अरहर की फली की मक्खी
अरहर की फली की मक्खी छोटी चमकदार काले रंग की घरेलू मक्खी की तरह है परन्तु आकार में छोटी होती है | इसका मादा फलियों में बन रहे दानों के पास अपने अंडरोपक की सहायता से अण्डे देती है जिससे निकलने वाले गिदारे फली के अन्दर बने रहे डेन को खाकर नुकसान पहुँचाती है |
प्रभावित फसल – अरहर, सब्जी |
रोकथाम
- सर्वेक्षण द्वारा नाशीजीव एवं उनके प्राकृतिक शत्रु पर निगाह रखनी चाहिए | नाशीजीव के अण्ड समूह एवं इल्लियों को प्रारम्भिक अवस्था में नष्ट करते रहना चाहिए |
- क्षतिग्रस्त फलियों को तोड़कर नष्ट कर देना चाहिए | खेत में खरपतवारों की रोकथाम समय – समय पर करते रहना चाहिये | अगेती प्रजातियों पर्स यू.पि.ए.एस. 120, पूसा 992, ता – 21 की बुवाई करनी चाहिए |
- रासायनिक नियंत्रण के लिए डाईमेंथोएट 30 ई.सी. 1.0 ली. प्रति हे. की दर से 500 – 600 ली. पानी में घोल बनाकर प्रति हे. की दर से छिड़काव करना चाहिए |
अथवा
- इमडाक्लोप्रिड 17.8 एस.एल. 200 मि.ली. प्रति हे. की दर से 500 – 600 ली. पानी में घोल बनाकर प्रति हे. की दर से छिड़काव करना चाहिए |