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शनिवार, अप्रैल 20, 2024
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मक्के की यह विकसित किस्में लगायें और अधिक उत्पादन पाएं

मक्का की नई विकसित किस्में

मक्का देश में अनाज उत्पादन में महत्वपूर्ण स्थान रखता है | मक्के को मोटे आनाज की श्रेणी में रखा जाता है | मक्का की खेती देश में लगभग सभी प्रदेशों में किया जाता है | मक्का की खेती वर्ष में दो बार होने के कारण और भी महत्वपूर्ण हो जाता है | मक्का सभी प्रदेशों में उत्पादन होने के बाबजूद भी सामान किस्म के बीज का उपयोग नहीं किया जाता है | अलग – अलग राज्यों में जलवायु एक सामान नहीं रहने के कारण मक्के के किस्म में अलग – अलग रहता है | भारतीय मक्का अनुसन्धान केंद्र  (ICAR-Indaian Institute Of Maize Research ) के द्वारा वर्ष 2000 से लेकर 2017 तक भारत के विभिन्न क्षेत्रों के लिए लगभग 100 किस्में विकसित की गई है |  किसान समाधान मक्के की फसल से जुडी कुछ नई किस्मों की सभी जानकारी लेकर आया  है |

मक्का: पूसा विवेक क्यूपीयेम 9 उन्नत (संकर किस्म)

देश की उच्च प्रोविटामिन – ए युक्त संकर मक्का की पहली किस्म

उच्च प्रोविटामिन – ए (8.15 पीपीएम), लाइसीन (2.67 प्रतिशत) तथा ट्रिप्टोफैन (0.74 प्रतिशत) जो कि प्रचलित संकर किस्मों {प्रोविटामिन – ए (1.0 – 2.0 पीपीएम), लाइसीन (1.5 – 2.0 प्रतिशत) तथा ट्रिप्टोफैन (0.3 – 0.4 प्रतिशत)} की तुलना में अधिक है |

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पैदावार :- 55.9 किवंटल / हैक्टेयर (उत्तरी पहाड़ी क्षेत्र), 59.2 किवंटल / हैक्टेयर (दक्षिणी प्रायद्वीप क्षेत्र) |

फसल पकने की अवधि :- 93 दिन (उत्तरी पहाड़ी क्षेत्र), 83 दिन (दक्षिणी प्रायद्वीप क्षेत्र) |

खरीफ मौसम में जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश , उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्र, उत्तर पूर्वी राज्यों, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना तथा तमिलनाडु राज्यों के अनुमोदित

मक्का: पूसा एचएम 4 उन्नत (संकर किस्म)

इस किस्म में ट्रिप्टोफैन 0.91 प्रतिशत तथा लाइसीन (3.62 प्रतिशत) है जो कि प्रचलित संकर किस्मों की तुलना में अधिक { ट्रिप्टोफैन (0.3 – 0.4 प्रतिशत) तथा लाइसीन (1.5 -2.0 प्रतिशत) } है |

पैदावार :- 64.2 किवंटल / हैक्टेयर

फसल पकने की अवधि :- 87 दिन

खरीफ मौसम में पंजाब, हरियाण, दिल्ली, उत्तराखंड (मैदानी क्षेत्र), उत्तर प्रदेश (पश्चिमी क्षेत्र) राज्यों के लिए उपयुक्त

मक्का : पूसा एचएम 8 उन्नत

इस किस्म में ट्रिप्टोफैन 1.06 प्रतिशत तथा लाइसीन (4.18 प्रतिशत) है जो कि प्रचलित संकर किस्मों की तुलना में अधिक { ट्रिप्टोफैन (0.3 – 0.4 प्रतिशत) तथा लाइसीन (1.5 -2.0 प्रतिशत) } है |

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पैदावार :- 62.6 किवंटल / हैक्टेयर

फसल पकने की अवधि :- 95 दिन

खरीफ मौसम में महारष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना तथा तमिलनाडू राज्यों के लिए उपयुक्त |

मक्का : पूसा एचएम 9 उन्नत

इस किस्म में ट्रिप्टोफैन 0.68 प्रतिशत तथा लाइसीन (2.97 प्रतिशत) है जो कि प्रचलित संकर किस्मों की तुलना में अधिक { ट्रिप्टोफैन (0.3 – 0.4 प्रतिशत) तथा लाइसीन (1.5 -2.0 प्रतिशत) } है |

पैदावार :- 52.0 किवंटल / हैक्टेयर

फसल पकने की अवधि :- 89 दिन

खरीफ मौसम में बिहार, झारखंड, उड़ीसा, उत्तर प्रदेश (पूर्वी क्षेत्र) तथा पश्चिम बंगाल राज्यों के लिए उपयुक्त है |

वर्ष 2000 के बाद की मक्का की सभी नई विकसित किस्में जानने के लिए क्लिक करें 

6 टिप्पणी

    • जी सर बेबी कॉर्न की खेती कर सकते हैं यदि सिंचाई की व्यवस्था हो तो, आप अपने ज़िले के कृषि विज्ञान केंद्र में सम्पर्क करें।

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