खरीफ फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2019-20
खरीफ फसल की बुवाई चल रही है प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी खरीफ फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य केंद्र सरकार की तरफ से तय कर दिया गया है | 17 खरीफ फसलों का न्यूतम समर्थन मूल्य तय किया गया है जिसमें सभी फसलों के मूल्य में वृद्धि की गई है | केंद्र सरकार का यह दावा है की इस वर्ष का न्यूनतम समर्थन मूल्य में लागत का 50 प्रतिशत या उससे अधिक मूल्य किसानों को दिया जायेगा, ऐसा सरकार का दावा है | किसानों के द्वारा किया गया सभी तरह के खर्च को शामिल किया गया है , लेकिन यह नहीं बताया गया है की किसान किस पर कितना खर्च कर रहा है | किसान समाधान सभी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य वृद्धि के साथ लेकर आया है जिस पर वर्ष 2019-20 की खरीफ फसल खरीदी जायेगी |
वर्ष 2019 – 20 के खरीफ मौसम में सभी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य इस प्रकार बढ़ाया गया है |
- सरकार ने 2019 – 20 के लिए खरीफ फसल के तौर पर सोयाबीन के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 311 रूपये प्रति क्विंटल , सूरजमुखी में 262 रूपये प्रति क्विंटल और तिल में 236 रूपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी कर डी है | किसानों की आमदनी बढ़ाने की दिशा में यह एक बड़ा कदम है |
- तुर दाल के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 125 रूपये और उड़द दाल के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 100 रूपये प्रति क्विंटल वृद्धि की है | इससे दालों की आवश्यकता के तहत देश की आबादी के एक बड़े हिस्से की पोषण सुरक्षा और प्रोटीन की जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी |
- ज्वार के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 120 रूपये प्रति क्विंटल और रागी के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 253 रूपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की है | यह कदम देश में पोषणयुक्त अनाज के उत्पादन और उपभोग की जरूरतों के तहत उठाया गया है | अंतर्राष्ट्रीय खाध एवं कृषि संगठन द्वारा 2023 को अंतर्राष्ट्रीय ज्वार दिवस के रूप में मनाया जाने के भारत के प्रस्ताव को स्वीकार करने तथा भारत द्वारा 2018 को राष्ट्रीय ज्वार दिवस के रूप में मनाए जाने के परिप्रेक्ष्य में इसे काफी अहम मन जा रहा है |
- माध्यम और लम्बे रेशे वाले कपास के न्यूनतम समर्थन मूल्य में क्रमश: 105 रूपये प्रति क्विंटल और 100 प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है |
- न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने से किसानों को बाजरा, उड़द और तुर के उत्पादन लागत की तुलना में क्रमश: 85 प्रतिशत , 64 प्रतिशत और 60 प्रतिशत का रिटर्न मिलेगा |
2019 – 20 सीजन की सभी खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य निम्नानुसार है–
फसल | एमएसपी (2018 – 19) | एमएसपी में वृद्धि | एमएसपी (2019 – 20) |
धान (सामन्य) | 1750 | 65 | 1815 |
धान (किस्म ए) | 1770 | 65 | 1835 |
ज्वार (संकर) | 2430 | 120 | 2550 |
ज्वार (मलडांडी) | 2450 | 120 | 2570 |
1950 | 50 | 2000 | |
2897 | 253 | 3150 | |
1700 | 60 | 1760 | |
5675 | 125 | 5800 | |
6975 | 75 | 7050 | |
5600 | 100 | 5700 | |
4890 | 200 | 5090 | |
सूरजमुखी बीज | 5388 | 262 | 5650 |
सोयाबीन (पीला) | 3399 | 311 | 3710 |
6249 | 236 | 6485 | |
नाइजर बीज | 5877 | 63 | 5940 |
कपास (मध्यम रेशा) | 5150 | 105 | 5255 |
कपास (लंबा रेशा) | 5450 | 100 | 5550 |
इस एमएसपी में सभी चुकता लागत शामिल है जैसे कि अनुबंधित मानव श्रम, बैल / मशीन श्रम पर किया गया खर्च, पत्ते पर दी गई भूमि पर ऐड किया गया किराया, सामग्री संबंधी कच्चे माल जैसे कि बीज, उर्वरकों, खाद के उपयोग पर किया गया खर्च, सिंचाई प्रभार, उपकरणों एवं कृषि भवनों का मूल्यह्रास, कार्यशील पूंजी पर ब्याज, पंप सेटों के परिचालन के लिए डीजल / बिजली इत्यादी विविध खर्च और परिवारिक श्रम का आकलित मूल्य को शामिल किया गया है |
धान (किस्म ए), ज्वार (मलडांडी), कपास (लंबे रेशे) के लिए लागत संबंधी आंकड़ों का संकलन अलग से नहीं किया जाता है |