9.50 करोड़ किसानों को दी गई पीएम किसान योजना की 8वीं किश्त, यदि किश्त नहीं आई है तो यहाँ करें सम्पर्क

पीएम किसान योजना की 8वीं किश्त

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 14 मई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (पीएम-किसान) के तहत 9,50,67,601 लाभार्थी किसानों को 2,066 करोड़ रूपये के वित्तीय लाभ की 8वीं किस्त जारी की । योजना के तहत 6 हजार रूपये प्रति वर्ष तीन किश्तों में 2–2 हजार रूपये दिये जाते हैं | इस योजना की 8वीं किश्त तथा इस वित्त वर्ष की पहली किश्त किसानों के खातों में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने स्थानान्तरित की | इस बार पहली बार पश्चिम बंगाल के किसानों को भी योजना का लाभ दिया गया परन्तु अभी भी ऐसे कई किसान हैं जिन्हें योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है | जिन किसानों के बैंक खातों में किश्त नहीं पहुंची है वह क्या करें ?

किश्त नहीं मिलने पर कहाँ संपर्क करें ?

किसानों को 8 वीं किश्त 14 मई को किसानों के बैंक खातों में सीधे दी गई है, लेकिन बहुत से ऐसे किसान है जिनको आवेदन के बाद भी पैसा नहीं पहुँच रहा है | कभी राज्य सरकार के द्वारा रोक दिया जाता है, तो कभी FTO लिखा रहता है | ऐसी स्थिति में किसान बहुत परेशान होता है | इस स्थिति में किसान यहाँ संपर्क करें |

  • पीएम किसान टोल फ्री नंबर – 18001155266
  • पीएम किसान हेल्पलाईन नंबर – 155261
  • पीएम किसान लैंडलाइन नंबर – 011–23381092
  • ई – मेल आईडी – [email protected]

किसान अपना स्टेट्स यहाँ से देखें ?

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 9.5 करोड़ किसान परिवार को 8वीं किश्त जारी की गई है | किसानों को 8 वीं किश्त का पैसा सीधे उसके खाता में भेजा गया है | इसका मैसेज उनके मोबाईल पर आया होगा, लेकिन किसी किसान को 8वीं किश्त का मैसेज नहीं आया है तो वे अपना स्टेट्स चेक करें | स्टेट्स चेक करने के लिए किसान को अपने मोबाईल नंबर, खाता नंबर या फिर आधार कार्ड नंबर से 8 वीं किश्त के बारे में जान सकते हैं | किसान अपना स्टेट्स चेक करने के लिए यहाँ https://pmkisan.gov.in/BeneficiaryStatus.aspx क्लिक करें |

मौसम चेतावनी: 19 मई तक इन जिलों में हो सकती है बारिश

19 मई तक बारिश के लिए पूर्वानुमान

देश के कई हिस्सों जहाँ अभी गर्मी अपने तेवर दिखा रही है वहीँ देश के कई हिस्सों में आंधी एवं बारिश भी हो रही है। अब मानसून आने का समय भी हो गया है जो इस वर्ष सामान्य रहने का अनुमान है | इस बीच देश के कई राज्यों में चक्रवात तूफान तौकते का असर दिखाई दे रहा है।  भारत मौसम विज्ञान विभाग ने चक्रवात तौकते को लेकर बड़ी चेतावनी जारी की है। इन सबसे मौसम में काफी बदलाव आ रहा है और कई हिस्सों में भारी बारिश और आंधी तूफान की स्थिति बनी हुई है। आने वाले दिनों में इन राज्यों के इन जिलों में हो सकती है बारिश :-

मध्यप्रदेश के इन जिलों में हो सकती है बारिश

बारिश भारतीय मौसम विभाग के भोपाल केंद्र की चेतावनी के अनुसार 15 से 19 मई के दौरान भोपाल, रायसेन, राजगढ़, विदिशा, सीहोर, धार, इंदौर, अलीराजपुर, बडवानी, बुरहानपुर, खंडवा,खरगोन, झाबुआ, देवास, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, रतलाम, शाजापुर, उज्जैन, अशोक नगर, गुना, ग्वालियर, शिवपुरी, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर कलां, उमरिया, अनूपपुर, शाडोल, डिंडोरी, कटनी, छिंदवाडा, जबलपुर, बालाघाट, नरसिंगपुर, सिवनी, मंडला, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, छतरपुर, सागर, टीकमगढ़, पन्ना, दमोह, बैतूल हरदा एवं होशंगाबाद जिलों में कही-कहीं कुछ स्थानों पर आंधी तूफान एवं  गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है |

