विश्व मात्स्यिकी दिवस 2020
देश में किसानों की आय बढ़ाने एवं ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मछली पालन को बढ़ावा दिया जा रहा है | इसके लिए देश भर में मछली पालकों को प्रोत्सहित करने के लिए कई योजनायें चलाई जा रही है | 21 नवंबर को विश्व मात्स्यिकी दिवस के अवसर पर केंद्र एवं राज्य सरकारों द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत मछुआरों को अनुदान दिए गए | छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि राज्य सरकार छत्तीसगढ़ में मछली पालन को खेती का दर्जा देने की पहल करेगी | मुख्यमंत्री ने कहा कि खेती-किसानी की तरह मछली पालन के लिए कोऑपरेटिव बैंक से ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराने और किसानों को दी जाने वाली बिजली दरों में छूट की भांति मछली पालन करने वाले निषाद, केंवट और ढीमर समाज के लोगों को भी छूट की पहल की जाएगी।
मछुआरों को मोटरसायकल सह आईस बाक्स का वितरण
विश्व मात्स्यिकी दिवस के मौके पर 21 नवम्बर को मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में 11 बजे से मछुआ सम्मेलन का आयोजन किया गया । इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 15 मछुआरों को मोटरसायकल सह आईस बॉक्स तथा 2 मछुआरों को ऑटो सह आईस बॉक्स का वितरण किया गया । साथ ही इस मौके पर 10 मछुआ हितग्राहियों को मछुआ आवास योजना के अंतर्गत प्रथम किस्त की अनुदान राशि का चेक भी प्रदान किया गया |
मत्स्य पालन क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य
विश्व मात्स्यिकी दिवस के अवसर पर भारत शासन द्वारा ए.पी. सिम्पोजियम हॉल, पूसा कैंपस नई दिल्ली में समारोह का आयोजन किया गया | इस कार्यक्रम के दौरान, मत्स्य पालन क्षेत्र में पहली बार, भारत सरकार ने 2019-20 के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों ओडिशा (समुद्री राज्यों के बीच), उत्तर प्रदेश (अंतर्देशीय राज्यों के बीच) और असम (पहाड़ी और पूर्वोत्तर राज्यों के बीच) से सम्मानित किया गया । इसमें छत्तीसगढ़ राज्य के मेसर्स एम.एम.फिश सीड कल्टीवेशन प्राइवेट लिमिटेड, माना, जिला रायपुर को बेस्ट फिशरीज इन्टरप्राइजे़स के तहत् दो लाख रूपए का नगद पुरस्कार तथा प्रशस्ति पत्र एवं मेसर्स एम.आई.के कम्पनी, सिहावा, जिला धमतरी को बेस्ट प्रोप्राईटरी फर्म संवर्ग के तहत् एक लाख रूपए का नगद पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र दिया गया |
मछली पालन करने के लिए अनुदान राशि कितना है
अलग-अलग राज्यों में वर्ग के अनुसार अलग-अलग होती है | पाने जिले के मछलीपालन विभाग में सम्पर्क करें |
सर खेतों में बैरिकेडिंग के लिए कोई योजना नहीं है सर किसी योजना के अंतर्गत हम खेतों की बारी कटिंग कराएं जिससे वे सुरक्षा हो नीलगाय और जानवरों से
सर उत्तरप्रदेश में अभी फेंसिंग के लिए योजना नहीं है | आप अपने जिले के कृषि विभाग में सम्पर्क करें |