सब्सिडी पर सोलर पम्प कब तक दिए जाएंगे
लगता ऐसा है की सरकार जितनी तेजी से किसानों के लिये योजना लागु करना चाहती है उतना तेजी से सरकारी एजेंसियां उसे अमल में नहीं लागु करना चाहती है | इस सप्ताह जब उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने उत्तर प्रदेश में सोलर पम्प की आपूर्ति एवं स्थापना की जानकारी लिया तो यह मालूम चला कि जिस सोलर पम्प के लिए 3 माह पहले आवेदन हुआ है उसे किसानों के पास पहुँचाया ही नहीं गया है | इस पर कृषि मंत्री ने नाराजगी व्यक्त किया है |
सरकार ने सरकारी तथा सोलर एजेंसियों को निर्देश दिया है कि 14 अगस्त तक सभी सोलर पम्पों को किसानों के खेत पर इंस्टाल कर दिया जाये | इसके साथ ही किसानों को किसी भी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए आवंटित जनपदों में सर्विस सेंटर त्वरित समाधान किये जाने की निर्देश दिए हैं | इसके अतरिक्त उन्होंने विभागीय अधिकारीयों को निर्देशित करते हुये खा कि सभी फर्मों से उनके सर्विस सेंटर की सुचना एवं विवरण प्राप्त कर वेबसाईट पर प्रदर्शित करें | कृषि मंत्री ने यह साफ कर दिया है कि सभी सोलर फर्मों के टोल फ्री नंबर पर आने वाले फोन पर शिकायत का निवारण 72 घंटे के अन्दर करें |
सोलर पम्प लगवाने के लिए क्या है योजना ?
कृषि मंत्री ने बताया कि पर्यावरण को संरक्षित रखते हुये कम लागत में सिंचाई के संसाधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सोलर पम्प की स्थापना पर केंद्र सरकार द्वारा 01 एच.पी. से 3 एच.पी. तक 25 प्रतिशत एवं 3 एच.पी. से ऊपर व 5 एच.पी. तक 20 प्रतिशत का अनुदान दिया जा रहा है | जबकि उत्तर प्रदेश सरकार 02 एच.पी. से 3 एच.पी. तक 45 प्रतिशत एवं 3 एच.पी. से ऊपर व 5 एच.पी. तक 20 प्रतिशत का अनुदान दे रही है | इस प्रकार 3 एच.पी. के सोलर पम्प पर कुल 70 प्रतिशत तथा 5 एच.पी. के सोलर पम्प पर 40 प्रतिशत का अनुदान दिया जा रहा है |
इस वर्ष उत्तर प्रदेश सरकार का लक्ष्य यह है कि 30 सितम्बर 2019 तक प्रदेश में 10,000 सोलर पम्प स्थापित किये जाने हैं |