बिहार के चार शहर में कम कीमत में पौधों समेत गमलों की आपूर्ति कर कृषि विभाग अपार्टमेंट की छत और निजी घरों के छत पर फल-फूल एवं सब्जियों की खेती के लिए लोगों को प्रोत्साहित करेगी। कृषि मंत्री मंगल पांडेय की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। मीठापुर स्थित कृषि भवन में विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में मंत्री ने चालू वित्तीय वर्ष में राज्य में चलाई जा रही विभिन्न कृषि योजनाओं की समीक्षा की और संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
पहले चरण में योजना का लाभ राजधानी के पटना सदर, दानापुर, फुलवारी एवं खगौल तथा भागलपुर, गया एवं मुजफ्फरपुर ज़िले के शहरी क्षेत्र के लोगों को दिया जाएगा। इस योजना में वैसे व्यक्तियों जिनके पास अपना घर या अपार्टमेंट में फ्लैट हो और जिसके छत पर 300 वर्ग फीट की जगह हो लाभ उठा सकते हैं।
छत पर बागवानी के लिये मिलेगा 75 प्रतिशत का अनुदान
योजना के तहत लाभार्थी को 300 वर्ग फीट प्रति इकाई लागत 48 हजार 574 का 75 प्रतिशत या अधिकतम 36430 रुपये का अनुदान दिया जाएगा। शेष राशि का वहन लाभार्थी को स्वयं ही करना होगा। योजना का लाभ लेने के लिए व्यक्ति के पास स्वयं के मकान की स्थिति में छत पर 300 वर्ग फीट खाली स्थल होना चाहिए, जो किसी भी हस्तक्षेप से स्वतंत्र हो तथा अपार्टमेंट की स्थिति में अपार्टएमईटी की पंजीकृत सोसायटी से अनापत्ति प्प्रमाण पत्र प्राप्त करने पर इस योजना का लाभ उठाया जा सकता है।
इन योजनाओं की कि गई समीक्षा
कृषि मंत्री ने समीक्षा बैठक में नलकूप योजना, बीज मसाले एवं सहजन योजना, राज्य योजना अंतर्गत सब्जी विकास योजना तथा प्याज भंडारण संरचना और मखाना भंडार गृह निर्माण सहित कई योजनाओं की समीक्षा की। जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम, हाल ही में शुरू की गई ड्रोन दीदी योजना, वर्षा आधारित कृषि योजनाओं और पौध संरक्षण एवं उपादान समेत बिहार राज्य जैविक मिशन अन्तर्गत चल रही योजनाओं के प्रगति की भी जानकारी ली। कृषि मंत्री ने पदाधिकारियों से चालू वित्तीय वर्ष में चलाई जा रही बागवानी विकास कार्यक्रमों के प्रगति की जानकारी ली।
उन्होंने राज्य स्कीम मद से छत पर बागवानी अंतर्गत गमलों एवं फार्मिंग बेड योजना पर विशेष ज़ोर देते हुए कहा कि शहरी क्षेत्रों में घर के छत पर फल-फूल एवं सब्जी की उपज को बढ़ावा देने के उद्देश्य से चलाई जा रही इस योजना की जानकारी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँचाई जाए।