बीते कई दिनों से महाराष्ट्र में अटका हुआ मानसून आखिरकार आगे बढ़ गया है, आज यानि 16 जून के दिन मानसून ने मध्य प्रदेश और गुजरात राज्यों में एंट्री कर ली है। इससे पहले मानसून 29 मई से महाराष्ट्र में अटका हुआ था। भारतीय मौसम विभाग IMD के अनुसार आज यानि 16 जून के दिन मानसून मध्य अरब सागर के शेष हिस्सों; उत्तर अरब सागर और गुजरात के कुछ हिस्सों; कोंकण, मध्य महाराष्ट्र और तेलंगाना के शेष हिस्सों; मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और उड़ीसा के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ गया है।
मानसून की उत्तरी सीमा अभी वेरावल, भावनगर, बड़ोदरा, खरगोन, अमरावती, दुर्ग, बरगढ़, चांदबली, सैंडहेड द्वीप और बालुरघाट से होकर गुजर रही है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटों में मानसून के गुजरात, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ने की संभावना है। वहीं अगले दो दिनों के दौरान मानसून के पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में पहुँचने की संभावना है।
दक्षिण भारत में कैसी होगी बारिश
- मौसम विभाग के मुताबिक तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल, माहे, लक्षद्वीप, कर्नाटक में 16 से 18 जून के दौरान अनेक स्थानों पर तेज हवा-आंधी के साथ गरज-चमक और हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
- वहीं तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल, माहे में 16 से 18 जून तक अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है। पुडुचेरी और कराईकल में 16 जून को बहुत भारी वर्षा; केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में 16 जून के दिन; तटीय कर्नाटक में 17 जून के दिन कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है।
- इसके अलावा 16 जून के दिन तटीय और दक्षिण कर्नाटक में बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
पश्चिम भारत में कैसी होगी बारिश
- मौसम विभाग के मुताबिक गुजरात, कोंकण, गोवा, महाराष्ट्र, मराठवाड़ा में 16 से 20 जून तक अधिकांश स्थानों पर हवा आंधी के साथ गरज-चमक और हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
- वहीं कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात क्षेत्र में 16 से 22 जून तक अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है; सौराष्ट्र और कच्छ में 16 से 19 जून तक; कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात क्षेत्र में 16 जून को और सौराष्ट्र और कच्छ में 16 से 17 जून के दौरान अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है।
पूर्वी और मध्य भारत में कैसी होगी बारिश
- मौसम विभाग के मुताबिक मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, गंगा तटीय पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उड़ीसा में 16 से 20 जून तक अधिकांश स्थानों पर हवा-आँधी के साथ गरज-चमक और बारिश की संभावना है। मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार में 16 और 17 जून के दिन; छत्तीसगढ़ में 16 जून को अलग-अलग स्थानों पर तेज हवा आंधी चलने की संभावना है।
- पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ में 16 से 20 जून तक; विदर्भ में 16 से 17 जून को; मध्य प्रदेश में 19 और 20 जून को; छत्तीसगढ़, गंगा तटीय पश्चिम बंगाल में 17 और 18 जून को; बिहार, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, झारखंड में 18 और 19 जून को; उड़ीसा में 16 से 18 जून तक बहुत भारी बारिश की संभावना है।
उत्तर पश्चिम भारत में कैसी होगी बारिश
- मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर पश्चिम भारत में 16 से 22 जून तक अधिकांश स्थानों पर हवा-आंधी और गरज-चमक के साथ छिटपुट बारिश की संभावना है।
- उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश में 16 से 22 जून तक; जम्मू कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश में 21 और 22 जून को; पंजाब, हरियाणा, पूर्वी राजस्थान में 16, 21 और 22 जून को; पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 16 और 19 से 22 जून तक; पश्चिमी राजस्थान में 16 जून को अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है। वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में 19 से 21 जून तक बहुत भारी बारिश की संभावना है।