किसानों को कृषि की आधुनिकतम नई तकनीकों एवं प्रौद्योगिकी से रूबरू करवाने के लिए कृषि विश्वविद्यालयों एवं कृषि विभाग द्वारा समय-समय पर कृषि मेलों का आयोजन किया जाता है। इस कड़ी में राजस्थान के स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशालय तथा कृषि विभाग (आत्मा) बीकानेर के संयुक्त तत्वावधान में 25 से 27 मार्च के दौरान 3 दिनों का किसान मेला आयोजित किया जाएगा।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अरुण कुमार ने यह जानकारी देते हुए बताया कि किसानों को खेती की आधुनिकतम तकनीक, प्रौद्योगिकी, नवाचारों तथा सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी देने के उद्देश्य से विश्वविद्यालय के स्टेडियम परिसर में यह मेला आयोजित किया जाएगा। मेले की तैयारियों के संबंध में एसकेआरएयू तथा कृषि विभागीय अधिकारियों के साथ कृषि भवन स्थित आत्मा सभागार में समन्वय बैठक आयोजित की गई।
कृषि मेले में यह रहेगा खास
बैठक में इस संबंध में जानकारी देते हुए डॉ. सरीन ने बताया कि “सुनियोजित खेती: सम्पन्न किसान” विषय पर आयोजित होने वाले तीन दिवसीय मेले में किसानों को कृषि से सम्बन्धित अन्य सम्बद्ध विभागों के प्रदर्शनी, कृषक विचार गोष्ठी के माध्यम से जानकारी दी जाएगी। साथ ही विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जाएगा। महिलाओं के लिए विशेष तौर पर बाजार और अन्य परिरक्षित खाद्य पदार्थ बनाने और कशीदाकारी से जुड़ी विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी।
डॉ. विमला डुकवाल ने बताया कि मेले के पहले दिन को फल एवं सब्जी दिवस, द्वितीय दिवस को पुष्प दिवस एवं तृतीय दिवस को पशुपालन दिवस के रूप में रेखांकित करते हुए प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। महिला कृषकों के लिए भी विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन मेले का मुख्य आकर्षण रहेगा।
परियोजना निदेशक (आत्मा) ममता ने बताया कि तीन दिवसीय किसान मेले में आत्मा परियोजना के तहत पुरस्कार हेतु चयनित प्रगतिशील किसानों को प्रमाण पत्र वितरित किये जाएंगे। कृषि अधिकारी उद्यान मुकेश गहलोत ने बताया कि कृषि विभाग के अधिकारी तीन दिवसीय मेले में किसानों की अधिकाधिक सहभागिता सुनिश्चित करेंगे। फल, सब्जी, पुष्प, पशुधन तथा महिलाओं हेतु आयोजित प्रतियोगिताओं में प्रगतिशील किसानों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाएगी।
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