मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की तरह ही अब राज्य सरकारें अपने राज्य के किसानों के लिए फसल बीमा योजना लेकर आ रही है | पहले बिहार, झारखंड, गुजरात राज्य सरकारें राज्य के किसानों के लिए अलग से फसल बीमा योजना लेकर आई थी | अब नया नाम हरियाणा का जुड़ गया है | हरियाणा सरकार ने राज्य के सब्जी, मसाला तथा फलों की खेती करने वाले किसानों के लिए अलग से एक बागवानी बीमा योजना लेकर आई है |
हरियाणा सरकार ने राज्य के किसानों के लिए “मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना” शुरू की है | इस योजना के तहत प्राकृतिक कारणों से फसलों की नुकसानी होने पर किसान को नुकसानी के आधार पर बीमा राशि दी जाएगी | इस योजना के लिए पहले वर्ष में राज्य सरकार ने 10 करोड़ रूपये का बजट रखा है | यह योजना किसानों के लिए अनिवार्य नहीं होगी |
योजना के तहत किन फसलों को किया जायेगा कवर
मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना (एमबीबीवाई) के तहत कुल 21 सब्जी, फल एवं मसाला फसलों को कवर किया जायेगा | इसके लिए किसान की सहमती जरुरी है यानि किसान यदि इस योजना में पंजीकरण करवाना चाहते हैं तो उन्हें इसके लिए पंजीकरण करना होगा |
किसानों को मेरी फसल मेरा ब्योरा (एमएफएमबी) पोर्टल पर अपनी फसल और क्षेत्र का पंजीकरण करते समय इस योजना का विकल्प चुनना होगा। मौसमवार फसल पंजीकरण की अवधि समय-समय पर निर्धारित एवं अधिसूचित की जाएगी। यह योजना व्यक्तिगत क्षेत्र पर लागू की जाएगी अर्थात फसल हानि का आकलन व्यक्तिगत क्षेत्र स्तर पर किया जाएगा।
किन परिस्थितियों में दी जाएगी बीमा राशि
बागवानी किसानों के लिए प्रतिकूल मौसम और प्राकृतिक आपदाओं के कारण बागवानी फसलों को होने वाले नुकसान की भरपाई की जाएगी | प्राकृतिक कारणों में इस योजना के तहत ओलावृष्टि, पाला, वर्षा, बाढ़, आग आदि जैसे मापदंडों को लिया गया है जिससे फसल को नुकसान होता है।
कितनी बीमा राशि दी जाएगी ?
योजना के तहत प्राकृतिक कारणों से फसलों की नुकसानी पर किसानों को नुकसानी के आधार पर बीमा राशि दी जाएगी | दावा मुआवजा सर्वेक्षण और नुकसान की चार श्रेणियों 25, 50, 75 और 100 प्रतिशत की सीमा पर आधारित होगा। योजना के तहत सब्जी एवं मसाला फसलों की नुकसानी पर अधिकतम 30,000 रुपये प्रति हेक्टेयर और फलों की नुकसानी पर अधिकतम 40,000 रुपये दिए जाएंगे |
किसान को प्रीमियम कितना देना होगा ?
मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना के तहत किसानों को फसलों का बीमा करवाना होगा | इसके लिए किसान को बीमा राशि का 2.5 प्रतिशत प्रीमियम देना होगा | योजना के अनुसार सब्जी तथा मसाला के लिए 750 रूपये प्रति हेक्टेयर तथा फलों के लिए 1,000 रूपये का प्रीमियम राशि देना होगा |