सामूहिक खेती पर दी जाने वाली सब्सिडी
सरकार द्वारा किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए देश भर में कई योजनाएँ चलाई जा रही है। इसमें प्रमुख है फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन (एफपीओ) का गठन करना। फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन (एफपीओ) को सरकार द्वारा कई प्रकार की सब्सिडी एवं सुविधाएँ प्रदान की जा रही हैं। इस कड़ी में हरियाणा सरकार ने किसानों के कल्याण एवं उनकी आमदनी को बढ़ाने के उद्देश्य से हरियाणा किसान कल्याण प्राधिकरण का गठन किया है।
हरियाणा कृषि मंत्री श्री जेपी दलाल पीजीआईएमएस रोहतक के ऑडिटोरियम में आयोजित जय किसान कार्यक्रम में फसल विविधीकरण को अपनाकर उदाहरण प्रस्तुत करने वाले किसानों को सम्मानित करने के उपरांत उपस्थित लोगों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सामूहिक खेती पर दी जाने वाली सब्सिडी के साथ ही सरकार की अन्य योजनाओं के बारे में जानकारी दी। इसके अतिरिक्त फसल विविधिकरण करने वाले सफ़ल किसानों को सम्मानित किया।
हरियाणा किसान कल्याण प्राधिकरण क्या है?
कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल ने बताया कि किसान प्राधिकरण में राज्य के मंत्री, आईएएस अधिकारी व विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को शामिल किया गया है। प्राधिकरण में अलग–अलग फसलों के उत्पादन में उल्लेखनीय कार्य करने वाले 5 से 6 किसानों का एक ग्रुप बनाया जाएगा। इस प्रकार से लगभग 6–6 किसानों के अलग–अलग ग्रुप बनाए जाएंगे। यह किसानों के ग्रुप कृषि क्षेत्र में सुधार व आय बढ़ाने संबंधित सुझाव सरकार को देंगे और सरकार सुझाव को क्रियान्वित करने का काम करेगी।
सामूहिक खेती पर सरकार देगी 90 प्रतिशत की सब्सिडी
कृषि मंत्री ने किसानों से फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन (एफपीओ) का गठन करने का आह्वान करते हुए कहा कि सामूहिक खेती करके अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है। सामूहिक खेती पर 90 प्रतिशत तक की सब्सिडी का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि एफपीओ के माध्यम से किसानों को तकनीकी, मार्केटिंग, ऋण, प्रोसेसिंग, सिंचाई आदि जैसी सुविधाएं प्रदान की जाती है। इस योजना के माध्यम से किसान ऋण भी ले सकते हैं।
किसानों को किया गया सम्मानित
कृषि मंत्री जे.पी. दलाल ने परम्परागत खेती को छोड़कर फसल विविधिकरण करने वाले किसानों को सम्मानित किया। जिन किसानों को सम्मानित किया उसमें पलवल के श्यामसुंदर, फतेहाबाद के हरि समाधान, गुरुग्राम के अशोक कुमार, मेवात के जयदेव, हिसार के रामफल, झज्जर के नीतिन, कैथल के विजय शर्मा, नारनौल के अनिल कुमार, पानीपत के जसवीर सिंह, रोहतक के रामभज ढाका, रेवाड़ी के अनिल कुमार, सोनीपत के रवि कुमार, हिसार के शिव शंकर, पानीपत के रामप्रताप, कुरुक्षेत्र के कुसुम, झज्जर के जगपाल फोगाट, जींद के सुमेर सिंह, कुरुक्षेत्र के हरविंदर तथा पंचकूला के बलविंदर शामिल है |