28.6 C
Bhopal
शनिवार, मार्च 22, 2025
होमकिसान समाचारनीलगाय और अन्य वन्य जीवों से फसलों को नहीं होगा नुकसान,...

नीलगाय और अन्य वन्य जीवों से फसलों को नहीं होगा नुकसान, सरकार करेगी यह काम

हर साल नीलगाय, कृष्ण मृग और अन्य वन्य जीवों से किसानों की फसलों को काफी नुकसान होता है। ऐसे में फसलों को होने वाले नुकसान से बचाने और वन्य जीवों के कल्याण के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। मध्य प्रदेश सरकार नीलगाय, कृष्ण मृग सहित अन्य वन्य जीवों को पकड़कर अन्य जगहों पर स्थापित करेगी ताकि किसानों और वन्य जीवों के बीच संघर्ष ना हो और किसानों की फसलों को नुकसान से बचाया जा सके।

गुरुवार 13 मार्च के दिन प्रदेश में फसलों को जंगली जानवरों से बचाने के लिए मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने अधिकारियों को कई निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने यह निर्देश टाइगर फाउंडेशन समिति की 15वीं आम सभा की बैठक के दौरान दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में शेर, बाघ, चीता, सांभर, हाथी सभी प्रकार के वन्य जीवों के कल्याण के लिए सभी प्रयास किए जाएं।

हाथियों के लिए बनाए जाएंगे घास के मैदान

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के वनों में रह रहे हाथियों के कल्याण की भी चिंता की जाए। इनके भोजन की व्यवस्था करें। घास के मैदान बनाएं ताकि वे भोजन की तलाश में आबादी क्षेत्रों में यहां-वहां न भटकें। इससे किसानों की फसल हानि भी रुकेगी और मानव-हाथी के बीच टकराव की स्थिति के स्थान पर साहचर्य की भावना विकसित होगी।

यह भी पढ़ें:  सरकार ने बढ़ाई फसलों के उत्पादन की सीमा, अब किसान पहले से ज्यादा MSP पर बेच सकेंगे उपज

नील गाय एवं कृष्ण मृग पकड़कर किए जाएंगे स्थानांतरित

बैठक में बताया गया कि प्रदेश में किसानों को जंगली पशुओं से होने वाली फसल हानि को रोकने के लिए विशेष कार्य योजना बनाई गई है। फसल हानि करने वाली नीलगायों एवं कृष्ण मृगों (ब्लैक बक) को पकड़कर अन्यत्र स्थापित किया जाएगा। इन वन पशुओं को पकड़ने के लिए रॉबिन्सन 44 नामक हेलीकॉप्टर किराये पर लिया जाएगा। इसके लिए ई-टेंडर के जरिए निविदाएं भी आमंत्रित की गई हैं। हेलीकॉप्टर उपलब्ध होने पर नीलगाय और ब्लैक बक कैप्चर कार्य तत्काल प्रारंभ कर दिया जाएगा, इससे किसानों की फसल हानि रुकेगी।

बैठक में बताया गया कि समिति द्वारा पेंच, सतपुड़ा, वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व, रालामण्डल, कूनो, गांधीसागर, वन्य जीव अभयारण्य एवं माधव राष्ट्रीय उद्यान में अब तक 180 जागरूकता कैम्प, 24 क्षमता उन्नयन कैम्प एवं 14 कर्मचारी कल्याण (सोलर इलेक्ट्रिफिकेशन ऑफ पेट्रोलिंग कैम्प) आयोजित किए गए हैं।

Play Quiz
Install App
Join Whatsapp

Must Read

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
यहाँ आपका नाम लिखें

Latest News