back to top
28.6 C
Bhopal
मंगलवार, जनवरी 14, 2025
होमकिसान समाचारसरकार ने जारी किया अलर्ट: संदिग्ध बीज पार्सल से किसान रहें...

सरकार ने जारी किया अलर्ट: संदिग्ध बीज पार्सल से किसान रहें सावधान

संदिग्ध बीज पार्सल से सावधान

किसी फसल की उन्नत प्रजाति का शुद्ध बीज उपयोग करने से अच्छी पैदावार मिलती है जबकि अशुद्ध बीज से उत्पादन में हानि की संभावना अधिक होती है। बीज की अशुद्धता, खरपतवारों, बीमारियों या कीड़े मकोड़ों और खराब अंकुरण क्षमता से फसल की हानि होती है | पिछले कई दिनों से दुनियाभर में किसानों को संदिग्ध बीज प्राप्त होने की शिकयतें प्राप्त हो रही है जिसे लेकर दुनिया भर की सरकारों ने किसानों को इन बीज के पैकेट को लेकर सतर्क रहने के लिए दिशा-निर्देश जारी किये हैं |

संदिग्ध बीज का उपयोग न करें किसान

भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा विदेशों से आ रहे इन संदिग्ध बीज पार्सल के संबंध में जारी दिशा-निर्देश के परिप्रेक्ष्य में राज्यों के कृषि विभाग ने अलर्ट जारी किया है। कृषि विभाग ने विभागीय अधिकारियों एवं राज्य के किसानों से किसी अज्ञात स्रोतों से प्राप्त होने वाले बीज इस संबंध में सतर्क रहने की सलाह दी है। किसानों से अपील की गई है कि वे स्वयं के रखे हुए बीज अथवा राज्य की सहकारी सोसायटियों के माध्यम से प्राप्त होने वाले प्रमाणित बीज का ही उपयोग करें। अज्ञात स्रोतों से भ्रामक पैकेज के साथ अनचाहे/संदिग्ध बीज का उपयोग न करें।

यह भी पढ़ें:  जानिए मई महीने में कैसा रहेगा मौसम, पड़ेगी गर्मी या होगी बारिश; मौसम विभाग ने जारी किया पूर्वानुमान

ज्ञातव्य है कि भारत सरकार द्वारा यह अवगत कराया गया है कि विभिन्न देशों जैसे अमेरिका (यूएसए), कनाडा,  इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, जापान एवं कुछ यूरोपीय देशों में अवांछित स्रोतों से भ्रामक पैकिंग में अनचाहे/अवांछित अथवा संदिग्ध बीज पार्सल प्राप्त होने के खतरे के संबंध में जानकारी प्राप्त हुई है। विगत कुछ माह से पूरी दुनिया में ऐसे संदिग्ध बीज के हजारों पार्सल मिले हैं ।

संदिघ बीजों के उपयोग से हो सकता है खतरा

यूएसए के कृषि विभाग ने इसे बीज बिक्री के फर्जी आंकड़े दिखाने का घोटाला (ब्रशिंग स्कैम) और कृषि तस्करी बताया है। यह भी अवगत कराया गया है कि उक्त अवांछित बीज पार्सल में विदेशी आक्रामक प्रजातियों के बीज हो सकते हैं अथवा उक्त अवांछित बीज पार्सल के माध्यम से विभिन्न रोगों अथवा रोगजनक कीटाणुओं को प्रवेश कराने का प्रयास किया जा सकता है, जो पर्यावरण, कृषि पारिस्थितिक तंत्र एवं राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है।

यह भी पढ़ें:  नूरजहां आम के बचे हैं गिनती के पेड़, बचाने के लिए किए जाएंगे प्रयास

किसान समाधान के YouTube चेनल की सदस्यता लें (Subscribe)करें

download app button
whatsapp channel follow

Must Read

1 टिप्पणी

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
यहाँ आपका नाम लिखें

Latest News