कृषि विभाग द्वारा किया जा रहा है प्रदर्शनियों का आयोजन
सरकार द्वारा किसानों को समय-समय पर कृषि क्षेत्र में किए जा रहे नए-नए कार्यों, नई तकनीकों एवं सरकार द्वारा किसान हित में चलाई जा रही योजनाओं से अवगत कराने के लिए कृषि प्रदर्शनियों अथवा मेले का आयोजन किया जाता है। जहां कृषि वैज्ञानिकों, कृषि विभाग के अधिकारियों के द्वारा कृषि सम्बंधित विभिन्न जानकारी प्रदान की जाती है। ऐसे ही राजस्थान कृषि विभाग द्वारा सरकार के चार वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य पर प्रदेश भर में प्रदर्शनियों का आयोजन किया जा रहा है।
राजस्थान कृषि विभाग द्वारा आयोजित इन कृषि प्रदर्शनियों में किसानों को विभाग द्वारा संचालित समस्त योजनाओं की जानकारी विभाग के अधिकारियों द्वारा मौके पर दी जा रही है। इन फोटो प्रदर्शनी का प्रदेश भर में लगभग 1 लाख 40 हजार से अधिक किसानों द्वारा अवलोकन किया गया और योजनाओं की जानकारी ली गई है।
फोटो प्रदर्शनी के माध्यम से किसानों को दी जा रही है जानकारी
कृषि आयुक्त श्री कानाराम ने बताया कि प्रदर्शनियों में किसानों के लिए विशेष रुप से बायोपेस्टिसाइड, जैविक खाद, वर्मी कंपोस्ट एवं मृदा स्वास्थ्य की जानकारी के साथ-साथ मौके पर मिट्टी, पानी की जांच लैब भी प्रदर्शित की गई है।
कृषि विभाग के स्टॉलों पर विभाग द्वारा विभिन्न विभागीय योजनाओं की प्रदर्शनी लगाई गई है, जिनमें सिंचाई पाइप लाइन, प्रधानमंत्री कृषक ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान योजना, राजस्थान कृषि प्रसंस्करण, कृषि व्यवसाय एवं कृषि निर्यात प्रोत्साहन योजना, राज किसान साथी पोर्टल, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, राजस्थान कृषि तकनीक मिशन, राजस्थान कृषि बीज उत्पादन एवं वितरण मिशन, राजस्थान सूक्ष्म सिंचाई मिशन, राष्ट्रीय बागवानी मिशन एवं राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, ग्रीन हाउस एवं शेडनेट हाउस की स्थापना, कृषि ज्ञान धारा कार्यक्रम, सॉइल हेल्थ कार्ड और जैविक खेती की जानकारी और किए गए कार्यों की फोटो प्रदर्शनी के माध्यम से जानकारी दी जा रही है।
प्रगतिशील किसानों के द्वारा लाए गये उत्पादों का भी किया जा रहा है प्रदर्शन
कृषि आयुक्त ने बताया कि प्रदर्शनी में विभिन्न जिलों में प्रगतिशील किसानों द्वारा लाए गए उत्पाद भी प्रदर्शित किए गए हैं। जिनमें जालौर से श्री बेना राम द्वारा लाए जैविक अनार, श्री गंगानगर के किसान श्री ओमप्रकाश के अंजीर के उत्पाद, सीकर के श्री राजकुमार शर्मा की मशरुम, कोटा के किसान श्री नरेंद्र द्वारा लाए गए सरसों व अजवान का जैविक शहद और कोटपुतली से आए कृषक श्री कैलाश चंद के उपज के आंवला और एलोवेरा के उत्पादों में आगंतुकों ने खास रुचि दिखाई।
जैविक खेती और नवाचार के लिए राजस्थान के सांभर उपखंड के रहने वाले कृषक गंगाराम सेपट ने दूसरे किसानों को भी प्रेरित किया। इनके द्वारा लाए गए जैविक स्ट्रॉबेरी के साथ-साथ वे ब्रोकली, लेट्युस, खीरा, मिर्ची, स्वीट कॉर्न, टिंडे और चेरी टमाटर प्रदर्शनी में चर्चा के विषय रहे।