back to top
शुक्रवार, मार्च 29, 2024
होमकिसान समाचारधान की फसल में हुआ भूरा तना मधुआ कीट का आक्रमण, किसान...

धान की फसल में हुआ भूरा तना मधुआ कीट का आक्रमण, किसान इस तरह करें नियंत्रण

धान की फसल में भूरा मधुआ कीट

अभी कई क्षेत्रों में धान फसल की कटाई में समय है, इस बीच कई स्थानों पर धान की फसल में भूरा तना मधुआ Brown Plant Hopper कीट का प्रकोप हो गया है। इस कीट के आक्रमण को देखते हुए बिहार सरकार ने किसानों के लिए चेतावनी जारी की है। बिहार राज्य के कृषि मंत्री सर्वजीत कुमार ने कहा कि खरीफ धान की फसल में भूरा तना मधुआ कीट का आक्रमण गया, नवादा, औरंगाबाद, भोजपुर, बक्सर, नालंदा, लखीसराय तथा कुछ अन्य ज़िलों में देखा जा रहा है। 

कीट की रोकथाम के लिए कृषि विभाग के पंचायत स्तर से लेकर ज़िला स्तर तक के प्रसार कार्यकर्ताओं तथा पदाधिकारियों की देख-रेख में पौध संरक्षण संभाग द्वारा भूरा तना मधुआ कीट की रोकथाम के लिए अनुशंसित कीटनाशी का प्रयोग कर किसानों की खड़ी धान की फसल को नुकसान से बचाने का प्रयास किया जा रहा है।

किसान इस तरह करें भूरा मधुआ कीट की पहचान

यह कीट हल्के–भूरे रंग के होते हैं जिनका जीवन चक्र 20–25 दिनों तक का होता है। इसके व्यस्क एवं शिशु दोनों पौधों के तने के आधार भाग पर रहकर रस चूसते हैं। अधिक रस निकलने की वजह से धान के पौधे पीले पड़ जाते हैं तथा जगह–जगह पर चटाईनुमा क्षेत्र बन जाता है, जिसे “हॉपर बर्न” कहते हैं। इस कीट का आक्रमण मौसम के उतार–चढ़ाव विशेषकर देर से हुई वर्षा के कारण भूमि में नमी तथा किसानों द्वारा यूरिया का अनुशंसित मात्रा से अधिक उपयोग एवं पोटाश का कम उपयोग के कारण होता है। 

यह भी पढ़ें   कम वर्षा वाले क्षेत्रों में किसानों को फ्री में दिये जाएँगे अरहर, मूँग एवं उड़द के बीज

किसान इस तरह करें भूरा मधुआ कीट का नियंत्रण

इस समय यह कीट धान की खड़ी फसल को काफ़ी नुकसान पहुँचाता है, जिसका सीधा असर फसल के उत्पादन पर पढ़ता है और किसानों को काफ़ी आर्थिक नुकसान होता है। इसलिए इस कीट का उचित समय पर नियंत्रण करना आवश्यक है। किसान इस कीट का नियंत्रण इस तरह से कर सकते हैं:-

  • धान में बाली निकलते समय खेत में ज़्यादा जल-जमाव नहीं होने देना चाहिए।
  • धान फसल, जो अभी हरी है एवं बाली निकल रही है उसमें अनुशंसित कीटनाशी का छिड़काव करें। छिड़काव करते समय स्प्रेयर तना की ओर लक्ष्य करके ही किया जाए। एक एकड़ में छिड़काव हेतु पानी की मात्रा 225-250  लीटर  की मात्रा से छिड़काव करें।
  • अनुशंसित रसायन का छिड़काव प्रभावित क्षेत्र के चारों तरफ़ लगभग 10 फीट की दूरी तक करें।
  • जो धान की फसल 80 फ़ीसदी तक परिपक्व हो गए हैं, उसकी कटाई कर ली जाए।
यह भी पढ़ें   किसान कर्ज माफी: 60 हजार किसानों के 409 करोड़ रूपये से अधिक के ऋण किए गए माफ

भूरा तना मधुआ कीट के लिए इन कीटनाशकों का प्रयोग करें

किसान धान की फसल में भूरा तना मधुआ कीट का नियंत्रण इन अनुशंसित कीटनाशकों की मदद से कर सकते हैं:-

  • एसीफेट 75% डब्लू.पी. की 1.25 ग्राम प्रति लीटर,
  • एसिटामेप्रिड 20% एस.पी. 0.25 ग्राम प्रति लीटर,
  • इथोफेनोप्राक्स 10% ई.सी. 1 मिली. प्रति लीटर,
  • क्विनालफ़ॉस 25% ई.सी. 2.5 – 3 मिली. प्रति लीटर,
  • फिप्रोनिल 05% एस.सी. 2 मिली. प्रति लीटर की दर से छिड़काव कर सकते हैं।

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
यहाँ आपका नाम लिखें

ताजा खबरें

डाउनलोड एप