समर्थन मूल्य पर धान की खरीद
धान की कटाई के साथ ही राज्य सरकारों के द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP पर इसकी खरीद के लिए तैयारी भी शुरू कर दी गई है, इसके लिए सरकार द्वारा तारीखों का ऐलान भी कर दिया गया है। इस कड़ी में हरियाणा सरकार किसानों से धान की ख़रीदी की शुरुआत 1 अक्टूबर से शुरू करने जा रही है, जो 15 नवंबर, 2022 तक जारी रहेगी। इस बार सरकार ने 55 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद का लक्ष्य रखा है। साथ ही इस वर्ष सरकार ने मंडियों में लगने वाली मार्केट फीस में भी परिवर्तन किया है।
इसके अलावा इस वर्ष हरियाणा सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि समर्थन मूल्य पर खरीद हेतु जिन क्षेत्रों में धान की अच्छी पैदावार होती है, उन क्षेत्रों में औसत पैदावार 30 क्विंटल प्रति एकड़ व अन्य क्षेत्रों में 28 क्विंटल प्रति एकड़ मानी जाएगी।
किसान को देना होगा इतनी मार्केट फीस
इस वर्ष हरियाणा सरकार ने फैसला लिया है कि जो धान न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP पर नहीं खरीदा जाता, जैसे बासमती व डुप्लीकेट बासमती, उस पर 4 प्रतिशत मार्केट फीस की जगह अब सीधा 100 रुपये प्रति क्विंटल फीस लगेगी, जिसमें से 50 रुपये मंडी बोर्ड को जाएंगे और 50 रुपये हरियाणा ग्रामीण विकास फंड में उपकर के रूप में जमा होंगे।
इन फसलों की भी की जायेगी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद
इस वर्ष खरीफ सीजन सत्र 2022-23 के दौरान धान, बाजरा, मक्का, मूंग, सूरजमुखी, मूंगफली, तिल, अरहर और उड़द आदि फसलों की खरीद की जाएगी। मूंग की खरीद 1 अक्टूबर से शुरू होगी और यह 15 नवंबर 2022 तक जारी रहेगी। वहीं मूंगफली की खरीद 1 नवंबर से 31 दिसंबर 2022 तक की जाएगी। इसके अलावा, अरहर, उड़द और तिल की खरीद 1 दिसंबर से शुरू होगी और 31 दिसंबर 2022 तक जारी रहेगी।
इस भाव पर की जायेगी धान एवं अन्य खरीफ फसलों की खरीद
खरीफ फसलों की खरीद भारत सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP पर की जाएगी। धान (कॉमन) के लिए 2040 रुपये प्रति क्विंटल, धान (ग्रेड-ए) के लिए 2060 रुपये प्रति क्विंटल, बाजरा के लिए 2350 रुपये प्रति क्विंटल, मक्का के लिए 1962 रुपये प्रति क्विंटल, मूंग के लिए 7755 रुपये प्रति क्विंटल, सूरजमुखी के लिए 6400 रुपये प्रति क्विंटल, मूंगफली के लिए 5850 रुपये प्रति क्विंटल, तिल के लिए 7830 रुपये प्रति क्विंटल, अरहर व उड़द के लिए 6600 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी निर्धारित किया गया है।
200 से अधिक मंडियों में होगी धान की खरीद
इस वर्ष हरियाणा सरकार द्वारा खरीफ फसलों की निर्बाध खरीद सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त संख्या में मण्डियों की व्यवस्था की गई है। धान की खरीद के लिए 201 मंडियाँ, बाजरा की खरीद के लिए 86 मंडियाँ, मक्का की खरीद के लिए 19 मंडियाँ, मूंग की खरीद के लिए 38 मंडियां, सूरजमूखी की खरीद के लिए 9 मंडियां, मूंगफली की खरीद के लिए 7 मंडियां, तिल की खरीद के लिए 27 मंडियां, अरहर की खरीद के लिए 22 मंडियां तथा उड़द की खरीद के लिए 10 मंडियां निर्धारित की गई हैं।
हेल्प डेस्क से होगा किसानों की समस्या का समाधान
मंडियों में किसानों की मदद के लिए हेल्प डेस्क की सुविधा भी स्थापित की गई है। इस हेल्प डेस्क पर मार्केटिंग बोर्ड, कृषि व संबंधित विभाग के अधिकारी तैनात होंगे। हेल्प डेस्क पर किसानों की शिकायतों का भी निवारण किया जाएगा।