जर्दालू आम एवं शाही लीची की ऑनलाइन बिक्री
देश में पिछले 2 माह से लॉकडाउन लागु है जिसकी वजह से कृषि क्षेत्र पर बुरा असर पड़ा है | जहाँ शहरों में सब्जी,फल, दूध तथा अन्य कृषि उत्पाद महंगा हो रहा है तो वहीँ दूसरी तरफ गांव में यह सभी कृषि उत्पाद को खरीदने वाला को खरीदार नहीं मिल रहे है न ही किसानों को उचित दाम मिल रहे हैं | गर्मी के मौसम में आम तथा लीची दो महत्वपूर्ण फल है तथा इस वर्ष यह दोनों फलों को क्रय करने के लिए व्यापारी किसानों तक नहीं पहुंच पा रही है | बिहार की लीची विश्व प्रसिद्ध है तथा उत्पादन में 80 प्रतिशत का योगदान रखता है | पिछले वर्ष चमकी बुखार के कारण लीची की खरीदी पर रोक के कारण किसानों को काफी नुकसान हुआ था तो इस वर्ष लॉकडाउन के कारण भी यही स्थिति बनी हुई है |
इसको देखते हुए राज्य सरकार ने लीची तथा जर्दालू आम को बेचने के लिए ऑनलाइन बाजार कि शुरुआत की है | यह योजना बिहार के कुछ जिलों तक पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की जा रही है | जिसे सफल होने पर राज्य के अन्य जिले के साथ–साथ देश के अन्य राज्यों तक विस्तार किया जायेगा | जहाँ इस योजना से लीची तथा आम के किसानों को एक बाजार मिलेगा वहीं उपभोगताओं को अच्छी गुणवक्ता तथा सही मूल्य पर आम तथा लीची को प्राप्त कर सकते हैं |किसान समाधान आम तथा लीची के आँनलाईन विक्रय तथा खरीदी कि पूर्ण जानकारी लेकर आया है |
आम तथा लीची के लिए यहं से आर्डर करें
आम तथा लीची के लिए कोई भी उपभोगता आर्डर दे सकते हैं | इसके लिए राज्य सरकार ने तारीख निश्चित कर दी है | मुजफ्फरपुर का शाही लीची के लिए 25 मई से 15 जून तक तथा भागलपुर का जर्दालू आम के लिए 1 से 20 जून तक उधान निदेशालय के वेबसाईट से आर्डर कर सकते हैं | उपभोक्ता बिहार उधान निदेशालय के वेबसाईट http://horticulture.bihar.gov.in पर दिये गये लिंक पर आनलाइन आर्डर कर सकते हैं |
उपभोगता को 2 से 5 किलों के पैकेट में रसायन मुक्त दिया जायेगा
उपभोगताओं को शाही लीची का शुद्ध वजन 2 किलोग्राम एवं जर्दालू आम का शुद्ध वजन 5 किलोग्राम के आकर्षक पैक में आपूर्ति की जाएगी | यह फल किसी रसायन के उपयोग के बीना अर्थात प्राकृतिक रूप से पका हुआ उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराया जायेगा, जो बाजार कि तुलना में ज्यादा गुणवत्तापूर्ण एवं स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होगा | डाक के माध्यम से उपभोक्ताओं तक पहुंचाया जायेगा | डाक खर्च का वहन संबंधित कृषक उत्पादक संगठन द्वारा किया जायेगा | फ्री होम डिलीवरी के लिए लीची न्यूनतम 2 किलोग्राम एवं आम न्यूनतम 5 किलोग्राम का आर्डर करना अनिवार्य होगा |
इन शहरों के उपभोक्ता ही आवेदन करें
बिहार के कृषि मंत्री ने कहा कि उधान निदेशालय द्वारा जी.आई. तेग प्राप्त मुजफ्फरपुर का शाही लीची एवं भागलपुर का जर्दालू आम आम ऑनलाइन बिक्री भारतीय डाक विभाग के मध्य से मुजफ्फरपुर, भागलपुर एवं पटना के शहरी क्षेत्र के उपभोगताओं के घर तक पहुँचाने के व्यवस्था कि गई हैं | मुजफ्फरपुर का शाही लीची का ऑनलाइन क्रय मुजफ्फरपुर एवं पटना के शहरी क्षेत्र के उपभोगताओं के द्वारा ही किया की जा सकेगी | इसी प्रकार भागलपुर के जर्दालू आम का ऑनलाइन क्रय भागलपुर तथा पटना के शहरी क्षेत्र के उपभोगताओं के द्वारा ही किया जा सकेगा |
आम तथा शाही लीची का भुगतान कैश ऑन डिलीवरी
कृषि मंत्री ने बताया कि घर पर इन फलों के पहुंचने के उपरांत ही उपभोगता द्वारा राशी का भुगतान पी.ओ,एस. मशीन अथवा कैश के रूप में अर्थात कैश आँन डिलीवरी किया जायेगा | मुजफ्फरपुर, भागलपुर एवं पटना के चिन्हित पिन कोड वाले क्षेत्र के उपभोक्ता इन फलों का आँणलाईन क्रय कर सकेंगे |
Searching buyers for 3000 quantal mangoes from 2nd wk of June till 1st wk of July. Deferent varieties, Dashehri, Langrha, chaunsa, Amarpaly and malika. Only ganeun buyers contact.
Dr. Khan, mango growers Association.
District. Kasganj. U P. Mob. 9837885860.