किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार व्यावसायिक फसलों की खेती को बढ़ावा दे रही है। इस कड़ी में बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि मखाना की खेती से 50 हजार किसानों को सरकार जोड़ेगी। मखाना को जीआई टैग मिल गया है और बिहार सरकार मखाने की खेती और प्रोसेसिंग से जुड़े लोगों को अधिक से अधिक आर्थिक लाभ दिलाने के लिए तत्पर है।
बेंगलुरु में शुक्रवार को कृषि विभाग की ओर से दो दिवसीय मखाना महोत्सव का आयोजना किया गया। इसका उद्घाटन उपमुख्यमंत्री चौधरी ने किया। विशिष्ट अतिथि के तौर पर कृषि मंगल पांडेय ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने की।
मखाने की क़ीमत हुई दोगुनी
कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि उत्पादन के दृष्टिकोण से स्थानीय बाजार की तुलना में राष्ट्रीय बाजारों में मखाना की क़ीमत लगभग दोगुनी है। एक ज़िला-एक उत्पाद के तहत छह जिलों जैसे दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, सहरसा, कटिहार एवं अररिया में मखाना उत्पादन नामित है। राज्य सरकार के द्वारा मखाना विकास योजना का संचालन 2019-20 से किया जा रहा है बिहार सरकार ने मखाना के लिये एमएसपी, मखाना बोर्ड की स्थापना एवं मखाना के लिये एचएस कोड की माँग की है।