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MSP 2025-26: सरकार ने धान, मक्का सहित अन्य खरीफ फसलों के लिए जारी किया न्यूनतम समर्थन मूल्य

केंद्र सरकार ने 28 मई के दिन खरीफ विपणन सीजन 2025-26 के लिए धान, ज्वार, बाजरा, रागी, मक्का, तुअर/अरहर, मूंग, उड़द, मूंगफली, सूरजमुखी, सोयाबीन, तिल, रामतिल और कपास फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP की घोषणा कर दी है।

किसानों के लिए राहत भरी खबर आई है, केंद्र सरकार ने खरीफ सीजन 2025-26 के लिए धान, मक्का, सोयाबीन सहित अन्य सभी प्रमुख फ़सलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य यानि की MSP जारी कर दिया है। आज 28 मई 2025 के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने विपणन सीजन 2025-26 के लिए 14 खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि को मंजूरी दे दी है।

सरकार ने विपणन सीजन 2025-26 के लिए सभी खरीफ फसलों के MSP में वृद्धि की है जिससे किसानों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य मिलेगा। सरकार ने पिछले वर्ष की तुलना में MSP में सबसे अधिक वृद्धि रामतिल में की है जो 820 रुपए प्रति क्विंटल है। इसके बाद रागी के MSP में 596 रुपए की वृद्धि, कपास के MSP में 589 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि, तिल के MSP में 579 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि की है।

धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP 2025-26 कितना है?

सरकार द्वारा धान सामान्य और ग्रेड-ए के समर्थन मूल्य में पिछले वर्ष की तुलना में 69 रुपए की वृद्धि की है। जिससे इस वर्ष धान सामान्य का MSP बढ़कर 2369 रुपए प्रति क्विंटल एवं ग्रेड ए धान का MSP बढ़कर 2389 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। सरकार के मुताबिक इस वर्ष धान उत्पादन की लागत औसतन 1579 रुपए है, जिसके हिसाब से किसानों को लागत मूल्य का 50 प्रतिशत मार्जिन मूल्य यानि की लाभ मिलेगा। वहीं पिछले वर्ष सामान्य धान का MSP 2300 रुपए प्रति क्विंटल एवं ग्रेड ए धान का MSP 2320 रुपए प्रति क्विंटल था।

ज्वार का न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP 2025 कितना है?

इस वर्ष ज्वार हाइब्रिड और मालदंडी के समर्थन मूल्य में पिछले वर्ष की तुलना में 328 रुपए की वृद्धि की गई है। जिससे इस वर्ष ज्वार हाइब्रिड का MSP बढ़कर 3699 रुपए प्रति क्विंटल एवं ज्वार मालदंडी का MSP बढ़कर 3749 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। सरकार के मुताबिक इस वर्ष ज्वार उत्पादन की लागत औसतन 2466 रुपए प्रति क्विंटल है, जिसके हिसाब से किसानों को लागत मूल्य का 50 प्रतिशत मार्जिन मूल्य यानि की लाभ मिलेगा। वहीं पिछले वर्ष ज्वार हाइब्रिड का MSP 3371 रुपए प्रति क्विंटल एवं ज्वार मालदंडी का MSP 3421 रुपए प्रति क्विंटल था।

बाजरा का न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP 2025 कितना है?

सरकार द्वारा इस वर्ष बाजरे के न्यूनतम समर्थन मूल्य में पिछले वर्ष की तुलना में 150 रुपए की वृद्धि की गई है। जिससे इस वर्ष बाजरा का समर्थन मूल्य MSP बढ़कर 2775 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। सरकार के मुताबिक इस वर्ष बाजरा उत्पादन की लागत लगभग 1703 रुपए प्रति क्विंटल है, जिसके हिसाब से किसानों को लागत का 63 प्रतिशत अधिक मूल्य दिया जा रहा है। वहीं पिछले वर्ष बाजरे का समर्थन मूल्य MSP 2625 रुपये प्रति क्विंटल था।

रागी का न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP 2025 कितना है?

