किसानों के खेतों में अभी खरीफ फसलों की बुआई का काम पूरा हो गया है। इस समय रासायनिक खादों की माँग बढ़ जाने से किसानों को यूरिया, डीएपी समेत अन्य खाद उर्वरकों को लेने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। जिसका लाभ उठाकर कुछ दुकानदार कालाबाजारी करते हैं या किसानों को महँगे दामों पर बेचते हैं। जिसको देखते हुए बिहार सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए कंट्रोल रूम की स्थापना की है और किसानों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है।
दरअसल बिहार सरकार ने राज्य में किसानों को उचित मूल्य पर सुगमतापूर्वक उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जीरो टॉलरेंस नीति के अंर्तगत यह हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। जिसके तहत यदि कोई दुकानदार किसानों को उर्वरक की बैग पर प्रिंटेड एमआरपी से अधिक दामों पर खाद बेचता है तो किसान इसकी शिकायत कृषि विभाग द्वारा जारी इस राज्य स्तरीय हेल्पलाइन नंबर पर कर सकते हैं। साथ ही किसानों को यूरिया, डीएपी आदि खाद मिलने में समस्या होने पर हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकते हैं।
उर्वरक की शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर
किसान उर्वरक संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या या शिकायत राज्य स्तरीय हेल्पलाइन नंबर 0612-2233555 नंबर पर कर सकते हैं। किसान इस नम्बर पर उर्वरक से जुड़ी शिकायत या समस्या से संबंधित जानकारी प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक कॉल करके दे सकते हैं। इसके अलावा किसान कृषि विभाग द्वारा जारी मेल आईडी fertilizer.bihar@gmail.com पर भी ई-मेल करके भी दे सकते हैं। बता दें कि बिहार में नीम लेपित यूरिया की 45 किलो की बोरी का दाम 266.50 रुपये है। वहीं डीएपी की 50 किलो की बोरी का दाम 1350 रुपये है। इसके साथ ही कृषि विभाग द्वारा किसानों से अपील की गई है कि किसान उर्वरक ख़रीदते समय बिक्री रसीद अवश्य ही प्राप्त करें।
माननीय सर
हमारे जिला हाथरस के तहसील सादबाद के क्षेत्र बिसाबर के ग्राम भुर्रका के गोदाम मे खाद को लेकर काफी धांधलेबाजी हो रही है गोदाम सचिव अरविन्द गौतम बडे किसानो को खाद वितरण कर रहा है उलटे सीधे तरीकों से ओर छोटे किसानो का कोई नंबर ही नही । कृपा करके इन की जांच कर उचित कार्यबाही करे।
धन्यबाद
सर अपने जनपद के कृषि कार्यालय में संपर्क करके सूचना दें, या सीएम हेल्पलाइन पर कॉल करें।