राजस्थान के इन जिलों में हो सकती है बारिश

भारतीय मौसम विभाग जयपुर के द्वारा जारी चेतवानी के अनुसार 16 से 19 मई के दौरान अजमेर,अलवर,बांसवाडा, भरतपुर, भीलवाडा, बूंदी, चित्तोडगढ, दौसा, धोलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झालवार, झुंझुनू, करौली, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमन्द, सवाई-माधौपुर, सीकर, टोंक, उदयपुर,बारमेर, बीकानेर, चुरू, हनुमानगढ़,जैसलमेर, जालोर, जोधपुर, पाली, श्री गंगानगर एवं नागौर जिलों में कहीं-कहीं कुछ स्थानों पर तेज हवा एवं गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की सम्भावना है| वहीँ बारमेड, जैसलमेर, जोधपुर, नागौर, पाली आदि जिलों में 18-19 मई के दौरान भारी बारिश की सम्भावना है |

छत्तीसगढ़ के इन जिलों में हो सकती है बारिश

भारतीय मौसम विभाग के रायपुर केंद्र की चेतावनी के अनुसार 15 एवं 17 मई के दौरान सरगुजा, जशपुर, कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर, बिलासपुर, पेंडरा रोड, रायगढ़, मुंगेली, कोरबा, जांजगीर, रायपुर, बलोदाबाजार, गरियाबंद,धमतरी, महासमुंद, दुर्ग, बालोद, बेमतारा, कबीरधाम, राजनंदगांव, बस्तर, कोंडागांव, दंतेवाडा, नारायणपुर एवं बीजापुर जिलों में कहीं-कहीं कुछ स्थानों पर तेज हवा एवं गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की सम्भावना है |

पंजाब एवं हरियाणा राज्य के इन जिलों में हो सकती है बारिश

भारतीय मौसम विभाग चंडीगढ़ के द्वारा जारी चेतवानी के अनुसार 15 एवं 19 मई के दौरान पंजाब राज्य के फिरोजपुर, फाजिल्का, फरीदकोट, मुक्तसर, मोगा, बठिंडा, जिलों में गरज चमक के साथ कहीं- कहीं कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की सम्भावना है | वहीं 18 एवं 19 मई को पठानकोट, गुरुदासपुर, अमृतसर, तरण तारण, होशियारपुर, नवांशहर, कपूरथला, जालंधर जिलों में आंधी के साथ गरज चमक एवं बौछारे पड़ सकती हैं |

हरियाणा राज्य के लिए जारी की गई चेतावनी के अनुसार 15 से 19 मई के बीच को कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, महेंद्रगढ़, रेवारी, झज्जर, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, फरीदाबाद,रोहतक, सोनीपत, पानीपत, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार,जींद, भिवानी, चरखी दादरी जिलों में तेज हवाओं के साथ गरज चमक के साथ कहीं- कहीं कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की सम्भावना है |

देश के अन्य स्थानों पर

  • लक्षद्वीप समूह: 15 मई को छिट-पुट स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा तथा 16 मई को एक-दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा।
  • केरल: 15 मई को छिट-पुट स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा तथा 16 और 17 मई को एक-दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा। 
  • तमिलनाडु: 15 मई को एक-दो स्थानों पर भरी से बहुत भारी वर्षा की सम्भावना है |
  • कर्नाटक : 15 मई को आधिकतर स्‍थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा, कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा और एक-दो स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा, 16 मई को एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा की सम्भावना है |
  • कोंकण और गोवा: दक्षिणी कोंकण और गोवा में 15 मई को अधिकतर स्थानों में भारी से बहुत भारी वर्षा तथा उत्तरी कोंकण में एक-दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा तथा 16 मई को एक-दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की सम्भावना है |
  • गुजरात: सौराष्ट्र के तटीय जिलों में 16 मई को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा। 17 मई को अधिकतर स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा व एक-दो स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा  हो सकती है। 18 मई को सौराष्ट्र एवं कच्छ में एक-दो स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा सम्भव।
  • दक्षिण पश्चिमी राजस्थान : 17 और 18 मई को अधिकतर स्थानों में हलकी से मध्यम वर्षा एवं एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा सम्भव है।