इस वर्ष रागी के न्यूनतम समर्थन मूल्य में पिछले वर्ष की तुलना में 596 रुपए की वृद्धि की गई है। जिससे इस वर्ष रागी का समर्थन मूल्य MSP बढ़कर 4886 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। सरकार के मुताबिक इस वर्ष रागी उत्पादन की लागत लगभग 3257 रुपए प्रति क्विंटल है, जिसके हिसाब से किसानों को लागत का 50 प्रतिशत अधिक मूल्य दिया जा रहा है। वहीं पिछले वर्ष रागी का समर्थन मूल्य MSP 4290 रुपये प्रति क्विंटल था।

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मक्का का न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP 2025 के कितना है?

सरकार द्वारा इस वर्ष मक्का के न्यूनतम समर्थन मूल्य में पिछले वर्ष की तुलना में 175 रुपए की वृद्धि की गई है। जिससे इस वर्ष मक्के का समर्थन मूल्य MSP बढ़कर 2400 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। सरकार के मुताबिक इस वर्ष मक्का उत्पादन की लागत लगभग 1508 रुपए प्रति क्विंटल है, जिसके हिसाब से किसानों को लागत का 59 प्रतिशत अधिक मूल्य दिया जा रहा है। वहीं पिछले वर्ष मक्के का समर्थन मूल्य MSP 2225 रुपये प्रति क्विंटल था।

तुअर/ अरहर का न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP 2025 कितना है?

इस वर्ष तुअर/अरहर के न्यूनतम समर्थन मूल्य में पिछले वर्ष की तुलना में 450 रुपए की वृद्धि की गई है। जिससे इस वर्ष तुअर/ अरहर का समर्थन मूल्य MSP बढ़कर 8000 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। सरकार के मुताबिक इस वर्ष तुअर/ अरहर उत्पादन की लागत लगभग 5038 रुपए प्रति क्विंटल है, जिसके हिसाब से किसानों को लागत का 59 प्रतिशत अधिक मूल्य दिया जा रहा है। वहीं पिछले वर्ष तुअर/ अरहर का समर्थन मूल्य MSP 7550 रुपये प्रति क्विंटल था।

मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP 2025 कितना है?

सरकार द्वारा मूंग के न्यूनतम समर्थन मूल्य में पिछले वर्ष की तुलना में 86 रुपए की वृद्धि की गई है। जिससे इस वर्ष मूंग का समर्थन मूल्य MSP बढ़कर 8768 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। सरकार के मुताबिक इस वर्ष मूंग उत्पादन की लागत लगभग 5845 रुपए प्रति क्विंटल है, जिसके हिसाब से किसानों को लागत का 50 प्रतिशत अधिक मूल्य दिया जा रहा है। वहीं पिछले वर्ष मूंग का समर्थन मूल्य MSP 8682 रुपये प्रति क्विंटल था।

उड़द का न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP 2025 कितना है?

इस वर्ष उड़द के न्यूनतम समर्थन मूल्य में पिछले वर्ष की तुलना में 400 रुपए की वृद्धि की गई है। जिससे इस वर्ष उड़द का समर्थन मूल्य MSP बढ़कर 7800 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। सरकार के मुताबिक इस वर्ष उड़द उत्पादन की लागत लगभग 5114 रुपए प्रति क्विंटल है, जिसके हिसाब से किसानों को लागत का 53 प्रतिशत अधिक मूल्य दिया जा रहा है। वहीं पिछले वर्ष उड़द का समर्थन मूल्य MSP 7400 रुपये प्रति क्विंटल था।

मूंगफली का न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP 2025 कितना है?

सरकार द्वारा मूंगफली के न्यूनतम समर्थन मूल्य में पिछले वर्ष की तुलना में 480 रुपए की वृद्धि की गई है। जिससे इस वर्ष मूंगफली का समर्थन मूल्य MSP बढ़कर 7263 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। सरकार के मुताबिक इस वर्ष मूंगफली उत्पादन की लागत लगभग 4842 रुपए प्रति क्विंटल है, जिसके हिसाब से किसानों को लागत का 50 प्रतिशत अधिक मूल्य दिया जा रहा है। वहीं पिछले वर्ष मूंगफली का समर्थन मूल्य MSP 6783 रुपये प्रति क्विंटल था।

सूरजमुखी का न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP 2025 कितना है?

