Home विशेषज्ञ सलाह बेल फल को फटने एवं गिरने से कैसे रोकें ?

बेल फल को फटने एवं गिरने से कैसे रोकें ?

bel fruit fatna or girna

बेल फलों का फटना एवं गिरना

भारत में बेल अपनी विशिष्ट पहचान तथा गुणों के कारण काफी लोकप्रिय है | बेल उत्तर भारत के प्रमुख फलों में से एक है साथ ही यह फल आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर होता है |  यह किसानों के लिए एक अच्छी आय का स्त्रोत भी है परन्तु किन्ही कारणों से बेल के फल फटने या गिरने लगते हैं जिससे किसानों को काफी नुकसान होता है | यदि बेल के पेड़ की सही समय पर देखभाल न की जाए तो उसमें फल फटने या असमय गिरने की समस्या आ जाती है जिससे बेल के उत्पादन पर बुरा प्रभाव पड़ता है | सही समय पर यदि आवशयक कदम उठायें जाएँ तो इन समस्याओं से निजात पाया जा सकता है | किसान समाधान बेल के फल को फटने तथा समय से पूर्व गिरने से रोकने के लिए आवश्यक जानकारी लेकर आया है |

बेल के फलों को फटने से कैसे बचाएं ?

बेल के फल मुख्य रूप से वर्ष में दो बार फटने की सम्भावना रहती है | एक तो सर्दियों के मौसम में (दिसम्बर-जनवरी) परिपक्वता के समय और दूसरा गर्मियों के मौसम में (मार्च-अप्रैल) जब फल पकने की अवस्था में होते हैं | बेल के पौधे या पेड़ के जड़ विन्यास क्षेत्र में नमी को बनाए रखें और बाग़ को हवा अवरोधी करके फल फटने की समस्या को कम किया जा सकता है |

इसके अतिरिक्त धान की पुआल, मक्का के भूसे, सूखे पत्ते आदि से मल्चिंग करके मृदा की नमी को बनाये रखने से यह समस्या कम होती है | कभी–कभी बोरान की कमी से फल फट जाते हैं | इसलिए 50–100 ग्राम बोरेक्स प्रति पौधा डालकर फलों के फटने को रोका जा सकता है |

बेल के फलों का गिरने से कैसे रोके ?

बेल के फलों का गिरना एक प्राकृतिक घटना है | यह प्रक्रिया फल लगने से शुरू होकर तुड़ाई तक निरंतर चलती रहती है | अगस्त–सितम्बर के समय अधिकतम फल गिरते हैं | इससे बचने के लिए कुछ रासायनों का प्रयोग किया जा सकता है | बेल के फलों को गिरने से रोकने के लिए किसान को बोरान (0.1 प्रतिशत) का छिडकाव बोरेक्स या बोरिक अम्ल के रूप में करने से कुछ हद तक फलों को गिरने से रोका जा सकता है |

इसके अलावा जब फल मटर के आकर का हो तब प्लाननोफिक्स 2 मि.ली. प्रति 15 लीटर पानी के पर्णीय छिडकाव द्वारा भी फलों का गिरना कम किया जा सकता है | यदि फलों का गिरना फ्यूजेरियम के डंठल संक्रमण के कारण होता है, तो कार्बेन्डाजिम या थिफेनेट मिथाइल 0.1 प्रतिशत का छिडकाव 15 दिनों के अंतराल पर करके फलों को गिरने से बचाया जा सकता है |

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