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अब मवेशियों के इलाज का खर्चा सरकार उठाएगी, सभी पशुओं का होगा मुफ्त में टीकाकरण

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खुरपका, मुंहपका (एफएमडी) तथा ब्रुसेलोसिस का लगेगा टीकाकरण

पशुओं में होने वाली खुरपका, मुंहपका (एफएमडी) तथा ब्रुसेलोसिस रोग के नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार देश भर में व्यापक स्तर पर अभियान चलाएगी | इसके लिए केंद्र सरकार ने मंत्रिमडल की बैठक में मंजूरी दे दी है | इन बीमारियों पर पूरी तरह से काबू पाने के लिए पांच वर्ष का कार्यक्रम चलाया जायेगा | इसके लिए केंद्र सरकार ने 13,343 करोड़ रूपये खर्च करने की मंजूरी दे दिया है |

इस योजना के तहत देश के करोड़ों किसान लाभान्वित होंगे | यह रोग गाय , भैंस, भेड़, बकरी तथा सूअर में बहुत ही आम है | इसका मुख्य उद्देश्य यह है की देश से तीनों रोगों को खत्म करना | इसके लिए केंद्र सरकार पशु टीकाकरण अभियान चलाएगी | जो 6 – 6 माह पर देश के सभी मवेशी को टीकाकरण के अन्दर लाया जायेगा |

खुरपका , मुंहपका (एफएमडी) तथा ब्रुसेलोसिस क्या है ?

खुरपका तथा मुंहपका रोग से गाय तथा भैंस में दूध देनी की क्षमता घट जाती है तथा एक समय यह स्थिति आती है की 100 प्रतिशत तक दूध नहीं देती है | यह स्थिति 6 माह तक बनी रह सकती है | अगर ब्रुसेलोसिस बीमारी से पीड़ित है तो पुरे जीवनचक्र के दौरान 30 प्रतिशत तक दूध उत्पादन घट जाता है | ब्रुसेलोसिस बीमारी से पशुओं में बांझपन भी हो सकती है | मवेशियों के साथ रहने वाले व्यक्ति भी इस बीमारी से प्रभावित हो सकते हैं | इसका असर मवेशी के दूध पर असर पड़ता है तथा दूध दूषित हो जाता है

 सरकार की योजना कैसे काम करेगी ?

एफएमडी की स्थिति में यह योजना बछियों के प्राथमिक टीकाकरण के साथ 30 करोड़ गोजातीय पशुओं (गाय – बैल,भैंस ) और 20 करोड़ भेड़/ बकरियों तथा एक करोड़ सूअरों का 6 माहीन के अंतराल पर टीकाकरण कराने की परिकल्पना करती है , जबकि ब्रुसेलोसिस नियंत्रण कार्यक्रम 3.6 करोड़ बछियों को 100 प्रतिशत का टीकाकरण कवरेज उपलब्ध कराएगा | यह योजना पूरी तरह से केंद्र सरकार के द्वारा चलाया जायेगा |

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