खोपरा न्यूनतम समर्थन मूल्य 2022-23
केंद्र सरकार प्रत्येक वर्ष 23 फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी करता है | इसमें अनाज, दलहन, तिलहन, नगदी फसल के साथ नारियल की फसल शामिल है | केंद्र सरकार के द्वारा जारी न्यूनतम समर्थन मूल्य देश में एक सामान रूप से लागू होते हैं | नारियल की खेती से प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से 1.2 करोड़ लोगों को रोजगार उपलब्ध होती है | इसके साथ ही नारियल कृषि उत्पादक के मूल्य में 10,707 करोड़ रूपये का योगदान देती है | नारीयल की उपयोगिता तथा किसानों की संख्या को देखते हुए इसका न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी करना जरुरी रहता है |
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने 2022 सीजन के लिए कोपरा के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को अपनी मंजूरी दे दी है | सरकार के तरफ से जारी विज्ञप्ति के अनुसार किसानों को कोपरा के मूल्य में लागत का 50 प्रतिशत मुनाफा दिया जा रहा है | किसानों को उत्पादन का अखिल भारतीय भारतीय औसत लागत पर खोपरा मिलिंग के लिए 51.85 प्रतिशत और बॉल खोपरा के लिए 57.73 प्रतिशत का लाभ सुनिश्चित करता है |
क्या है वर्ष 2022 के लिए खोपरा का न्यूनतम समर्थन मूल्य
उचित औसत गुणवत्ता (एफएक्यू) के मिलिंग कोपरा के लिए एमएसपी को 2021 के 10,335 रूपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 2022 सीजन के लिए 10,590 रूपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है और बॉल कोपरा के लिए एमएसपी को 2021 के 10,600 रूपये प्रति क्विंटल से बढाकर 2022 सीजन के लिए 11,000 रूपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है |