नेशनल मिशन फार सस्टेनेबिल एग्रीकल्चर (एन.एम.एस.ए.)

नेशनल मिशन फार सस्टेनेबिल एग्रीकल्चर (एन.एम.एस.ए.)

भारत सरकार कृषि एवं सहकारिता विभाग द्वरा नेशनल मिशन फार सस्टेनेबिल एग्रीकल्चर (एन.एम.एस.ए) वर्ष 2014 -15 से क्रियान्वित की जा रही है , जिससे प्राकृतिक संसाधनों में भूमि एवं जल को संरक्षित कर उसका समुचित उपयोग करना एवं वर्षा आश्रित क्षेत्रों में अधिक उत्पादन लेना, न्युट्रिएंट मेनेजमेंट, लाइवलीहुड फार्मिंग, स्वैल –हेल्थ मेनेजमेंट आदि का समावेश किया जाता है |

  • मिशन का मुख्य उददेश्य कृषि उत्पादन में वृद्धि, समन्वित/ मिश्रित खेती को उचित बढ़वा देने के साथ – साथ प्रभावी जल प्रबंधन के माध्यम से अधिक लक्ष्य की प्राप्ति करना |

मिशन अंतर्गत निम्नानुसार घटक हैं –

  • रेफेड एरिया डेब्हेलपमेन्ट (आर.ए.डी.)
  • स्वईल हेल्थ मेनेजमेंट (एस.एच.एम.)
  • ऑन फार्म वाटर मेनेजमेंट (ओ.एफ.डब्लू.एम.)
  • सब मिशन ऑन क्लाइमेट चेंज एण्ड सस्टेनेबिल एग्रीकल्चर मानिटरिंग, माडलिंग एण्ड नेटवर्क (सी.सी.एस.य.एम.एम.एन.)

मिशन के क्रियान्वयन में कृषि विभाग के अलावा पशु चिकित्सा एवं पशुपालन, उधानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग एवं मत्स्य विभाग की भागीदारी है | मिशन अन्तर्गत क्लस्टर आधारित कार्य किया जाना प्रस्तावित है, जिसमें कम से कम 100 हेक्टेयर क्षेत्र में चयन किया जाना है | मिशन अंतर्गत प्रति परिवार अधिकतम 2 हेक्टेयर तक के लिये सहायता दी जा सकती है, जिसकी वित्तीय सीमा अधिकतम रु. 100 लाख होगी |

Source:  किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग मध्यप्रदेश