किसानों को बड़ी राहत: अब 30 जून तक जमा कर सकेंगे KCC पर लिया गया लोन

Kcc ऋण जमा करने की अंतिम तिथि

केंद्र की मोदी सरकार ने किसानों को आज एक बड़ी राहत दी है | किसान क्रेडिट कार्ड से कृषि लोन लेने वाले किसानों को लोन जमा करने की अंतिम तिथि को 3 माह तक बढ़ा दी गई है | दरसल किसान क्रेडिट कार्ड से लोन लेने वाले किसानों को लोन चुकाने का अंतिम तिथि 31 मार्च रहती है, जिसे बढाकर 30 जून कर दिया गया है | कोरोना काल को देखते हुए लिए गये इस निर्णय से 8 करोड़ किसानों को बड़ी राहत मिलेगी | किसानों को ब्याज में छुट के साथ मूल धन जमा करने में भी सहूलियत दी जाएगी |

KCC लोन जमा करने की डेट बढ़ाने से किसानों को क्या लाभ मिलेगा ?

वर्ष 1998 से देश में किसान क्रेडिट कार्ड योजना चलाई जा रही है | इसके तहत किसानों को 3 लाख रूपये तक का लोन 9 प्रतिशत के ब्याज दर पर दिया जाता है | जिस पर 2 प्रतिशत का छुट पहले ही दे दिया जाता है | अगर लोन को एक वर्ष के अंतर्गत जमा कर दिया जाता है तो ब्याज में 3 प्रतिशत की अतिरिक्त छुट मिलती है जिससे किसानों को कुल 4 प्रतिशत ब्याज ही देना होता है | देश के 8 करोड़ किसानों की कृषि लोन जमा करने की अंतिम डेट 31 मार्च तक ही थी |

पिछले 2 वर्षों में कितने किसानों को लोन दिया गया है ?

केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के अनुसार देश में 1,00,78,897 किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड वर्ष 2018–19 में उपलब्ध कराया गया है | जबकि वर्ष 2019–20 में देश के 1,23,63,138 किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराया गया है | इन सभी किसानों को 3 लाख रूपये तक का लोन एक वर्ष के लिए 4 प्रतिशत के ब्याज पर दिया जाता है |

किसान क्रेडिट कार्ड कौन प्राप्त कर सकता है ?

देश के किसी भी राज्य तथा केन्द्रशासित प्रदेश के किसान राष्ट्रीय तथा निजी बैंकों से किसान क्रेडिट कार्ड बनाकर लोन प्राप्त कर सकते हैं | योजना का लाभ लेने के लिए किसान का उम्र 18 वर्ष से 75 वर्ष के बीच होना चाहिए लेकिन किसान का उम्र 60 वर्ष से ज्यादा है तो किसान को को-अप्लिकेंट भी लगेगा |

पशुपालन के लिए किसान क्रेडिट कार्ड जारी किया जा रहा है 

किसान क्रेडिट कार्ड पशुपालन तथा मत्स्य पालन एक लिए भी जारी किया जा रहा है | जो किसान पहले से किसान क्रेडिट कार्ड धारक है वह बैंक में जाकर पशुपालन तथा मत्स्य पालन के लिए जुड़वाँ सकते हैं | नये किसान बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड कृषि, पशुपलान, मत्स्य पालन के लिए किसान क्रेडिट कार्ड बनबा सकते हैं | उन सभी किसान क्रेडिट धारक को 4 प्रतिशत की ब्याज पर एक वर्ष के लिए 3 लाख रूपये तक का लोन दिया जायेगा |

KCC किसान क्रेडिट कार्ड के लिए कौन–कौन सी दस्तावेज लगेगा ?

