मानसून सीजन में हुई अच्छी बारिश से खरीफ सीजन की फसलों के बुआई रकबे में भारी वृद्धि हुई है। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के द्वारा जारी किए गए आँकड़ों के मुताबिक 15 जुलाई तक चावल, दाल, तिलहन सहित कपास और गन्ने के बुआई रकबे में बढ़ोतरी हुई है। हालाँकि अभी श्री अन्न यानि के मोटे अनाज का बुआई रकबा पिछड़ा हुआ है। बुआई रकबे में हुई वृद्धि को देखते हुए इस साल देश में अच्छे उत्पादन की उम्मीद है, जिससे आम उपभोक्ताओं को महंगाई से राहत मिल सकती है।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के द्वारा जारी आँकड़ों के मुताबिक़ इस साल धान यानि की चावल के बुआई रकबे में भी काफी वृद्धि हुई है। पिछले साल 15 जुलाई तक चावल का बुआई रकबा जहां 95.78 लाख हेक्टेयर था जो इस साल बढ़कर 115.64 प्रतिशत हो गया है।
दलहन फसलों के बुआई रकबे में हुई वृद्धि
इस साल दलहन के बुआई रकबे में काफी वृद्धि दर्ज की गई है। इस साल दलहन फसलों का बुआई रकबा 49.50 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 62.32 लाख हेक्टेयर हो गया है। दलहन फसलों में अरहर के बुआई रकबे में सबसे अधिक वृद्धि हुई है। इस साल अरहर फसल का बुआई रकबा 9.66 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 28.14 लाख हेक्टेयर हो गया है। वहीं मूंग एवं अन्य दालों के बुआई रकबे में कमी आई है। मूंग दाल का बुआई रकबा इस बार 19.75 लाख हेक्टेयर से घटकर 15.79 लाख हेक्टेयर रह गया है।
मोटे अनाज के बुआई रकबे में आई कमी
इस साल 15 जुलाई तक मोटे अनाजों के बुआई रकबे में कमी आई है। इस साल मोटे अनाज का बुआई रकबा 104.99 लाख हेक्टेयर से घटकर 97.64 लाख हेक्टेयर हो गया है। मोटे अनाज में सबसे अधिक कमी बाजरा में आई है वहीं मक्का के बुआई रकबे में वृद्धि दर्ज की गई है। इस साल बाजरे का बुआई रक़बा 50.9 लाख हेक्टेयर से घटकर 28.32 लाख हेक्टेयर हो गया है। वहीं मक्का का बुआई रकबा 43.84 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 58.86 लाख हेक्टेयर हो गया है।
तिलहन के बुआई रकबे में हुई वृद्धि
वहीं इस साल तिलहन फसलों के बुआई रकबे में भी वृद्धि हुई है। इस साल तिलहन फसलों का बुआई रकबा 115.08 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 140.43 लाख हेक्टेयर हो गया है। तिलहन फसलों में सबसे अधिक वृद्धि इस बार सोयाबीन में हुई है। सोयाबीन का बुआई रकबा 82.44 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 108.10 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है। वहीं मूंगफली के बुआई रकबे में मामूली वृद्धि हुई है।
इसके अलावा नकदी फसलों में सबसे अधिक वृद्धि कपास की फसल में हुई है। कपास का बुआई रक़बा 93.02 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 95.79 लाख हेक्टेयर हो गया है। वहीं गन्ना फसल के बुआई रकबे में भी मामूली वृद्धि हुई है। गन्ना का बुआई रक़बा इस साल 56.86 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 57.68 लाख हेक्टेयर हो गया है।