किसान चौपाल
खेतिहर मजदूरों के अभाव में अधिकांश किसान भाई –बहन आज कल कम्बाईन हार्वेस्टर से फसलों की कटाई करते हैं , जिससे खेतों में फसल के तने का भाग रह जाता है | किसान भाई–बहन को खरीफ मौसम में धान काटने के बाद रबी फसलों को लगाने की जल्दी रहती है | समय कम होने के कारण किसान फसल अवशेष को खेतों में ही जला देते हैं जिससे मिट्टी का तापमान बढ़ता है, परिणामस्वरूप मिट्टी में उपलब्ध जैविक कार्बन जल कर नष्ट हो जाता है | इसके कारण मिट्टी की उर्वरा – शक्ति कम हो जाती है |
मिट्टी का तापमान बढने के कारण मिट्टी में उपलब्ध सूक्ष्म जीवाणु केंचुआ आदि मर जाते हैं | इनके मिट्टी में रहने से ही मिट्टी जीवंत कहलाती है | अवशेषों को जलाने से जमीन के लिए जरुरी पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं , मिट्टी में नईट्रोजन की कमी हो जाती है, जिनके कारण उत्पादन घटता है साथ ही वायुमंडल में कार्बनडाई आक्साईड की मात्रा बढती है | जिनके कारण वातावरण प्रदूषित होता है और जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याएं उत्पन्न हो रही है |
जागरूकता अभियान
इस समस्या के समाधान के लिए तकनीकी एवं प्रबंधकीय कौशल की आवश्यकता को देखते हुये हाल ही में बिहार कृषि विश्वविध्यालय, सबौर, भागलपुर द्वारा ज्ञान भवन, पटना में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों से अनुभव साझा करने के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है |
अब किसानों को जागरूक करने के लिए गांव स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है | इसके लिए राज्य सरकार ने बिहार प्रदेश के सभी जिलों के विकास खण्ड स्तर पर जागरूकता अभियान की शुरुआत की है | दिनांक 20 नवम्बर 2019 को पटना जिलान्तर्गत दानापुर प्रखंड अवस्थित जमालुद्दीन चक पंचायत के गोरगावां ग्राम में आयोजित किसान चौपाल का शुभारम्भ कर किया गया है |
बिहार के अन्नदाता किसान भाइयों को खेती की आधुनिक तकनीकों और विभिन्न कृषि योजनाओं की जानकारी देने के लिए कृषि विभाग द्वारा राज्य के समस्त पंचायतों में ‘#किसान_चौपाल’ का आयोजन किया जा रहा है।सभी किसान भाइयों से अनुरोध है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में इस चौपाल में सम्मिलित हो। pic.twitter.com/9IRFdjo9jY
— Dr. Prem Kumar (@DrPremKrBihar) November 24, 2019
यह अभियान प्रदेश 20 नवम्बर से 5 दिसम्बर के बीच चलाया जा रहा है | इस किसान चौपाल में किसानों को पराली के अलावा राज्य सरकार के द्वारा चलाया जा रहा है किसानों की योजना के बारे में जानकारी दिया जायेगा | इसके अलावा किसानों के द्वारा स्थानीय स्तर पर कृषि में हो रही समस्यों को भी फिड बैक के रूप में लिया जायेगा | इसके अलवा प्रधानमंत्री के संकल्प वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी दुगना करने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुये किसानों को योजनाओं से अवगत कराया जायेगा | इसके लिए सभी किसान चौपाल में प्रखंड के कृषि अधिकारी मौजूद रहेंगें |