किसान क्रेडिट कार्ड के लिए किसान ऑनलाइन आवेदन एवं ऑफलाइन दोनों तरह से आवेदन कर सकते हैं | किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए निम्नलिखित दस्तावेज होना जरुरी है :-

  • खेती के कागजात यानि राजस्व रिकार्ड
  • पहचान के लिए आधार, पेन कार्ड की फोटो कॉपी
  • किसी और बैंक में कर्जदार न होने का एफिड़ेविड
  • आवेदक का फोटो

अवधिपार ऋणी किसानों का 50 प्रतिशत ब्याज होगा माफ

ऋणी किसानों के लिए ब्याज माफ़ी

देश अभी कोरोना महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है जिसके चलते कई राज्यों में पिछले 1 महीने से लॉक डाउन चल रहा है | जिससे सभी लोगों की आर्थिक स्थिति पर असर पड़ा है खासकर किसानों की | कई किसान ऐसे में उनके द्वारा लिया गया ऋण अभी तक चूका नहीं पाए है | ऐसे में राजस्थान सरकार ने किसान वर्ग को राहत देते हुए सहकारी भूमि विकास बैंकों से ऋण लेने वाले किसानों के हित में एक मुश्त समझौता योजना की अवधि को 31 मार्च 2021 से बढ़ाकर 30 जून 2021 तक लागू कर दिया गया है । इस योजना के तहत अवधिपार श्रेणी के किसानों द्वारा अवधिपार खाते का निस्तारण करने पर अवधिपार ब्याज एवं दण्डनीय ब्याज की 50 प्रतिशत तक राशि माफ करने का प्रावधान किया गया है।

योजना के तहत प्राथमिक सहकारी भूमि विकास बैंकों के सभी प्रकार के कृषि एवं अकृषि ऋण जो 1 जुलाई  2019 तक अवधिपार हो चुके है। ऐसे किसान अब 30 जून, 2021 तक अपना अवधिपार ऋण चुकाकर राहत का लाभ उठाते हुए नियमित किसान की श्रेणी में आ सकेंगे।

किसान के मृत्यु के बाद भी मिलेगा योजना का लाभ

सहकारिता मंत्री ने बताया कि ऐसे अवधिपार ऋणी किसान जिनकी मृत्यु हो चुकी है, उनके परिवार को किसान की मृत्यु तिथि से सम्पूर्ण बकाया ब्याज, दण्डनीय ब्याज एवं वसूली खर्च को पूर्णतया माफ कर राहत दी गई हैं।

आज देश के 9 करोड़ से अधिक किसानों को दी जाएगी पीएम किसान योजना की 2 हजार रुपये की किश्त

पीएम किसान योजना 2 हजार रुपये की आठवीं किश्त

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को मिलने वाली साल में तीन किश्त में से वित्त वर्ष 2021–22 के पहली किश्त दी जा रही है | केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इसकी जानकारी देते हुए बताया की 14 मई 2021 को प्रधानमंत्री किसानों के बैंक खातों में एक क्लिक से पैसा भेजेंगे | 2000 रूपये की किश्त उन सभी किसानों को दी जाएगी जो पहले से प्रधामंत्री किसान सम्मान निधि योजना से जुड़े हैं | किसान समाधान योजना से जुड़े तथा किसानों को मिलने वाले किश्त की जानकरी लेकर आया है |

किसानों कब दी जायेगी पीएम किसान की आठवीं किश्त

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 14 मई को सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना के तहत वित्तीय लाभ की आठवीं किश्त जारी करेंगे। इससे 9.5 करोड़ से अधिक लाभार्थी किसान परिवारों को 19,000 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि हस्तांतरित की जाएगी | प्रधानमंत्री इस दौरान किसान लाभार्थियों से बातचीत भी करेंगे। केंद्रीय कृषि मंत्री भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे।

कितने किसानों को इस वर्ष की दूसरी किश्त मिलेगी

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत कुल 11 करोड़ 81 लाख 98 हजार 963 किसानों ने पंजीकृत किया है | पंजीकृत सभी किसानों को योजना के तहत वर्ष 2021 के पहली किश्त दी जाएगी | इसमें कुछ किसान वे हैं जिनका पंजीकृत के बाद गलतियाँ या फिर FTO लिखा हो | इसके अलावा राज्य द्वारा रोके गये पेमेंट वाले किसानों को भी योजना का लाभ नहीं मिल पायेगा | राज्यों द्वारा 1 करोड़ 75 लाख 88 हजार 999 किसानों का पेमेंट राज्यों के द्वारा रोका हुआ है |

इन किसानों को लाभ नहीं मिलेगा ?

