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गुरूवार, मार्च 28, 2024
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अब इस राज्य में फॉल आर्मी वर्म कीट का प्रकोप, नियंत्रण के लिए सरकार दे रही 50 प्रतिशत अनुदान

फॉल आर्मी वर्म कीट का प्रकोप

लगता है कि यह वर्ष किसानों के लिए मुसीबत का ही रहेगा | पहले बाढ़ उसके बाद सुखाड़, फिर कुछ राज्यों में ओले पड़ रहे हैं तो कुछ राज्यों में पाला पड़ रहा है | अब राजस्थान में टिड्डी कीट का प्रकोप लगातार बना हुआ है इसके बाद बिहार में अब फॉल आर्मी वर्म का प्रकोप मक्का की फसलों पर शुरू हो गया है | बिहार देश भर में मक्का की उत्पादन में अग्रणी स्थान रखता है | पिछले दिनों 2 जनवरी 2020 को भारत सरकार के तरफ से बिहार को मक्का उत्पादन में पहले स्थान पर रहने के कारण किसान कर्मण पुरस्कार मिला है लेकिन फाल आर्मी का प्रकोप के कारण मक्का की फसल को तेजी नुकसान पहुंचा रहा है |

बिहार के अधिकतर जिलों में रबी मक्का में आर्मी वर्म का प्रकोप बड़ी तेजी से बढ़ते हुए देखा गया है | इस कीट का फैलाव रातों–रात 100 किलोमीटर तक होता है | यह मक्का के अन्य फसलों को भी क्षति पहुंचता है , परन्तु इस कीट का सबसे पसंदीदा भोजन मक्का फसल ही होता है |इस कीट की रोकथाम के लिए राज्य सरकार ने एक अभियान के तहत नियंत्रण के लिए राशि जारी कर दी है | इसकी पूरी जानकारी किसान समाधान लेकर आया है |

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इस योजना में कि जिलों को शामिल किए गया है ?

कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने इसके बार में जानकारी देकर बताया कि बिहार के 22 जिलों में फॉल आर्मी का प्रकोप फसलों पर देखा जा सकता है | इसलिए 22 जिलों में फाँल आर्मी के नियंत्रण के लिए 1441.141 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की गई है | यह 22 जिले इस प्रकार है – सारण गोपालगंज, सीतामढ़ी, नालंदा, वैशाली, शेखपुरा, बेगुसराय, खगड़िया, भागलपुर, सुपौल, अररिया, सिवान, मुजफ्फरपुर, शिवहर, गया, समस्तीपुर, मुंगेर, जमुई, बाँका,सहरसा, पूर्णिया एवं कटिहार जिला शामिल है |

 किसानों को क्या फायदा होगा ?

फॉल आर्मी वर्म का प्रकोप मक्का फसल पर अधिक होता है | बिहार राज्य मक्का उत्पादन में अग्रणी स्थान रखता है | इसलिए मक्का की बचाव के लिए राज्य सरकार ने 1441.141 लाख रूपये की स्वीकृत किया गया है | इस योजना के अनुसार 22 जिलों में मक्का किसानों को यांत्रिक एवं जैविक कीटनाशक / सामग्रियाँ अनुदानित दर पर दी जायेगी | फाँल आर्मी वर्म का नये क्षेत्रों में भी प्रकोप होने पर रासायनिक कीटनाशक के मूल्य का 50 प्रतिशत अधिकतम 570 रूपये प्रति एकड़ की दर से अनुदान दिया जायेगा| जिला स्तर पर आवश्यकतानुसार सहायक निदेशक पौधा संरक्षण के द्वारा किसानों को रासायनिक कीटनाशक अनुदान पर उपलब्ध कराया जायेगा | इस योजना का कार्यान्वयन 20 एकड़ के क्लस्टर में किया जायेगा |

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 फॉल आर्मी की नियंत्रण के लिए क्या उपाय करें ?

बिहार कृषि विभाग के द्वारा फॉल आर्मी वर्म नियंत्रण के लिए किसान भाई–बहनों के लिए एडवाईजरी जारी कर दी गई है | फाँल आर्मी वर्म से बचाव हेतु प्रति एकड़ 5 फेरोमोन ट्रैप लगाने की अनुशंसा कृषि वैज्ञानिकों द्वारा की गई है | फेरोमोन ट्रैप एक किप आकार का कीट फंसाने वाला यंत्र है | फेरोमोन ट्रैप के त्योर के माध्यम से कीटों को प्रभावी रूप से नियंत्रण किया जा सकता है | जैविक खेती के लिए फेरोमोन ट्रैप का उपयोग आवश्यक है | फेरोमोन ट्रैप किट नियंत्रण का एक सशक्त उपकरण है | इसके उपयोग से नर कीटों की संख्या कम होने के कारण हानिकारक कीटों जैसे फाल आर्मी वर्म के वर्तमान एवं अगली पीढ़ी की कीटों को नियंत्रित किया जा सकता है | इसके प्रयोग से रासायनिक कीटनाशियों के प्रयोग में 40 से 60 प्रतिशत की कमी आती है, जिसकी वजह से पर्यावरण, जल एवं मिट्टी में मौजूद अवयवों की सुरक्षा होती है |

फॉल आर्मी वर्म कीट की पहचान | जैविक एवं रासायनिक तरीके से नियंत्रण | Fall Armyworm Insect ||

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