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शुक्रवार, मार्च 29, 2024
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पशुधन सेवा अभियान के तहत डेढ़ लाख से अधिक पशुओं का किया गया उपचार

पशु उपचार शिविर का आयोजन

देश में कृषि क्षेत्र में पशुपालन का महत्वपूर्ण योगदान है, जहाँ पशुधन किसानों के लिए अतिरक्त आय का जरिया है वही ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के सृजन का भी कार्य करता है | हाल ही में केंद्र सरकार के द्वारा पशुओं के स्वास्थ्य को लेकर राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम एवं राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान मिशन की शुरुआत पूरे देश में की गई है | जिसमें पशुओं का निःशुल्क टीकाकरण भी किया जाता है | इन योजनाओं का लाभ पशुपालकों तक पहुँचाने के लिए राजस्थान सरकार द्वारा एक फरवरी से 28 फरवरी तक पशुधन सेवा अभियान का आयोजन किया जा रहा है | पशुधन सेवा अभियान के तहत विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का संचालन कर पशुपालकों को लाभान्वित किया जा रहा है।

राजस्थान पशुपालन विभाग द्वारा पशुधन सेवा अभियान के तहत अब तक 2 हजार 231 शिविरों का आयोजन कर डेढ़ लाख से अधिक पशुओं का उपचार एवं एक लाख अस्सी हजार पशुओं में टीकाकरण किया गया।

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33 हजार पशुओं का किया गया कृत्रिम गर्भाधान

राजस्थान के पशुपालन विभाग के मंत्री श्री लालचन्द कटारिया ने बताया कि राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम के प्रथम चरण के दौरान कृत्रिम गर्भाधान किये गये 27 हजार पशुओं का गर्भ परीक्षण भी किया गया। उन्होंने बताया कि पशुधन सेवा अभियान के तहत आयोजित इन शिविरो में 33 हजार पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान भी किया गया है, तथा बांझपन से ग्रसित 16 हजार पशुओं का उपचार किया गया है। अन्तः परजीवियों रोगों की रोकथाम के लिए एक लाख 87 हजार पशुओं को कृमिनाशक दवा पिलायी गयी है, साथ ही बाह्य परजीवियों रोगो की रोकथाम के लिए एक लाख 8 हजार पशुओं में कृमिनाशक दवा का छिड़काव किया गया है।

पशुधन सेवा अभियान में दी जाने वाली सुविधाएँ

अभी तक राज्य में  2 हजार 722 पशुपालक गोष्ठियां आयोजित कर 35 हजार पशुपालकों को भी लाभान्वित किया गया है | विभिन्न स्तरों पर आयोजित किये जाने वाले इन शिविरों में पशुपालकों को निम्न सुविधाएँ दी जा रही है:-

  • पशुओं का टीकाकरण,
  • कृत्रिम गर्भाधान,
  • रोगी पशुओं का उपचार,
  • अन्तः एवं बाह्य परजीवियों रोगो की रोकथाम के लिए कृमिनाशक दवा पिलाना,
  • दवा का छिड़काव,
  • बांझपन का उपचार आदि
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जो भी पशुपालक इन शिविरों का लाभ लेना चाहते हैं वह अपने यहाँ के पशु चिकित्सालय में सम्पर्क कर आयोजित होने वाले शिविरों की जानकारी ले सकते हैं एवं सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं |

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