ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन के साथ ही किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा दे रही है, इसके लिए सरकार द्वारा कई योजनाएँ चलाई जा रही हैं। इस कड़ी में उत्तर प्रदेश खादी ग्रामोद्योग बोर्ड ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के तहत पिछड़े वर्ग के भुर्जी समाज के कारीगरों और पॉपकॉर्न उद्योग में रुचि रखने वाले अन्य व्यक्तियों के लिए के महत्वपूर्ण पहल शुरू की है। इस योजना के तहत आधुनिक पॉपकॉर्न बनाने की मशीन निःशुल्क यानि की फ्री में वितरित की जाएगी जिससे स्वरोजगार को बढ़ावा मिलेगा।
5 सितंबर तक देना होगा आवेदन
ज़िला ग्रामोद्योग अधिकारी लखनऊ ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य उन कारीगरों को सहायता प्रदान करना है जो पारंपरिक तरीक़े से पॉप कॉर्न बनाने का कार्य करते हैं। लखनऊ ज़िले के कारीगरों जो पॉपकॉर्न उत्पादन और बिक्री के व्यवसाय में संलग्न हैं वे अपना आवेदन दिनांक 5 सितंबर 2024 तक ज़िला ग्रामोद्योग अधिकारी 8 कैण्ट रोड, कैसरबाग, लखनऊ स्थित कार्यालय में जमा कर सकते हैं।
आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज
इच्छुक व्यक्ति आवेदन करने के लिए आवश्यक दस्तावेज में आधार कार्ड, राशन कार्ड, शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र, प्रधान द्वारा जारी निवास प्रमाण पत्र, जाती प्रमाण पत्र और बैंक पासबुक की छाया प्रति के साथ ही उम्मीदवार का अपना नाम, पिता/पति का नाम, पूर्ण पता और मोबाइल नंबर आवेदन पत्र में अंकित करके आवेदन जमा कर सकते हैं।
पात्र लाभार्थियों का चयन “पहले आओ, पहले पाओ” के आधार पर किया जाएगा, जिसके लिए सभी दस्तावेज का सत्यापन समिति के द्वारा किया जाएगा। इस योजना के माध्यम से खादी ग्रामोद्योग विभाग पारंपरिक कारीगरों को आधुनिक तकनीक से जोड़कर उनकी आजीविका को सशक्त बनाने का प्रयास कर रहा है।