सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए मधुमक्खी पालन को भी बढ़ावा दे रही है। इसके लिए सरकार जल्द ही देश के एकमात्र एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केन्द्र रामनगर कुरुक्षेत्र को अपग्रेड करने जा रही है। हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि इस परियोजना के तहत केन्द्र सरकार की तरफ से 2 करोड़ रुपए का बजट जारी किया जाएगा। इस मधुमक्खी पालन केन्द्र से कुरुक्षेत्र ही नहीं हरियाणा प्रदेश के मधुमक्खी पालक किसानों की आय को बढ़ाया जाएगा।
मधुमक्खी पालन केंद्र का उद्देश्य क्या है?
शहरी स्थानीय निकाय राज्यमंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि इजराइल प्रोजेक्ट के तहत रामनगर कुरुक्षेत्र में वर्ष 2017 में एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केन्द्र की स्थापना की गई थी। इस केन्द्र की स्थापना का मुख्य उद्देश्य राज्य में आधुनिक तकनीकों व संयंत्रों के उपयोग से मधुमक्खी व्यवसाय को वाणिज्य स्तर पर शहद उत्पादकता बढ़ाना, फसलों में परागण हेतु बागवानी व कृषि फसलों की उत्पादकता को बढ़ाना, शहद निकालने, भंडारण, प्रसंस्करण, टेस्टिंग, पैकेजिंग व राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विपणन को बढ़ाना, मधुमक्खी पालकों का एक प्रशिक्षित समूह तैयार करते हुए आय बढ़ाना तथा रोजगार के अवसर उत्पन्न करना है।
केन्द्र सरकार की तरफ से इस मधुमक्खी पालन केंद्र को अपग्रेड किया जाएगा। इसके लिए करीब 2 करोड़ रुपए का बजट खर्च किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह केंद्र शहद व्यापार का एक प्रमुख केंद्र बन गया है। इसमें शहद व्यापार केंद्र के निर्माण की मंजूरी एमआईडीएच योजना के तहत 2 करोड़ 64 लाख रुपए की लागत से वर्ष 2022 में की गई थी एवं इसकी भंडारण क्षमता 2500 मीट्रिक टन है। इस सेंटर के अपग्रेड होने से हरियाणा और आस-पास के राज्यों के किसानों को फायदा होगा।