इस वर्ष सूरजमुखी के न्यूनतम समर्थन मूल्य में पिछले वर्ष की तुलना में 441 रुपए की वृद्धि की गई है। जिससे इस वर्ष सूरजमुखी के बीज का समर्थन मूल्य MSP बढ़कर 7721 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। सरकार के मुताबिक इस वर्ष सूरजमुखी उत्पादन की लागत लगभग 5147 रुपए प्रति क्विंटल है, जिसके हिसाब से किसानों को लागत का 50 प्रतिशत अधिक मूल्य दिया जा रहा है। वहीं पिछले वर्ष सूरजमुखी का समर्थन मूल्य MSP 7280 रुपये प्रति क्विंटल था।

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सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP 2025 कितना है?

सरकार द्वारा सोयाबीन के न्यूनतम समर्थन मूल्य में पिछले वर्ष की तुलना में 436 रुपए की वृद्धि की गई है। जिससे इस वर्ष सोयाबीन (पीला) का समर्थन मूल्य MSP बढ़कर 5328 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। सरकार के मुताबिक इस वर्ष सोयाबीन उत्पादन की लागत लगभग 3552 रुपए प्रति क्विंटल है, जिसके हिसाब से किसानों को लागत का 50 प्रतिशत अधिक मूल्य दिया जा रहा है। वहीं पिछले वर्ष सोयाबीन का समर्थन मूल्य MSP 4892 रुपये प्रति क्विंटल था।

तिल का न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP 2025 कितना है?

इस वर्ष तिल के न्यूनतम समर्थन मूल्य में पिछले वर्ष की तुलना में 579 रुपए की वृद्धि की गई है। जिससे इस वर्ष तिल का समर्थन मूल्य MSP बढ़कर 9846 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। सरकार के मुताबिक इस वर्ष तिल उत्पादन की लागत लगभग 6564 रुपए प्रति क्विंटल है, जिसके हिसाब से किसानों को लागत का 50 प्रतिशत अधिक मूल्य दिया जा रहा है। वहीं पिछले वर्ष तिल का समर्थन मूल्य MSP 9267 रुपये प्रति क्विंटल था।

रामतिल का न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP 2025 कितना है?

सरकार द्वारा रामतिल के न्यूनतम समर्थन मूल्य में पिछले वर्ष की तुलना में 820 रुपए की वृद्धि की गई है। जिससे इस वर्ष रामतिल का समर्थन मूल्य MSP बढ़कर 9537 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। सरकार के मुताबिक इस वर्ष रामतिल उत्पादन की लागत लगभग 6358 रुपए प्रति क्विंटल है, जिसके हिसाब से किसानों को लागत का 50 प्रतिशत अधिक मूल्य दिया जा रहा है। वहीं पिछले वर्ष रामतिल का समर्थन मूल्य MSP 8717 रुपये प्रति क्विंटल था।

कपास का न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP 2025 कितना है?

इस वर्ष कपास मध्यम रेशे और लंबे रेशे के समर्थन मूल्य में पिछले वर्ष की तुलना में 589 रुपए की वृद्धि की है। जिससे इस वर्ष कपास मध्यम रेशे का MSP बढ़कर 7710 रुपए प्रति क्विंटल एवं कपास लंबे रेशे का MSP बढ़कर 8110 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। सरकार के मुताबिक इस वर्ष कपास की उत्पादन लागत औसतन 5140 रुपए प्रति क्विंटल है, जिसके हिसाब से किसानों को लागत मूल्य का 50 प्रतिशत मार्जिन मूल्य यानि की लाभ मिलेगा। वहीं पिछले वर्ष कपास मध्यम रेशे का MSP 7121 रुपए प्रति क्विंटल एवं कपास लंबे रेशे का MSP 7521 रुपए प्रति क्विंटल था।

फसलों की उत्पादन लागत कैसे निकाली गई है?

सरकार के मुताबिक फसलों की उत्पादन लागत में किराए पर लिए गए मानव श्रम, बैल श्रम/मशीन श्रम, पट्टे पर ली गई भूमि के लिए भुगतान किया गया किराया, बीज, उर्वरक, खाद, सिंचाई शुल्क, औजारों और कृषि भवनों पर मूल्यह्रास, कार्यशील पूंजी पर ब्याज, पंप सेट आदि के प्रचालन के लिए डीजल/बिजली, विविध व्यय और पारिवारिक श्रम का आरोपित मूल्य आदि को शामिल किया गया है।

अधिक से अधिक किसान अनाज फसलों के अलावा दलहन, तिलहन एवं पोषक अनाज/श्री अन्न की खेती के लिए प्रोत्साहित हो सकें इसके लिए सरकार ने इन फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP में अधिक वृद्धि की है।

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