किसानों के हित में छत्तीसगढ़ सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। राज्य में किसानों के लिए चलाई जा रही “कृषक उन्नति योजना” का लाभ रेहगा, बटाई, लीज और डुबान क्षेत्र पर खेती करने वाले किसानों को भी मिलेगा। बुधवार 30 अप्रैल के दिन मुख्यमंत्री विष्णु देव से की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। कैबिनेट की मंजूरी के बाद अब राज्य के रेगहा, बटाई, लीज और डुबान क्षेत्र पर खेती करने वाले किसानों को भी कृषक उन्नति योजना के तहत अनुदान दिया जाएगा।
30 अप्रैल के दिन हुई कैबिनेट की बैठक में कृषक उन्नति योजना के दिशा-निर्देशों में संशोधन करते हुए इसका लाभ प्रदेश के ऐसे रेहगा, बटाई, लीज और डुबान क्षेत्र पर खेती करने वाले समस्त किसान जिनसे खरीफ मौसम में सहकारी समिति एवं छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषक विकास निगम लिमिटेड के माध्यम से धान या धान बीज का उपार्जन किया गया है, उन्हें भी आदान सहायता राशि दी जाएगी।
क्या है कृषक उन्नति योजना
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों को फसल उत्पादन के लिए आवश्यक आदान जैसे उन्नत बीज, उर्वरक, कीटनाशक, कृषि यंत्र एवं नई कृषि तकनीकों में निवेश के लिए कृषक उन्नति योजना के तहत आर्थिक सहायता दी जाती है। योजना के तहत धान की खेती करने वाले किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की खरीद पर अतिरिक्त सहायता यानि की बोनस राशि दी जाती है।
अब तक इस योजना के तहत केवल मालिकाना हक वाले किसानों को ही सहायता राशि दी जाती थी लेकिन इस संशोधन से वंचित और सीमांत किसानों को भी सरकार की योजना का लाभ मिलेगा। यह फैसला विशेष रूप से उन किसानों के लिए राहत लेकर आया है जो भूमि के मालिक नहीं हैं लेकिन बटाई या लीज पर खेती कर अपनी आजीविका चला रहे हैं।