सितंबर के तीसरे सप्ताह से अधिक बारिश की संभावना
इस वर्ष पूरे देश में अब तक 7 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है । जिससे किसानों की फसलों को काफी फायदा हुआ है | देश में जहाँ इस वर्ष खरीफ फसलों की बुआई के रकबे में लगभग 8 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है जिससे अधिक उत्पादन का अनुमान है | केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के महानिदेशक डॉ. महापात्रा ने बताया कि इस सीजन में मानसून की बारिश की विविधता इस वर्ष अधिक थी, जून में अधिक बारिश, जुलाई में कमी और अगस्त में फिर से अत्यधिक बारिश हुई। उन्होंने कहा कि सक्रिय मैडेन-जूलियन दोलन (एमजेओ), उष्णकटिबंधीय वायुमंडल में इंट्रासेन्सनल (30- से 90-दिवसीय) परिवर्तनशीलता का सबसे बड़ा कारण है | यह बात आज मौसम विभाग द्वारा आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर कही गई |
पूरे देश में अभी तक 7 फीसदी अधिक बारिश
केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव डॉ. एम राजीवन ने कहा, ‘इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून की व्यापकता और प्रसार ने किसानों की मदद की और उत्पादन बहुत अच्छा होना चाहिए। यह भारतीय अर्थव्यवस्था को भी मदद करेगा, हालांकि इस समय सटीक मात्रा का आंकलन नहीं किया जा सकता है। हम यह मूल्यांकन नहीं कर सकते कि यह अर्थव्यवस्था को कैसे प्रभावित करेगा। पूरे देश में अब तक 7 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है।’
सितम्बर माह के तीसरे सप्ताह में होगी अच्छी बारिश
डॉ. एम. महापात्रा ने बताया कि आईएमडी ने अपने साप्ताहिक मौसम अपडेट में उल्लेख किया है कि राजस्थान के पश्चिमी भागों से मानसून की वापसी 18 सितंबर को समाप्त होने वाले सप्ताह से शुरू हो सकती है। लेकिन हम उम्मीद कर रहे हैं कि उसी समय बंगाल के पश्चिम मध्य में कम दबाव वाला क्षेत्र विकसित हो सकता है। उन्होंने कहा कि मानसून की वापसी के समय यह शुरू हो सकता है, लेकिन हम अभी भी अध्ययन कर रहे हैं कि यह पूरी तरह कप तक वापस लौट सकता है। हम केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में 17 सितंबर और उसके बाद सामान्य बारिश की उम्मीद कर रहे हैं। हालांकि उन्होंने आगे कहा कि अगस्त की तुलना में सितंबर में बारिश की गतिविधि में गिरावट आई है और अब सामान्य से कम बारिश हुई है, अगले कुछ दिनों में फिर से बारिश होने की संभावना है क्योंकि ताजा मौसम प्रणाली विकसित हो रही है।
भारी बारिश की भविष्यवाणी करने में आईएमडी की सटीकता 80 प्रतिशत से अधिक हो गई है। डॉ. राजीव और डॉ. महापात्रा दोनों ने यह भी बताया कि आईएमडी ने सुपर साइक्लोन अम्फान को लेकर पहले ही बहुत सटीक भविष्यवाणी की थी और मानव जीवन तथा जानमाल के नुकसान को बचाने में मदद की। हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि पूर्वी और पश्चिमी तट चक्रवात अलग-अलग मौसम के पैटर्न हैं और कभी-कभी इन्हें पूर्वानुमान से अलग ट्रैक करना होता है। हालांकि चक्रवात निसार्ग को भी अच्छी तरह से ट्रैक किया गया था और कम दबाव वाले क्षेत्र से उसके शिखर तक पहुंचने की भविष्यवाणी की गई थी, लेकिन इसके जमीन पर टकराने के बारे में कुछ अंतर था।
मौसम विभाग द्वारा शुरू की गई नई पहल
विभाग ने कुछ नई पहल शुरू की हैं जिनमें इसका “साप्ताहिक वीडियो मौसम पूर्वानुमान” (अंग्रेजी और हिंदी में) और मौसम ऐप शामिल हैं और इसके साथ मौसम ऐप, मेघदूत ऐप और दामिनी ऐप भी शुरू किया है जो लोगों के लिए बहुत उपयोगी हैं।
A presentation has been given by DG IMD for achievement and new initiative taken by IMD during monsoon 2020. Follow the link given below to view the presentation: https://t.co/TAB63W7ATe
— India Met. Dept. (@Indiametdept) September 7, 2020
Sir kshetriy Mandi ke Jo rate Yaha pr bataye hate he usse bahut km me fasal ki kharid hoti he
Solution bataye ???
सर कहीं बाहर सही दाम मिले तो वहां बेच सकते हैं | यदि पंजीकरण है तो समर्थन मूल्य पर मंदी में बेचें | भाव नहीं मिलने पर मंडी अधिकारीयों से बात करें |
Sir Amber gulabi pyaz ka beez nahi mil Raha kahi ho to batay
https://dogr.icar.gov.in/index.php?lang=hi&Itemid=225 दी गई लिंक पर देखें अपने जिले के कृषि विज्ञानं केंद्र से सम्पर्क करें |
Information
जी सर क्या जानकारी चाहिए ?
main Garib Kisan hun Meri madad ki Jaaye loan se pareshan
जिस बैंक में सम्मान निधि का पैसा आ रहा है वहां से किसान क्रेडिट कार्ड बनवाएं | उस पर आप लोन ले सकते हैं |