गोबर खरीदी का भुगतान
देश-भर में किसानों से गाय एवं भैंस का दूध ख़रीदा जाता है परन्तु पशुपालकों को उससे भी अधिक लाभ नहीं होता है | ऐसे में पशुपालन को लाभ का धंधा बनाने के लिए छतीसगढ़ राज्य सरकार ने नई योजना “गोधन न्याय योजना” की शुरुआत की है, जिसके तहत किसानों एवं पशुपालकों से गोबर की खरीदी की जाती है एवं इस गोबर से जैविक खाद बनाकर किसानों को कम दामों पर बेचीं जाती है | योजना के तहत राज्य के पशुपालकों से 2 रूपये प्रति किलोग्राम की दर से गोबर की खरीदी की जाती है | इस योजना के तहत सीधे तौर पर 1 लाख 62 हजार 497 पशुपालक जुड़े हुए हैं |
प्रत्येक 15 दिन में हितग्राही के खातों में गोबर खरीदी की राशि का भुगतान सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में भेजा जाता है | इस क्रम में 15 वीं और 16 वीं किश्त के रूप में हितग्राही के बैंक खातों में 21 मार्च को पैसा भेजा जायेगा | यह राशि कुल 7 करोड़ 55 लाख रुपये है |
अभी तक किया गया गोबर खरीदी का भुगतान
15 वीं तथा 16 वीं किश्त के रूप में हितग्राही के बैंक खातों में 7 करोड़ 55 लाख रूपये 21 मार्च को भेजा जायेगा | जिसमें से 15 वीं किश्त के रूप में 3 करोड़ 75 लाख रूपये तथा 16 वीं किश्त के रूप में 3 करोड़ 80 लाख रुपये शामिल है | किसानों को अब तक लगभग 81 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चूका है |
अभी तक कितना सरकार द्वारा ख़रीदा गया कुल गोबर
पशुपालक किसानों के लिए अतरिक्त आय के रूप में 20 जुलाई 2020 को शुरू की गई योजना के तहत अभी तक कुल 44 लाख क्विंटल गोबर की खरीदी की गई है | जबकि 15 वीं तथा 16 वीं किश्त में 15 मार्च तक 1 लाख 18 हजार 611 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन किया गया है | इस योजना के तहत सरकार का दावा है कि 1 लाख 62 हजार 497 पशुपालक लाभान्वित हो रहे हैं तो दूसरी तरफ 70 हजार 299 भूमिहीन ग्रामीण लाभान्वित हो रहे हैं | सबसे बड़ी बात यह है की इस योजना से 44.55 प्रतिशत महिलाएं को प्रत्यक्ष रूप से लाभ मिल रहा है |
सरकार के द्वारा 2 रूपये प्रति किलोग्राम की दर से खरीदे जा रहे गोबर से गठानों में वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाई जा रही है | यह काम स्व-सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा किया जा रहा है | गोठानों से तैयार वर्मी कम्पोस्ट को किसानों को बेचा जा रहा है, जिससे जैविक खेती को बढ़ावा मिल रहा है | अभी तक 83 हजार 900 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का विक्रय किया जा चूका है |
राज्य में कुल गोठानों की संख्या
सुराजी गांव योजना के तहत अब तक 44 लाख क्विंटल गोबर खरीदा गया है | सुराजी गाँव योजना के अंतर्गत प्रदेश में कुल 9 हजार 487 गौठान स्वीकृत किये गये हैं, जिनमे से 5 हजार 586 गौठान निर्मित किए जा चुके हैं तथा 2 हजार 772 गौठान निर्माणाधीन है | पिछले माह 324 गौठान निर्मित किए गये हैं | इसी तरह गौठानों में 85 हजार 503 वर्मी टांका स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें से 15 मार्च तक 69 हजार 972 वर्मी टांकों का निर्माण पूर्ण किया जा चूका है | राज्य में स्वालम्बी गौठानों की संख्या बढ़कर 387 हो गई है |