प्रधानमंत्री किसान सामान निधि योजना के तहत किसानों के आवेदन को रद्द भी किया गया है | 12/05/2021 तक देश में कुल 31 लाख 79 हजार 340 किसानों का आवेदन रद्द किये गए है | इन सभी किसानों को इस वर्ष की पहली किश्त नहीं दी जाएगी | किसानों का आवेदन जो रद्द हुआ है वह कुल आवेदन का 12.4 प्रतिशत है | इसमें पहली बार में ही रद्द आवेदनों की संख्या 20 लाख 48 हजार 973 है जो कुल आवेदन का 8.0 प्रतिशत है |

सरकार के द्वारा दिया जाने वाला किश्त कब दी जाती है

योजना के तहत केंद्र सरकार किसानों के खातों में सीधे पैसा हस्तांतरित करती है | वर्ष में 6,000 रुपया तिन किश्तों में दिया जाता है | तीनों किश्त 2 – 2 हजार रूपये की होती है |

  • पहली किश्त :- अप्रैल से जुलाई
  • दूसरी किश्त :- अगस्त से नवम्बर
  • तीसरी किश्त :- दिसम्बर से मार्च

योजना का लाभ कहाँ से देखें ?

कृषि और कल्याण मंत्री के अनुसार 14/05/2021 को इस वर्ष की पहली किश्त दिया जायेगा | पैसा सीधे किसानों के खातों में प्रधानमंत्री के द्वारा दिया जायेगा | किसानों के पास पेमेंट के बाद एक मैसेज आएगा लेकिन जिस किसान के पास पैसा नहीं पहुंचा है तो वह यहाँ से चेक कर सकता है | किसान https://pmkisan.gov.in/BeneficiaryStatus.aspx इस लिंक से किश्त को देख सकते हैं | किसान किश्त का पैसा देखने के लिए आधार नंबर, एकाउंट नंबर या मोबाईल नंबर से चेक कर सकते हैं |

किसान यहाँ से खरीदें काले चावल (धान) के बीज

काला बासमती (धान) चावल बीज

काला (धान) चावल आजकल किसानों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है, कई किसान काला धान (चावल) की खेती करना चाहते हैं परन्तु उन्हें यह नहीं पता है की यह बीज उन्हें कहाँ से मिलेगा | 25 मई के बाद किसान धान की नर्सरी तैयार करने का काम शुरू कर देंगे | किसान नर्सरी से पूर्व अधिक उत्पादन एवं अधिक आय देने वाली उन्नत किस्मों के बीज खरीदने के लिए जानकारी खोज रहे हैं | ऐसे भी किसान है जो इस वर्ष काला बासमती चावल की खेती करना चाहते हैं | ऐसे किसानों के लिए किसान समाधान काला बासमती (धान) चावल बीज कहाँ मिलेंगे इसकी जानकारी लेकर आया है |

किसान कहाँ से खरीदे काले चावल (Black Rice) के बीज

पिछले वर्ष से कई किसान लगातार यह सवाल कर रहे हैं की वह काला चावल के बीज कहाँ से ले सकते हैं | इसको ध्यान में रखकर हम आपके लिए काले चावल के बीज के लिए व्हाटसऐप नम्बर एवं फोन नम्बर लेकर आए हैं | किसान भाई इस नंबर पर काले चावल के बीज एवं उसके खेती की जानकारी ले सकती हैं | जिस किसान को काला बासमती धान के बीज चाहिए वह किसान 6267086404 पर कॉल कर या व्हाटसऐप पर मेसेज कर सकते हैं |

अब बेमौसम बारिश से प्रभावित कम चमक वाला गेहूं भी खरीदा जायेगा समर्थन मूल्य पर

कम चमक वाले गेहूं की एमएसपी खरीद

पिछले दिनों देश के अलग–अलग राज्यों तेज आंधी के साथ बारिश हुई थी जिसके चलते गेहूं की खड़ी फसल को काफी नुक्सान पहुंचा था साथ ही गेहूं में चमक भी कम हो गई है और गेहूं की गुणवत्ता में कमी भी आई है | समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी सरकारी मानकों के अनुसार ही की जाती है जिससे कम चमक वाले गेहूं को समर्थन मूल्य पर बेचने में किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है |

