टिड्डी कीट का हमला
उत्तर भारत के कुछ राज्यों में एक बार फिर से फसलों पर टिड्डी कीटों का आक्रमण देखा गया है | कुछ समय पहले ही टिड्डी कीट इस संख्या में फसल के उपर हमला किया था कि राजस्थान, गुजरात, हरियाणा तथा पंजाब के कई हेक्टेयर फसलों को काफी नुकसान पहुँचाया गया है | रबी फसल को काफी नुकसान करने के बाद तथा सरकार के तरफ से युद्ध स्तर पर कीटनाशक के छिडकाव के कारण टिड्डी कीट पर नियंत्रण किया था | ठंड के मौसम में यह कीट पूरी तरह से खत्म हो गया था लेकिन जैसे–जैसे तापमान में वृद्धि हो रही है वैसे ही इस कीट को देखा जा रहा है |
पाकिस्तान से भारत की सीमा राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के हिन्दुमलकोट, रेनुकोट एवं खखा तथा जैसलमेर जिले के तनोत के पास 11 अप्रैल को टिड्डी को देखा गया है | रबी फसल की काफी नुकसानी के कारण इस बार पहले से ही कृषि अधिकारी सतर्क है | इन सभी जिलों तथा प्रखंडों में टिड्डी को तत्काल नियंत्रण के लिए समय रहते 464 हैक्टेयर में पौध रसायन संरक्षण रसायनों का छिडकाव कर नियंत्रण कर लिया गया है |
टिड्डी के लक्ष्ण को देखते हुए इसकी मानिटरिंग की जा रही है
रबी फसल की कटाई पूरी हो जाने के बाद सभी खेत खाली है लेकिन कुछ जगहों पर जायद फसल की खेती की जा रही है | टिड्डी का प्रकोप इन फसलों पर नहीं हो तथा इसका किसी भी प्रकार का लक्ष्ण लम्बे समय तक न रहे इसके लिए राजस्थान सरकार उन सभी जगहों पर सर्वे करा रही है जहाँ पर टिड्डी को देखा गया है | इसके साथ टिड्डी को आगे बढने से रोकने के लिए लगातार मानिटरिंग की जा रही है तथा टिड्डी प्रभावित जिलों में नियंत्रण कक्ष स्थापित किये जा चुके हैं |
केंद्र से 84.62 करोड़ रूपये की मदद माँगा गया है
टिड्डी को प्रभावी रूप से रोकने के लिए राज्य सरकार ने रबी सीजन में किसानों को मुफ्त में कीटनाशक दिए गए थे तथा सभी तहसील में राज्य सरकार की दो गाड़ी से कीटनाशक का छिडकाव नि:शुल्क कर रही थी | इसी प्रकार प्रभावी ढंग से टिड्डी पर नियंत्रण के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से 84.62 करोड़ रूपये की राशी उपलब्ध करने की आग्रह किया है |
टिड्डी दिखने पर किसान इन रसायनों का प्रयोग करें
किसान अपनी फसल में टिड्डी को देखने के बाद इसकी सुचना तहसील या जिला कृषि विभाग को जरुर दें | अगर आप की खेत में टिड्डी दीखता है तो इन रसायनों का प्रयोग करें |
- क्लोरोपायरीफास 20 इसी (1200 एमएल प्रति हेक्टेयर)
- 50 ईसी (480 एम एल प्रति हेक्टेयर)
- मैलाथियोन 50 ईसी (1850 एम एल प्रति हेक्टेयर)
इन सभी रसयों को 300 से 400 लीटर पानी में मिलकर प्रति हेक्टेयर छिडकाव कर अपनी फसलों को टिड्डी से बचाएं |