आज के समय में अधिकांश युवा किसान खेती छोड़कर व्यापार करना चाहते हैं, ऐसे में एक किसान सोनाराम ने अन्य किसानों के लिए मिसाल क़ायम की है। दरअसल कृषि क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले प्रगतिशील किसानों का सम्मानित करने के लिए पूसा मैदान दिल्ली में कृषि जागरण द्वारा मिलेनियर फार्मर ऑफ़ इंडिया अवार्ड समारोह का आयोजन किया जाता है। जिसमें जालोर जिले के तूरा ग्राम निवासी कृषक सोनाराम माली को मिलेनियर फार्मर ऑफ़ इंडिया अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
यह अवार्ड कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के साथ ही 10 लाख रुपये से अधिक आय अर्जित करने वाले किसानों को दिया जाता है, जो किसानों की आय दोगुनी करने और कृषि उत्पादकता को बढ़ावा देने के सरकार के लक्ष्य के अनुरूप है।
पहले व्यापारी थे किसान सोनाराम माली
किसान सोनाराम माली पहले बेंगलोर में एक व्यापारी थे किन्तु कृषि में रूचि एवं अपने गाँव से जुड़ाव होने के कारण व्यापार छोड़ खेती के लिए कृषि विज्ञान केंद्र केशवना के संपर्क में आये एवं कृषि विज्ञान केंद्र केशवना के वैज्ञानिकों द्वारा सोनाराम को अनार की खेती करने के लिए प्रेरित किया गया। कृषि विज्ञान केन्द्र केशवाना के वैज्ञानिकों द्वारा अनार एवं अन्य उद्यानिकी फसलों के बारे में दी गई तकनीकी जानकारी के आधार पर कृषक सोनाराम अनार की खेती से लाखों की कमाई अर्जित कर कृषि को भी एक व्यवसाय के रूप में बदल दिया।
कृषि विज्ञान केन्द्र केशवना के माध्यम से कृषक सोनाराम माली का नामांकन मिलेनियर फार्मर ऑफ़ इंडिया अवार्ड के लिए किया गया जिसके परिणाम स्वरुप कृषक सोनाराम को जालोर जिले के मिलेनियर फार्मर के रूप में चयन कर दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में मिलेनियर फार्मर ऑफ़ इंडिया अवार्ड से नवाजा गया।