काले धब्बे वाले गेहूं को सरकारी खरीदी में किसानों को परेशानी आ रही है, इसको लेकर राजस्थान सरकार ने केंद्र सरकार से गेहूं के मापदंडों में छुट की मांग की थी | भारत सरकार द्वारा गठित टीम द्वारा प्रभावित जिलों में गेहूं फसल के खरीद सैंपल लेकर जांच की गयी | जाँच के उपरान्त समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद हेतु निर्धारित मापदंडों के अनुसार छुट प्रदान की गयी है, जिससे प्रदेश के गेहूं उत्पादक काश्तकारों को काफी राहत मिलेगी | कम चमकीले गेहूं की खरीदी राज्य के श्री गंगानगर, हनुमानगढ़ एवं कोटा जिलों में गेहूं की सरकारी खरीदी करने वाली एजेंसियों को इस छुट से अवगत करा दी गई है |

राजस्थान में अभी तक गेहूं की कुल खरीदी

1 अप्रैल से चल रही गेहूं की सरकारी खरीदी को एक माह से ज्यादा समय हो गया है | इस एक माह में राजस्थान सरकार ने लक्ष्य से आधा गेहूं खरीद लिया है | वर्ष 2020–21 के रबी सीजन में राजस्थान सरकार ने 22 लाख मैट्रिक टन गेहूं न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी का लक्ष्य रखा था | जो 7 मई 2021 तक 10.50 लाख मैट्रिक टन गेहूं की खरीदी किया जा चुका है | जबकि मंडियों में 11.50 लाख मैट्रिक टन गेहूं की आवक हुई है |

राज्य में 387 केन्द्रों पर गेहूं की खरीदी किया जा रहा है | जिसका लाभ राज्य के पंजीकृत किसान को पहुँच रहा है | राज्य के 1 लाख किसनों को गेहूं फसल में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अपनी फसल बेचीं है | देश भर में इस वर्ष गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1975 रूपये प्रति क्विंटल है |

देश में अभी तक गेहूं खरीदी के 49,965 करोड़ रुपये किसानों के खाते में सीधे दिए गए

गेहूं खरीदी का भुगतान

कोरोना काल में देश के अलग–अलग राज्यों में जनता कर्फ्यू लगाया गया है, जिसके कारण काम काज बंद हो गया है | इसको देखते हुए केंद्र सरकार ने गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत देश के सभी राज्यों तथा केन्द्रशासित प्रदेशों में 5 किलोग्राम प्रति व्यक्ति चावल या गेहूं दिया जा रहा है | यह योजना 2 माह (मई-जून) के लिए लागू की गई है | इस योजना के तहत देश के 80 करोड़ नागरिकों के 5 किलोग्राम चावल या गेहूं दिया जायेगा | योजना के तहत खाद्य सब्सिडी और राज्यों के भीतर परिवहन से जुड़े खर्चों के लिए केंद्रीय सहायता के तौर पर 26,000 करोड़ रूपये से अधिक का खर्च वहन किया जायेगा | योजना के तहत खाद्यान्न्न वितरण के लिए देश भर में रबी सीजन का गेहूं खरीदी की जा रही है जो अभी जारी है | 10 मई तक किसानों को गेहूं खरीदी का पेमेंट कर दिया गया है | किसान समाधान योजना तथा गेहूं खरीदी की जानकारी लेकर आया है |

अभी तक अनाज का कुल वितरण

खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव श्री पाण्डेय ने मिडिया को जानकारी देते हुए बताया कि मई, 2021 महीने के लिए खाद्यान्न वितरण तय कार्यक्रम के अनुसार हो रहा है | 10 मई, 2021 तक 34 राज्यों / केन्द्रशासित क्षेत्रों ने मई 2021 के लिए एफसीआई डिपो से 15.55 लाख मीट्रिक टन से अधिक खाद्यान्न उठाया है और 12 राज्यों / केन्द्रशासित क्षेत्रों के दो करोड़ से अधिक लाभार्थियों को एक लाख मीट्रिक टन से अधिक खाद्यान्न वितरित किया गया है | उन्होंने कहा कि लगभग सभी राज्यों / केन्द्रशासित क्षेत्रों ने जून 2021 के अंत तक मई और जून 2021 के महीनों के लिए पीएमजीकेएवाई – 3 के तहत खाद्यान्नों के वितरण को पूरा करने से जुडी कार्य योजना का संकेत दिया है |

पिछले वर्ष कितना अनाज बांटा गया

कोविड–19 महामारी के दौरान, एक अप्रैल, 2020 से 31 मार्च 2021 की अवधि में वितरण के लिए लगभग 928.77 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) खाद्यान्न  दिया गया था | इसमें 363.89 एलएमटी गेहूं और 564.88 एलएमटी चावल केंद्रीय पूल से दिए गए |

अभी तक कितना गेहूं खरीदा गया है ?

