टिड्डी कीट नियंत्रण की ताजा स्थिति
ठंड बढ़ने के बाद टिड्डी पर नियंत्रण खुद हो जाता था लेकिन इस बार अधिक ठंड होने के बाद भी टिड्डी पर नियंत्रण नहीं हो पाया है | इसके लिए राजस्थान सरकार नियंत्रण के लिए युद्ध स्तर पर लगी हुई है | लम्बे समय के बाद यह खबर अब आने लगी है की टिड्डी पर नियंत्रण 2 से 3 दिन में कर लिया जायेगा | जहाँ राज्य सरकार ने टिड्डी नियंत्रण के लिए किसानों को कीटनाशक रासायन फ्री में दिया जा रहा है तो दूसरी तरफ राज्य सरकार की तरफ से टिड्डी नियंत्रण के लिए 10 वाहन प्रत्येक जिलों में संचालित किये जा रहे हैं |
कृषि विभाग के उपनिदेशक श्री राधेश्याम नरवाल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि टिड्डियों का पूरी तरह सफाया करने के लिए अभी 2 से 3 दिन और युद्ध स्तर पर अभियान जारी रहेगा | कृषि विभाग और टिड्डी नियंत्रण विभाग तथा किसानों की सराहनीय भागीदारी के चलते जिले में टिड्डियों पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है |
टिड्डी नियंत्रण कार्यवाही का पूरा फोकस अब टिड्डियों के समूह उन्मूलन पर केन्द्रित है और इस दिशा में हर स्तर पर कार्यवाही जारी है | सर्वे टीमें लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमणरत है तथा टिड्डी नियंत्रण के लिए 10 नियंत्रण वहन निरन्तर सेवाएं दे रहे हैं |
जिला कलेक्टर ने किसानों से किया आग्रह
जैसलमेर जिला कलेक्टर श्री नमित मेहता ने जिले में टिड्डी नियंत्रण के साझा और सफल प्रयासों पर संतोष व्यक्त किया और किसानों से आग्रह किया है कि आगामी 3–4 दिन और टिड्डी नियंत्रण गतिविधियों में अपनी पूरी–पूरी भागीदारी निभाएं ताकि टिड्डियों का खत्म किए जा सके |
कृषि विभाग ने रसायनों के प्रयोग की अवधि बढाई
कृषि विभाग भी टिड्डियों के पूरी तरह खात्मे पर अपनी कार्यवाही को फोकस किया है | राजस्थान के कृषि आयुक्त डा. ओमप्रकाश ने टिड्डी प्रभावित क्षेत्रों में फसलों को टिड्डियों से बचाने के लिए कीटनाशी रसायनों के उपयोग की अवधि अग्रिम आदेश तक बढ़ा दी है | पहले यह अवधि 7 जनवरी तक hi निर्धारित थी | कृषि आयुक्तालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार अब कीटनाशी रसायनों के उपयोग की अवधि अग्रिम आदेशों तक अथवा टिड्डियों का प्रकोप रहने तक किए जाने की स्वीकृति दी गई है |
पिछले वर्षों में जब कभी टिड्डियों का हमला हुआ तो खरीफ की फसल तक हुआ,टाइमली कदम उठाए गए और स्थिति पर नियंत्रण किया गया। इस बार खरीफ के साथ रबी की फसल भी चौपट कर रहा है। दवाई छिड़कने की तमाम मशीनरी काम में ली जा रही है।टिड्डियों को भगाने में किसानो ने भी आगे बढ़कर भागीदारी निभाई है pic.twitter.com/sJbkXrY5I6
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) January 9, 2020