किसानों को 90 प्रतिशत की सब्सिडी पर दिए जाएंगे जैविक कीटनाशक

जैविक कीटनाशक पर अनुदान

रासायनिक खेती से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए सरकार द्वारा जैविक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। अधिक से अधिक किसान जैविक खेती को अपनाए इसके लिए सरकार द्वारा किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएँ चलाई जा रही हैं, जिसमें किसानों को जैविक खेती के लिए आवश्यक सामग्रियों पर अनुदान दिया जा रहा है। जिससे जहां खेती की लागत कम होगी वहीं फसलों की गुणवत्ता में भी वृद्धि होगी जो जन सामान्य के लिए स्वास्थ्यवर्धक होगी। 

इस कड़ी में राजस्थान सरकार ने राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए कई नई योजनाओं की शुरुआत की है। योजना के तहत राज्य के किसानों को जैविक कीटनाशक की खरीद पर 90 फ़ीसदी तक का अनुदान दिया जाएगा। इससे किसानों को कम मूल्य पर जैविक कीटनाशक मिलेगा जिससे कृषि में लागत कम होगी।

जैविक कीटनाशक पर कितना अनुदान (Subsidy) दिया जाएगा

कृषि विभाग के आयुक्त श्री कानाराम ने बताया कि अधिक से अधिक किसानों को जैविक खेती के लिए प्रेरित करने के लिए वर्ष 2022—23 में एक लाख किसानों को 90 प्रतिशत अनुदान पर बायो पेस्टीसाइट किट उपलब्ध कराया जाएगा। कृषि आयुक्त ने बताया कि किसानों को बायो पेस्टीसाइट किट की खरीद पर 90 प्रतिशत अथवा अधिकतम 900 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से अनुदान उपलब्ध करवाया जाएगा। किसानों को मात्र 10 प्रतिशत राशि ही देनी होगी। इसके लिए राज्य सरकार ने 9 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा गया है।

इन किसानों को दी जाएगी प्राथमिकता

राज्य के एक लाख किसानों को जैविक कीटनाशक अनुदान पर वितरित किया जाएगा| जिसमें अनुदान पर बायो पेस्टीसाइट किट वितरण के लिए राज्य सरकार ने कम से कम 50 प्रतिशत लघु अथवा सीमांत कृषकों को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा है। इसके अतिरिक्त अनुसूचित जाति, जनजाति, महिला किसान, बीपीएल, अंत्योदय अथवा खाद्य सुरक्षा परिवारों के कृषकों को प्राथमिकता दी जाएगी।

इन जैविक कीटनाशकों पर दिया जाएगा अनुदान

किसान फसलों में लगने वाले अलग-अलग कीटों के लिए अलग-अलग कीट नाशकों का प्रयोग करते हैं। ऐसे में राज्य सरकार ने सभी अनुशंसित जैविक कीट नाशकों पर अनुदान देने का फैसला लिया है। राज्य सरकार किसानों को ट्राइकोडर्मा, एनएसकेई, अजाडिरेक्टिन, बिउवेरिया बासिना, मेटाहरजिसम, वर्टीसीलम, एन.पी.वी., फेरेमौन ट्रेप, ट्राईकोकार्ड्स आदि बायो पेस्टीसाइट अनुमोदित दर पर उपलब्ध होंगे। 

सम्बंधित लेख

3 COMMENTS

  1. मैं किसान परिवार हूँ पर किसान नहीं मुझे किसान , प्राकृतिक खेती, गौ सेवा में रूचि है मै बेरोजगार हूँ जिला छिंदवाड़ा शैक्षणिक योग्यता व कार्यानुभव
    1.एम ए संस्कृत
    2. कम्प्यूटर पीजी
    3.प्रबंधन डिप्लोमा मार्केटिंग व सेल्स सर्विस

    • सर आप अपने ज़िले के कृषि विज्ञान केंद्र से प्रशिक्षण ले सकते हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
यहाँ आपका नाम लिखें

Stay Connected

217,837FansLike
500FollowersFollow
865FollowersFollow
54,100SubscribersSubscribe

Latest Articles

ऐप इंस्टाल करें