रबी विपन्न सीजन 2021–22 में खरीद सुचारू से चलने के साथ 9 मई को 2021 कुल 337.95 एलएमटी गेहूं की खरीद की गई है, जबकि पिछले वर्ष 248.021 एलएमटी गेहूं की खरीदी की गई थी | यह खरीदी देश में बनाये गये 19,030 केन्द्रों से की गई है जो अभी भी जारी है |

किसानों को कितना भुगतान किया गया है ?

खाद्य एवं वितरण विभाग के सचिव सुधांशु पाण्डेय ने बताया कि कुल डीबीटी भुगतान में से अब तक 49,965 करोड़ रूपये किसानों के खाते में सीधे हस्तांतरित किए गए है और ये गेहूं की खरीदी के लिए ही किए गए है | उन्होंने आगे बताया कि पंजाब में 21,588 करोड़ रूपये और हरियाणा में लगभग 11,784 करोड़ रूपये सीधे किसानों के खाते में स्थानांतरित किए गए है |

अभी के मौसम में इन सब्जियों में लग रहा है गमी स्टेम ब्लाइट रोग, किसान इस तरह करें उपचार

कद्दुवर्गीय सब्जियों में गमी स्टेम ब्लाइट रोग

अभी गर्मी के मौसम में अधिकांश किसान कद्दुवर्गीय सब्जियां जैसे लौकी, खीरा, खरबूजा, तरबूज आदि फसलों की खेती कर रहे हैं | गर्मी के मौसम में इन सब्जी फसलों में कई जगहों पर गमी स्टेम ब्लाइट नामक रोग (गोंदिया तना झुलसा) का प्रकोप देखा जा रहा है | इस रोग के चलते फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है | किसान समाधान आपके लिए इस रोग की पहचान एवं उसके उपचार की जानकारी लेकर आया है |

गमी स्टेम ब्लाइट रोग

यह बिमारी संदूषित बीजों के कारण से होता है | कद्दूवर्गीय सब्जी फसलों में गमी स्टेम ब्लाइट रोग (गोंदिया तना झुलसा) अवस्था संक्रमित तनों पर विकसित होती है, जो अक्सर पौधे के शीर्ष के निकट होता है। संक्रमण के ये घाव आमतौर पर खुले होते हैं और इनसे चिपचिपे, तृणमणि (अम्बर) रंग के द्रव का स्रावण होता है। तनों पर होने वाले संक्रमणों में मुहांसों की भाँति उठी हुई रचनाएँ दिखाई देती हैं जिनके भीतर रोगकारक कवक के बीजाणुओं का उत्पादन होता है। इन बीजाणुधानियों से चिपचिपे निःस्राव निकलते हैं।gummy stem blight/gondiya tana jhulsa

रोग की रोकथाम

इस रोग के उपचार के लिए थियोफानेट मिथाईल 70 प्रतिशत डब्ल्यूपी  1 ग्राम प्रति लीटर पानी के हिसाब से घोलकर छिड़काव करना चाहिये तथा साथ ही तने के जिस भाग में क्रेकिंग हो गया है। वहां पर कॉपर ऑक्सिक्लोराइड 4 ग्राम, 10 ग्राम चूना प्रति लीटर पानी में घोलकर उसका लेप लगाना चाहिये, इससे खड़ी फसल में रोग की रोकथाम की जा सकती है।

गमी स्टेम ब्लाइट रोग से कैसे बचे ?

