिन किसानों की बेहतरी के लिए समीक्षा बैठक की जा रही है |

छत्तीसगढ़ राज्य

खरीफ मौसम में खेत-खलिहानों में बोनी का कार्य तेजी से चल रहा है। राज्य में धान की फसल के लिए 3677.00 हजार हेक्टेयर में बोनी के लक्ष्य के विरूद्ध अबतक 1546.92 हजार हेक्टेयर में बोनी कर ली गई है, जो कुल बोनी का 42 प्रतिशत है। खरीफ सीजन में विभिन्न किस्म के 8 लाख 50 हजार 550 क्विंटल बीज लक्ष्य के विरूद्ध 7 लाख 77 हजार 441 क्विंटल बीज का भण्डारण कर अब तक 5 लाख 85 हजार 679 क्विंटल बीज का वितरण किया गया है। इसी प्रकार 10 लाख 50 हजार मीट्रिक टन उर्वरक लक्ष्य के विरूद्ध 8 लाख 83 हजार 888 मीट्रिक टन भण्डारण कर 4 लाख 9 हजार 441 मीट्रिक टन उर्वरक का वितरण किया गया है।

    कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में धान का प्रस्तावित रकबा 3677.00 हजार हेक्टेयर के विरूद्ध 1546.92 हजार हेक्टेयर में बोनी हुई है। मक्का का प्रस्तावित लक्ष्य 230.00 हजार हेक्टेयर के विरूद्ध बोनी 81.13 हजार हेक्टेयर एवं ज्वार, कोदो कुटकी एवं अन्य लघु धान्य का लक्ष्य 81.57 हजार हेक्टेयर के विरूद्ध बोनी 1.17 हजार हेक्टेयर में बोनी हुई है। प्रदेश में अनाज का कुल निर्धारित लक्ष्य 3988.57 हजार हेक्टेयर के विरूद्ध 1629.22 हजार हेक्टेयर में बोनी हुई है। राज्य में दलहन का प्रस्तावित लक्ष्य 391.78 हजार हेक्टेयर है जिसके विरूद्ध अभी तक कुल दलहन 24.56 हजार हेक्टेयर में बोनी हुई है।

जिसमें अरहर 150.00 हजार हेक्टेयर के विरूद्ध बोनी 11.32 हजार हेक्टेयर, उड़द 170.30 हजार हेक्टेयर के विरूद्ध 9.24 हजार हेक्टेयर, मूंग 30.50 हजार हेक्टेयर के विरूद्ध 3.99 हजार हेक्टेयर में बोनी हुई है एवं कुल्थी 40.98 हजार हेक्टेयर के विरूद्ध बोनी 0.01 हजार हेक्टेयर है। तिलहन का प्रस्तावित लक्ष्य 295.65 हजार हेक्टेयर है जिसके विरूद्ध अभी तक तिलहन 55.97 हजार हेक्टेयर में बोनी हुई है। जिसमें मूंगफली 65.00 हजार हेक्टेयर के विरूद्ध बोनी 9.81 हजार हेक्टेयर, तिल 40.00 हजार हेक्टेयर के विरूद्ध बोनी 1.48 हजार हेक्टेयर एवं सोयाबीन 120.00 हजार हेक्टेयर के विरूद्ध 44.68 हजार हेक्टेयर में बोनी हुई है।

        रेशे वाले एवं अन्य साग-सब्जियों के फसलों के अंतर्गत प्रस्तावित लक्ष्य 144.00 हजार हेक्टेयर के विरूद्ध 35.53 हजार हेक्टेयर में बोनी की जा चुकी है। इस प्रकार खरीफ मौसम का कुल प्रस्तावित लक्ष्य का 4820.00 हजार हेक्टेयर के विरूद्ध 1745.28 हजार हेक्टेयर में बोनी का कार्य हुआ है जो प्रस्तावित लक्ष्य का 36 प्रतिशत है।

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