देश में पशुओं को ईलाज की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए मोबाइल वेटरनरी यूनिट यानि की एंबुलेंस सेवा शुरू की जा रही है। इसके लिए अलग-अलग राज्य सरकारों के द्वारा कॉल सेंटर स्थापित किए जा रहे हैं। इस कड़ी में राजस्थान सरकार ने 9 अक्टूबर 2024 के दिन प्रदेश स्तर पर संचालित एकीकृत कॉल सेंटर की शुरुआत कर दी है। अब राज्य के किसान इस कॉल सेंटर पर कॉल करके घर बैठे पशुओं का इलाज करा सकेंगे।
इसके लिए पशुपालकों को टोल फ्री नंबर 1962 पर कॉल करके सूचना देनी होगी। जिसके बाद पशुपालन विभाग की ओर से संचालित मोबाइल वेटरनरी यूनिट मौके पर पहुंचकर बीमार पशुओं का उपचार करेगी। पशुओं का उपचार निःशुल्क यानि की फ्री में होगा।
मोबाइल वेटरनरी यूनिट यानि पशु एंबुलेंस में रहेगी यह सुविधाएँ
राजस्थान सरकार द्वारा पशुओं का घर पर ही निःशुल्क उपचार कराने के लिए मोबाइल वेटरनरी यूनिट की शुरुआत की गई है। यूनिट को घर पर बुलाने के लिए अब पशुपालकों को टोल फ्री नंबर 1962 पर कॉल कर जानकारी देनी होगी। इसके बाद मोबाइल यूनिट पशुपालक के घर पहुंचेगी। इसमें एक चिकित्सक, एक पैरावैट तथा एक ड्राइवर कम हैल्पर दवाइयां व चिकित्सा उपकरण के साथ रहेंगे। कॉल सेंटर का संचालन प्रतिदिन सुबह 8.30 से शाम 4.30 बजे तक तथा मोबाईल वेटरनरी यूनिट्स का संचालन प्रतिदिन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक किया जाएगा।
इस तरह काम करेगी मोबाइल वेटरनरी यूनिट
सबसे पहले पशुपालक अपने पशु के रोगी होने पर कॉल सेंटर के नंबर 1962 पर सूचना दर्ज करा सकते हैं। कॉल सेंटर के सीएसओ द्वारा पशुपालक के नाम, ग्राम, पशु एवं रोग के लक्षण आदि की जानकारी प्राप्त कर सिस्टम पर दर्ज की जाएगी। लक्षणों के आधार पर सिस्टम में पूर्व से संधारित डाटा अनुसार एवं अथवा कॉल सेंटर पर उपस्थित पशु चिकित्सक की सलाह अनुसार टिकट जनरेट किया जाएगा।
सूचना का एक मैसेज पशुपालक के फोन पर तथा एक मैसेज संबंधित ग्राम से मैप्ड मोबाईल वेटरनरी यूनिट के पशु चिकित्सक के फोन पर जाएगा। इसके साथ ही विवरण पशु चिकित्सक के फोन पर उपलब्ध मोबाइल एप पर भी प्रदर्शित होगा। पशु चिकित्सक तत्काल अपॉइंटमेंट बुक करते हुए रोगी पशु के स्थान के लिए रवाना होंगे।
बता दें कि भारत सरकार की केंद्र प्रवर्तित योजना ESVHD-MVU के तहत प्रदेश में 536 मोबाईल वेटरिनरी यूनिट के माध्यम से पशुपालकों को उनके घर पर पशु चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। राज्य में प्रत्येक 01 लाख पशुओं पर एक मोबाईल वेटरिनरी यूनिट काम करेगी। अभी तक ये यूनिट अपने तय रूट पर शिविर लगाकर पशुपालकों को अपनी सेवाएं दे रही हैं। कॉल सेंटर शुरू हो जाने से पशुपालकों को उनके दरवाजे पर ही पशु चिकित्सा सेवा मिल सकेगी। इस कॉल सेंटर का हेल्प लाईन नंबर 1962 है जिस पर फोन कर पशुपालक इन सेवाओं का लाभ ले सकते हैं।