तिवड़ा युक्त चना खरीदी
कोविड –19 के कारण देश भर में लॉकडाउन के बीच रबी फसल कि खरीदी देर से शुरू हो पाई थी | जिसके कारण 31 मई तक सभी किसानों से रबी फसल कि खरीदी पूरा तरह नहीं की जा सकी है | किसानों के अनुरोध पर कई राज्यों ने रबी फसल के कुछ फसलों के लिए खरीदी का समय सीमा बढ़ा दी गई है | जहाँ राजस्थान ने चना तथा सरसों कि खरीदी के लिए 10 जून तक खरीदी के लिए पंजीयन की डेट बढ़ा दिया है तो वहीं मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के किसानों के लिए सरसों तथा चना कि सरकारी खरीदी के लिए 30 जून तक डेट कर दी है | जिससे वैसे किसान को फायदा होगा जो अभी तक टोकन नहीं मिलने के कारण चना बेच पाए थे | इसके साथ वैसे किसान को भी फायदा होगा जो किसी कारणवश अभी तक पंजीयन नहीं करवा पाए थे |
2 प्रतिशत तक तिवड़ायुक्त चना समर्थन मूल्य पर ख़रीदा जायेगा
वर्ष 2019 – 20 में खराब मौसम के कारण रबी फसल में काला दाग लग गया है या फिर उसमें मिट्टी मिली हुई है | जिस किसान का काला दाग के कारण फसल नहीं बेच पा रहे थे उन किसानों के लिए सरकार ने खरीदी के लिए रास्ता साफ कर दिया है | मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसानों का तिवडा मिश्रित चना भी अब समर्थन मूल्य पर खरीदी किए जायेगा | मध्यप्रदेश सरकार द्वारा विगत सप्ताह प्रस्ताव भेजकर 2 प्रतिशत तक तिवड़ायुक्त चना किसानों से खरीदे जाने के लिये अनुरोध किया गया था, जिसे भारत सरकार द्वारा स्वीकार कर अनुमति प्रदान कर दी गई है। अब रबी विपणन वर्ष 2020-21 में किसानों से समर्थन मूल्य पर तिवड़ायुक्त चना खरीदा जा सकेगा।
खरीद सीमा को हटाया गया
किसानों के द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर चना तथा सरसों बेचने के लिए 40 क्विंटल की सीमा थी जिससे बड़े किसान को दो बार खरीदी केंद्र पर आना पड़ता था | इसके लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय कृषि मंत्री से बात करके चना तथा सरसों को बेचने के लिए लगे पावंदी को हटा दिया है | जिससे कोविड – 19 में किसानों के लिए राहत कि खबर है |
समर्थन मूल्य पर खरीदी
मध्य प्रदेश में अभी तक 882 खरीदी केन्द्रों पर 1 लाख 83 हजार 913 किसानों से 3 लाख 82 हजार 410 मीट्रिक टन चना, मसूर एवं सरसों का समर्थन मूल्य पर खरीदी की गई | वहीँ गेहूं कि खरीदी का काम पूरा हो गया है | 15 अप्रैल से शुरू हुआ गेहूं कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी 31 मई तक चला है | प्रदेश में रिकार्ड 1 करोड़ 22 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा गेहूं कि खरीदी की गई है |