देश में किसानों को बागवानी फसलों की खेती हेतु प्रोत्साहित करने के लिए सरकार कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। इस कड़ी में बिहार सरकार द्वारा गांधी मैदान पटना में बागवानी महोत्सव 2025 का आयोजन किया गया। कृषि विभाग द्वारा आयोजित किए गए तीन दिवसीय बागवानी महोत्सव में तीन दिन में 50 लाख रुपये के पौधे बिके। सबसे अधिक गेंदा, गुलाब, एंथेरियम, पंसटिया और मनी प्लांट के कई वेराइटी के पौधे बिके साथ ही छत पर बागवानी योजना के तहत 150 से अधिक आवेदन आए।
रविवार को अंतिम दिन कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने तीन दिनों में आयोजित प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया। सबसे अधिक पुरस्कार भागलपुर उसके बाद पटना और वैशाली के किसानों ने जीते। 297 विजेताओं को 12 लाख रुपये का पुरस्कार दिया गया। इस दौरान मंत्री ने कहा कि ऐसा मेला साल में दो बार लगना चाहिए। इससे किसानों का मनोबल बढ़ता है। राज्य में साढ़े 13 लाख हेक्टेयर में बागवानी हो रही है। इसका रकबा बढ़ाया जाएगा। क्षेत्र विशेष फल-फूल और सब्जियों की खेती कराई जाएगी।
बागवानी महोत्सव में आए 2 लाख लोग
बागवानी महोत्सव में पौधों के बिचड़ों, बीजों, मधु और मखानों सहित विभिन्न उत्पादों की बिक्री हुई। तीन दिनों में 2 लाख लोग आए। कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को बदलते वातावरण के हिसाब से खेती करना और फसलों का उत्पादन बढ़ाने का प्रशिक्षण दिया गया। महोत्सव में 788 किसानों ने 100 स्टालों पर 1200 से भी ज्यादा उत्पाद प्रदर्शित किए। सबसे ज्यादा उत्पाद दिखाने में पहले स्थान पर पूर्णिया, फिर वैशाली और अन्य जिले रहे। इस बार कृषि उत्पादों की प्रदर्शनी के साथ नर्सरी, बीज, बिचड़ा, सजावटी पौधों, मधु, मखाना आदि का स्टॉल लगाया गया। इनकी करीब 25 लाख रुपये की बिक्री हुई।