मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बनाये रखने के लिए आवश्यक है कि मिट्टी को पलटा जाए। मिट्टी पलटने तथा खरपतवारों, फसल अवशेषों आदि को नीचे दबाने के लिए एम. बी. प्लाऊ (मिट्टी पलट हल) बहुत ही आवश्यक है। मिट्टी पलट हल यानि की एम. बी. प्लाऊ कृषि यंत्र अधिक गहरी जुताई करते हैं और अधिक मिट्टी भी पलटते हैं। इस कृषि यंत्र को ट्रैक्टर की मदद से चलाया जाता है जिसका उपयोग खेती की प्राथमिक अथवा पहली जुताई में होता है। सरकार द्वारा इस कृषि यंत्र पर किसानों को सब्सिडी भी उपलब्ध कराई जाती है ताकि अधिक से अधिक किसान इस यंत्र का उपयोग कर सकें।
MB Plough की विशेषताएँ और बनावट
यह एक ट्रैक्टर चलित कृषि यंत्र है जिसमें शेयर पॉइंट, शेयर, मोल्ड बोर्ड, लैंड स्लाइड, फ्रॉग, शैंक, फ्रेम और थ्री पॉइंट हिच सिस्टम होते हैं। शेयर पॉइंट बार टाइप पुर्जा है जो उच्च कॉर्बन स्टील तथा कम मिश्र धातु इस्पात से निर्मित होता है। शेयर भी उच्च कॉर्बन स्टील तथा कम मिश्र धातु इस्पात से निर्मित होता है। दोनों गलाकर 45 एच.आर.सी. तक सख्त किए गए होते हैं। प्लाऊ का कार्य ट्रैक्टर की थ्री पॉइंट लिंकेज एवं हाइड्रोलिक सिस्टम द्वारा नियंत्रित किया जाता है। इसके बार पॉइंट प्लाऊ को मिट्टी की सख्त सतह को तोड़ने में सक्षम बनाते हैं।
इस यंत्र की लंबाई 1778 मिलीमीटर, चौड़ाई 889 मिलीमीटर, ऊँचाई 1092 मिली मीटर और वजन 253 किलोग्राम तक होता है। वहीं इस कृषि यंत्र से खेत की जुताई के लिए 45 हॉर्स पॉवर/33.75 किलोवॉट या इससे अधिक शक्ति के ट्रैक्टर की आवश्यकता होती है।
एम. बी. प्लाऊ कृषि यंत्र के उपयोग
इस कृषि यंत्र का प्रयोग प्राथमिक जुताई (Primary Tillage) हेतु किया जाता है। यह फसल अवशेषों को काटकर पूरी तरह से मिट्टी में दबा देता है। इस कृषि यंत्र का उपयोग करके हरी खाद बनाने के लिए खड़ी फसल को मिट्टी में दबाया जा सकता हैं। इसका उपयोग मिट्टी में कूड़ा-कर्कट द्वारा निर्मित खाद या चुने को इधर-उधर खींचने तथा मिश्रित करने के लिए भी कर सकते हैं।
एम. बी. प्लाऊ कृषि यंत्र पर दिया जाने वाला अनुदान (Subsidy)
केंद्र सरकार द्वारा देशभर में सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर मैकेनाईजेशन योजना चलाई जा रही है। योजना के तहत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, लघु, सीमांत एवं महिला किसानों को कृषि यंत्र की कीमत पर 50 प्रतिशत एवं अन्य वर्ग के किसानों को 40 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाती है। वहीं कुछ राज्य सरकारों के द्वारा अलग-अलग योजनाओं के तहत 40 से 80 प्रतिशत तक की भी सब्सिडी दिये जाने का भी प्रावधान है।
बाजार में कई कंपनियों के एम. बी. प्लाऊ उपलब्ध हैं, जिनकी कीमत 30,000 से 40,000 रुपये तक है। किसान अपनी पसंद के निर्माता या डीलर से मोल भाव कर यह कृषि यंत्र खरीद सकते हैं। वहीं वे किसान जो इस यंत्र को सरकारी अनुदान पर लेने चाहते हैं उन्हें जब सरकार द्वारा आवेदन माँगे जाते हैं तब इसके लिए आवेदन करना होगा। जिसके बाद चयनित किसान सब्सिडी पर यह यंत्र ले सकते हैं।