यह बिमारी संदूषित बीजों के कारण से होती है, अतः किसान भाई बुआई से पूर्व बीजों का उपचार कर फसल को रोग से बचाया जा सकता है | बुआई से पहले बीजों को कार्बेन्डाजिम या कैप्टन दवा की 2 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज के हिसाब से उपचार करके बुवाई करना चाहिए तथा बुआई से पहले मिट्टी तैयार करते समय आखरी जुताई से पहले मिट्टी में गोबर 100 किलोग्राम ट्राईकोडर्मा (एक से डेढ़ किलोग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से) का छिडकाव करना चाहिए | इस रोग के रोगकारक मिट्टी में 2–4 साल तक जीवित रहते हैं | उचित फसल चक्र (नाँन कुकूबिटेसी फसल लगाना) अपनाकर इस रोग को कम किया जा सकता है |

DAP एवं अन्य रासायनिक खादों के दामों में हुई वृद्धि को लेकर छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री ने कही यह बात

DAP एवं अन्य रासायनिक खादों के दामों में वृद्धि

केंद्र सरकार के स्वामित्व वाली कंपनी IFFCO के रासायनिक खाद (उर्वरक) के मूल्य में वृद्धि की खबरें पिछले माह मीडिया में आई थी, जिसे लेकर देश भर में भारी विवाद हुआ था | जिस पर iffco तथा केंद्र सरकार की तरफ से बयान जारी करके बताया गया था की खाद के पैकेट पर लिखा मूल्य किसानों के लिए नहीं है तथा किसानों को पुरानी दरों पर ही रासायनिक उर्वरक दिया जायेगा | दूसरी तरफ देश भर में निजी कंपनियों के द्वारा पहले ही रासायनिक उर्वरकों के मूल्य में वृद्धि कर दी गई थी |

जब इफ्को iffco के प्रबंध निदेशक डॉ. यू. एस. अवस्थी ने यह बताया था की उसके पास पर्याप्त स्टाक पहले से ही मौजूद है, जिससे मूल्य वृद्धि करने की जरुरत नहीं है | लेकिन Iffco ने बात साफ नहीं की थी की जब रासायनिक खादों का नया स्टॉक आएगा उसमें मूल्य वृद्धि की जाएगी या नहीं इस बात पर असमंजस बना हुआ था |

छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री ने DAP खाद के बढ़ते दामों को लेकर जताई चिंता

छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री श्री रविंद्र चौबे ने रासायनिक उर्वरकों में, विशेषकर डीएपी के दाम में प्रति बोरी लगभग 700 रुपये की वृद्धि किए जाने पर चिंता जताई है । उन्होंने भारत सरकार के केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री से किसानों के हितों की रक्षा के लिए रासायनिक उर्वरक कंपनियों की इस मनमानी और बेतहाशा मूल्य वृद्धि पर रोक लगाए जाने का आग्रह किया है । कृषि मंत्री ने कहा कि बीते एक साल से कोरोना महामारी के चलते आम लोगों के साथ–साथ किसान परेशान हैं | ऐसी स्थिति में डीएपी सहित अन्य रासायनिक उर्वरकों के दामों में वृद्धि के चलते किसानों पर दोहरी मार पड़ेगी और खरीफ सीजन के लिए खाद खरीदने में असहाय हो जायेंगे | उन्होंने कहा कि इससे खेती की लागत बढ़ जाएगी इसलिए केंद्र सरकार से कोरोना संकटकाल में किसानों को राहत देने के लिए रासायनिक उर्वरकों के दामों में हुई वृद्धि को वापस लिए जाने का आग्रह किया है।

कृषि मंत्री के अनुसार DAP एवं अन्य रासायनिक खादों के कीमत में की गई इतनी वृद्धि

मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कहा की रासायनिक खाद डीएपी के मूल्य में लगभग 58% की एकाएक वृद्धि से किसान हैरान है । अब यह खाद किसानों को 1900 रुपए प्रति बोरी में क्रय करनी होगी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 खरीफ सीजन में डीएपी खाद किसानों को 1150 रुपए प्रति बोरी की दर से तथा रबी सीजन 2020 – 21 में 1200 रुपये प्रति बोरी की दर से प्रदाय की गई थी । इसी तरह रासायनिक खाद एनपीके के दाम में भी प्रति बोरी 565 रूपए की वृद्धि की गई है । अब यह खाद किसानों को 1185 रुपए प्रति बोरी के स्थान पर 1747 रुपये प्रति बोरी देकर खरीदना होगा।

सिंगल सुपर फास्फेट के सभी प्रकार के खादों के दाम में प्रति बोरी लगभग 36 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। रासायनिक खाद एमओपी के दाम में भी प्रति बोरी 150 रुपए की वृद्धि की गई है। इसका दाम 850 रुपये प्रति बोरी से बढ़ाकर 1000 रुपये प्रति बोरी कर दिया गया है।